जानिए अचानक क्यों चर्चा में आईं ग्रेटर नोएडा की CEO मेधा रूपम?

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Greater Noida CEO Medha Roopam: ग्रेटर नोएडा की सीईओ मेधा रूपम (CEO Medha Roopam) की चर्चा हो रही है। बता दें कि इनके पिता ज्ञानेश कुमार गुप्ता (Gyanesh Kumar Gupta) को चुनाव आयुक्त के रूप में चयन हुआ हैं। इसके बाद उनके परिवार का विवरण सामने आया है। ज्ञानेश कुमार का परिवार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों से भरा-पूरा है। उनकी बेटी मेधा और दामाद मनीष दोनों यूपी कैडर के आईएएस (IAS) अधिकारी हैं।
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यूपी के ग्रेटर नोएडा की सीईओ मेधा रूपम (CEO Medha Roopam) की चर्चा तेज हो गई है। उनके पिता ज्ञानेश कुमार गुप्ता को देश का चुनाव आयुक्त बनाया गया है। बता दें कि ज्ञानेश कुमार 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। ज्ञानेश कुमार मूल रूप से यूपी के आगरा के रहने वाले हैं। केरल कैडर के आईएएस अधिकारी ज्ञानेश कुमार कुछ दिन पहले ही सहकारिता मंत्रालय के सचिव पद से रिटायर हुए थे। मंत्रालय के गठन के समय से ही ज्ञानेश कुमार वहां प्रतिनियुक्त किए गए थे।

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ज्ञानेश कुमार (Gyanesh Kumar) इससे पहले गृह मंत्रालय में कश्मीर डिवीजन के संयुक्त सचिव के पद पर तैनात थे। ज्ञानेश जब केंद्रीय गृह मंत्रालय में सचिव पद पर तैनात थे, उसी समय केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त किया था। उनके चुनाव आयुक्त बनने के बाद उनके परिवार की चर्चा शुरू हो गई है। यह परिवार पूरी तरह प्रशासनिक सेवा से जुड़ा हुआ है। मेधा के पति मनीष बंसल भी यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी हैं।

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मेधा रूपम का स्टेट शूटिंग चैंपियन से आईएएस तक का सफर

मेधा रूपम (Medha Roopam) ने अपने करियर की शुरुआत शूटिंग प्लेयर के तौर पर की थी। केरल की स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में खेलकर 3 गोल्ड मेडल अपने नाम किए थे। साथ ही केरल स्टेट का रिकॉर्ड भी उन्होंने तोड़ा। इसके बाद वह आईएएस अधिकारी बन गई। वर्ष 2014 बैच की आईएएस अधिकारी मेधा रूपम अभी ग्रेटर नोएडा के अतिरिक्त सीईओ के रूप में कार्यरत हैं। सीईओ रवि कुमार एनजी के छुट्टी पर जाने के कारण उन्हें यह पद दिया गया है। मेधा की गिनती यूपी के तेज-तर्रार प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर होती है।

पिता की प्रेरणा से बनी मेधा आईएएस अधिकारी

मेधा रूपम (Medha Roopam) के पिता केरल कैडर के आईएएस रहे थे। ज्ञानेश कुमार ने बेटी को आईएएस अधिकारी के लिए प्रेरित किया। शूटिंग में नेशनल लेवल तक पहुंची मेधा ने अपने करियर का रुख मोड़ा। यूपीएससी की तैयारी शुरू की। आखिरकार साल 2014 में उनका चयन यूपी कैडर के आईएएस के तौर पर पेश किया गया।

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प्रारंभिक शिक्षा केरल में हासिल की

मेधा रूपम (Medha Roopam) का जन्म 21 अक्टूबर को आगरा में हुआ था। पिता केरल में पदस्थापित थे। इसलिए उनकी प्रारंभिक शिक्षा वहीं से हुई। साल 2008 में 12वीं की पढ़ाई के दौरान मेधा ने शूटिंग में हाथ आजमाना शुरू किया। 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

