विश्वभर में बढ़ रहा है Blue Zone, पूरे 100 वर्ष जीने की गारंटी

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Blue Zone: पूरे विश्व (World) में ब्लू जोन (Blue Zone) लगातार बढ़ता जा रहा है. Blue Zone दरअसल उन जगहों को कहा जाता है जहाँ लोग 100 साल या इससे भी ज्यादा दिनों तक जीवित रहते हैं. Blue Zone में रहने वाले लोग लम्बी उम्र तक बिना किसी बीमारी के पूरी तरह स्वस्थ जिन्दा रह सकते हैं. बताते चलें कि पूरी दुनिया में तक़रीबन आधा दर्जन Blue Zone हैं.

कैसे जीते हैं स्वस्थ जीवन को

वैसे तो ये आपने भी अबतक पढ़ रखा होगा कि Blue Zone के लोग तक़रीबन 100 सालों से भी ज्यादा की उम्र तक जिन्दा रह सकते हैं. केवा इतना ही नहीं Blue Zone में लोग किसी बीमारी का शिकार तक नहीं होते हैं. वहीं, अब ये समझने की कोशिश करते हैं कि Blue Zone में क्या विशेषता होती है कि वहां पर रहने वाले लोग लम्बी उम्र प्राप्त करते हैं और बीमार तक नहीं पड़ते. इस विषय में एक ताजा रिपोर्ट निकलकर सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि Blue Zone के अधिकतर लोग शाकाहारी होते हैं. अपनी शाकाहारी जीवनचर्या की वजह से Blue Zone के नारिकों को लम्बी उम्र तथा स्वस्थ जीवन जीने का सौभाग्य मिलता है. इसके आलावा मशहूर राइटर जस्टिन रॉबर्ट्स के एक लेख में Blue Zone के बारे में डिटेल में बताया गया है:

क्या है Blue Zone में लम्बी उम्र का पूरा राज

लेखक जस्टिन रॉबर्ट्स ने लिखा है कि हमेशा जवान बने रहने के लिए और लम्बी उम्र हासिल करने की चाहत रखने वाले व्यक्तियों के लिए अरबों पौंड का उद्योग विश्वभर में चल रहा है, जिसमें बुढ़ापा को रोकने वाले उत्पादों से लेकर के पूरक आहार तक बनाए और बेंचे जा रहे हैं. वहीं, बीसवीं सदी के ब्रिटेन में औसत जीवन कम से कम 46 साल थी, जो कि आज के समय 82 सा के आस पास है. इसका मतलब है कि जाहिर है कि पहले के मुकाबले हम आज लम्बा जीवन जी रहे हैं और सम्भवता इसका कारण चिकित्सा विज्ञान की तरक्की और रहन सहन साथ ही कामकाज में आया हुआ सुधार है.

लेकिन आज के समय कुछ गंभीर बीमारियां तेजी से फैलती जा रही हैं. जैसे कि दिल की बीमारियां स्पेशली हार्ट अटैक इनमें सबसे ऊपर है. इसलिए जब हम यह सोच रहे हैं कि लंबा जीवन कैसे जिए, तो हमारी दिलचस्पी यह सोचने में होनी चाहिए कि हम लंबे समय तक स्वस्थ कैसे रहें? पूरे विश्व भर में कुछ ऐसी जगहों की खोज की गई है, जहां सौ साल की आयु पूरी कर चुके शारीरिक और मानसिक रूप से पूर्ण स्वस्थ लोगों का अनुपात कहीं ज्यादा है। इटली के सार्डिनिया द्वीप में ऐसे भौगोलिक स्थानों की पहचान के लिए अध्ययन किया गया, जहां सौ साल से ज्यादा उम्र के लोग काफी हैं. इन जगहों को ब्लू जोन (Blue Zone) कहा जाता है. इन जगहों में अब सार्डिनिया के साथ-साथ इकारिया (ग्रीस), ओकिनावा (जापान), निकोया (कोस्टारिका) और लोमा लिंडा (कैलिफोर्निया) भी शामिल हो गए हैं.

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लेकिन, अध्ययनों से यह संकेत मिलता है कि दीर्घायु में आनुवंशिकता केवल 20 से 25 प्रतिशत तक ही निर्णायक होती है. दिलचस्प यह भी है कि सब्जियां, फल, फलियों जैसे खाद्यों (प्लांट फूड) से भरपूर आहार इन सभी इलाकों में अच्छा-खासा मिलता है. जैसे-लोमा लिंडा के लोग शाकाहारी हैं. ओकिनावा में लंबी उम्र के लोग बैंगनी शकरकंद, सोया और हरी सब्जियों का सेवन ज्यादा करते हैं. सार्डिनिया में स्थानीय स्तर पर उगाई जाने वाली सब्जियों, पारंपरिक खाद्य पदार्थों, शहद और चीज आदि के अलावा मांस और मछली का सेवन संतुलित रूप में ही किया जाता है. जबकि कुछ ब्लू जोन ऐसे हैं, जहां लोग जैतून का तेल, वाइन, चाम आदि का सेवन करते हैं, क्योंकि इनमें एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं. ऐसे में यह विचार करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है कि लंबी उम्र पाने वाली आबादी क्या नाहीं कर रही है, जितना यह विचार करना कि लंबी उम्र के लिए ये लोग क्या करते हैं.