डॉ. महेश शर्मा का प्रयास सफ़ल..जेवर एयरपोर्ट का पहला रनवे बनकर तैयार

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NCR के लिए बड़ी ख़ुशख़बरी है। नोएडा में बन रहे जेवर एयरपोर्ट(Noida International Airport) का पहला रनवे बनकर तैयार हो गया है। साफ संकेत है कि जेवर एयपोर्ट से इस साल के आख़िर तक फ्लाइट उड़नी शुरू हो जाएगी। लेकिन इस सपने को साकार करने के लिए गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा ने लंबी लड़ाई। तब जाकर NCR में रहने वाले लाख़ों लोगों का सपना पूरा होने जा रहा है।
एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में डॉ. महेश शर्मा से जब पूछा गया कि जेवर एयरपोर्ट की लड़ाई आप ने लड़ी..तो उनका जवाब क्या था पढ़िए..


जेवर एयरपोर्ट की लड़ाई उस समय शुरू हुई जब प्रदेश में हमारी सरकार नहीं थी। 2017 में प्रदेश में हमारी सरकार आई। तब मैंने माननीय प्रधामंत्री जी से अपील की थी कि दिल्ली का हवाई अड्डा इतने मुसाफ़िरों का बोझ नहीं झेल सकता। उस वक्त माननीय प्रधानमंत्री जी से मैंने प्रार्थना की। मैंने ये भी कहा कि ये हवाई अड्डा जेवर जाए भिवाड़ी जाए, क्योंकि हरियाणा में एक भी हवाई अड्डा नहीं था
मेरे प्रधानमंत्री जी मुख्यमंत्री जी के बाद तीसरा श्रेय मेरा है। जेवर एयरपोर्ट पर कई बार सवाल मैं संसद में भी उठा चुका हूं। आज ये सपना साकार होने जा रहा है। इसमें माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और यूपी के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अहम योगदान है। मेरा फोकस गौतमबुद्ध नगर समेत उत्तर प्रदेश के विकास पर था। साथ ही लोगों के रोज़गार पर भी। और उसके लिए मैं लगातार प्रयासरत रहा। लेकिन गंगा को तो धरती पर आना था लेकिन श्रेय भागीरथी को मिला भगीरथ कौन है नरेंद्र मोदी जी भगीरथ कौन है योगी जी भगीरथ का हिस्सा हैं और तीसरा हिस्सा मैं डॉक्टर महेश शर्मा भी है।


अखिलेश यादव ने कैंची चलाने का काम किया
डॉक्टर महेश शर्मा ने ये भी कहा कि ये एयरपोर्ट 20 सालों से ठंडे बस्ते में पड़ा था। उस समय के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एयरपोर्ट को आगरा ले जाना चाहते थे। अखिलेश यादव, एयरपोर्ट की रिपोर्ट क्लोज़ भी कर चुके थे। लेकिन ये मैं ही था जिसने हार नहीं मानी..मैंने ये साफ कर दिया था कि अखिलेश जी आप चाहें या ना चाहें..ये एयरपोर्ट तो जेवर में बनकर रहेगा। और आज वो सपना साकार होने जा रहा है।

साल के आख़िर में शुरू होगा जेवर एयरपोर्ट


एयरपोर्ट का पहला रनवे लगभग तैयार हो गया है। रनवे की ऊपरी सतह पर हो रहे काम को अंतिम रूप दिया जा रहा है। यह रनवे अब सड़क जैसा दिखने लगा है। 3900 मीटर लंबे रनवे के नीचे विशेष लेयर डाली गई है ताकि नीचे से पानी ना आ सके। रनवे में छह से अधिक लेयर डाली गई हैं। इसी तरह टर्मिनल बिल्डिंग का काम चल रहा है। यह काम भी तेजी से पूरा किया जा रहा है। टर्मिनल बिल्डिंग का डिजाइन इस तरह से बनाया गया है कि इसमें उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक झलक दिखेगी। एयरपोर्ट में आठ मंजिला 38 मीटर ऊंचा एटीसी टावर बनाया जा रहा है। इसका स्ट्रक्चर पहले खड़ा हो गया था। अब इसका केबिन बन गया है। केबिन बनने के बाद इसमें शीशे का काम होगा। इसके बाद फाइनल टच दिया जाएगा।

तेजी से चल रहा है एयपोर्ट का काम

नोएडा एयरपोर्ट का निर्माण तेजी से चल रहा है। अगले साल यह एयरपोर्ट शुरू हो जाएगा। एक रनवे और 12 मिलियन यात्रियों के यातायात को संभालने की क्षमता वाला टर्मिनल भी बन रहा है। चौथे चरण के पूरा होने के बाद इस एयरपोर्ट की प्रति वर्ष 70 मिलियन यात्रियों का प्रबंधन करने की क्षमता होगी। नोएडा एयरपोर्ट अपनी श्रेणी का पहला एयरपोर्ट होगा। भारत में शून्य उत्सर्जन हासिल करने के लिए नया मानक स्थापित किया जा रहा है।

जेवर एयरपोर्ट से पहले दिन उड़ेंगे 65 विमान

बता दें कि, जेवर एयरपोर्ट से पहली फ्लाइट इंडिगो एयरलाइन की उड़ेगी। पहले दिन 65 विमान उड़ान भरेंगे। इसके लिए नवंबर महीने के आखिर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और इंडिगो के बीच करार हुआ था। इसके तहत दोनों मिलकर विकास की दिशा में काम करेंगे और उत्तर प्रदेश के अंदर और बाहर एयर कनेक्टिविटी को मजबूत करेंगे। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरू होने से यात्रियों को अच्छी कनेक्टिविटी के साथ-साथ बेहतर अनुभव मिलेगा।