मेधा ने सिविल सर्विसेज की तरफ किया रुख

पिता ज्ञानेश कुमार गुप्ता बेटी को आईएएस अधिकारी बनाना चाहते थे। उन्होंने अपनी बेटी का मार्गदर्शन किया। मेधा ने पिता के कहने पर शूटिंग के करियर को अलविदा कह दिया। इसके बाद वह प्रशासनिक सेवा की तैयारी करने लगी। साल 2014 में मेधा सिविल सर्विसेज परीक्षा को क्लीयर कर आईएएस बन गई। मसूरी में प्रशिक्षण के दौरान उनकी मुलाकात मनीष बंसल से हुई।

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मनीष बंसल भी हैं आईएएस अधिकारी

आईएएस अधिकारी मेधा रूपम में के पति मनीष बंसल (Manish Bansal) भी 2014 बैच के आईएएस अफसर हैं। मनीष बसंल का जन्म पंजाब में 14 जनवरी 1990 को हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा पंजाब में ही हुई। आईएएस मनीष ने एमटेक तक की पढ़ाई की। आईएएस मनीष बंसल की ट्रेनिंग मसूरी में 1 सितम्बर 2014 से 4 जून 2015 तक हुई। उसके बाद बरेली में सहायक मजिस्ट्रेट के पद तैनात किए गए। अभी वे यूपी में आईएएस अधिकारी के तौर पर तैनात किए गए।

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बरेली में हुई थी मेधा की पहली पोस्टिंग

मेधा रूपम (Medha Roopam) ने मसूरी में 4 जून 2015 तक ट्रेनिंग पूरी करने के बाद बरेली में सहायक मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यभार संभाला। बरेली से मेधा रूपम का 23 अक्टूबर 2016 को तबादला हुआ। वे मेरठ में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद तैनात की गईं। मेरठ के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर रहते हुए बागपत के जौहड़ी की शूटिंग चैंपियनशिप में मेधा रूपम ने स्वर्ण पदक जीतकर अपने पुराने हाथ दिखाए थे। मेरठ के बाद आईएएस मेधा रूपम उन्नाव में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद तैनात हुईं।

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लखनऊ में हुई नियुक्ति

आईएएस मेधा रूपम (Medha Roopam) की लखनऊ में यूपीएएएम के ज्वाइंट डायरेक्टर के पद प्रतिनियुक्ति की गई। 17 नवंबर 2018 को यूपीएएएम के संयुक्त निदेशक के साथ-साथ महिला कल्याण विभाग का विशेष सचिव बनाया गया। मेधा रूपम को 12 फरवरी 2019 को लखनऊ से ट्रांसफर कर बाराबंकी के मुख्य विकास अधिकारी के पद पर तैनात किया गया। वहां भी उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

हापुड़ डीएम के तौर पर हुई पोस्टिंग

मेधा रूपम (Medha Roopam) की पोस्टिंग हापुड़ डीएम के तौर पर भी हुई। उन्हें प्रदेश के तेज तर्रार अधिकारियों में गिना जाता रहा है। 24 फरवरी 2023 को उन्हें ग्रेटर नोएडा के एसीईओ के पद पर तैनात किया गया। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में एसीईओ पद पर तैनात रहीं प्रेरणा शर्मा के स्थान पर उनकी नियुक्ति हुई। प्रेरणा शर्मा को हापुड़ का डीएम बनाया गया था।

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पिता के कारण चर्चा में आई मेधा रूपम

मेधा रूपम अपने पिता ज्ञानेश कुमार गुप्ता (Gyanesh Kumar Gupta) के कारण चर्चा में आ गई हैं। उनके पिता को देश का चुनाव आयुक्त (Election Commissioner) बनाया गया है। बीते मंगलवार को ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति की घोषणा की गई। मेधा को यूपी के तेज तर्रार अधिकारियों में गिना जाता है। वे तेजी से फैसले के लिए जानी जाती हैं। उनकी इस प्रकार की छवि को उनके पिता से जोड़कर देखा जाता है। वे कहती भी हैं कि पिता की प्रेरणा से वे आईएएस बनी।