Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग (Election Commission) ने कर दिया है लेकिन तारीख के ऐलान से पहले ही 12 मार्च को निर्वाचन आयोग ने सर्वोच्च अदालत के आदेश के बाद अपने पोर्टल पर इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bond) से जुड़ी सारी जानकारी अपलोड की जिसका डेटा भारतीय स्टेट बैंक (state Bank of India) ने दी।
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दरअसल सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने एसबीआई को 12 मार्च तक इलेक्टोरल बॉन्ड की खरीद से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था। अदालत ने चुनाव आयोग से इस जानकारी को 15 मार्च की शाम पांच बजे तक अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक करने का भी निर्देश दिया था।
इस डेटा का विश्लेषण जारी है। लेकिन अबतक मिली जानकारी के मुताबिक, बीजेपी सबसे ज़्यादा चंदा हासिल करने वाली पार्टी बनकर सामने आई है। इस जानकारी को दो हिस्सों में जारी किया गया है। पहले हिस्से में 336 पन्नों में उन कंपनियों के नाम हैं जिन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदा है और उसकी राशि की जानकारी भी दी गई है। जबकि दूसरे हिस्से में 426 पन्नों में राजनीतिक दलों के नाम हैं और उन्होंने कब कितनी राशि के इलेक्टोरल बॉन्ड कैश कराए उसकी विस्तृत जानकारी है।
चुनाव आयोग के जरिए अपलोड किए गए डाटा को देखने से मालूम होता है कि इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bond) खरीदने में ग्रासिम इंडस्ट्रीज, मेघा इंजीनियरिंग, पीरामल एंटरप्राइजेज, टोरेंट पावर, भारती एयरटेल, डीएलएफ कमर्शियल डेवलपर्स, वेदांता लिमिटेड, अपोलो टायर्स, लक्ष्मी मित्तल, एडलवाइस, पीवीआर, केवेंटर, सुला वाइन, वेलस्पन, और सन फार्मा जैसी कंपनियां ने बढ़ चढ़कर बॉन्ड खरीदे है।
फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज (1,368 करोड़ रुपये) और मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (966 करोड़ रुपये) ने सबसे ज्यादा कीमत के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे हैं।
तो वहीं बीजेपी, कांग्रेस, एआईएडीएमके, बीआरएस, शिवसेना, टीडीपी, वाईएसआर कांग्रेस, डीएमके, जेडीएस, एनसीपी, तृणमूल कांग्रेस, जेडीयू, आरजेडी, आप और समाजवादी पार्टी ने इन इलेक्टोरल बॉन्ड को इनकैश किया है।
इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bond) सार्वजनिक होने के बाद लोगों के जेहन में एक ही सवाल उठ रहे हैं कि किस-किस पार्टी को कितना-कितना चंदा मिला है। तो आपको बताते चले कि चुनाव आयोग की ओर से सार्वजनिक किए गए डाटा के अनुसार बीजेपी 60.60 अरब रुपये के साथ पहले स्थान पर है, जबकि ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी 16.09 अरब रुपये के साथ दूसरे नंबर है। वहीं, तीसरे नंबर पर कांग्रेस है। कांग्रेस को 14.21 अरब रुपये का चंदा मिला है।
किस पार्टी को कितना मिला चंदा
बीजेपी- जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीजेपी को सबसे ज्यादा 60,60,51,11,000 रुपये का दान मिला है। साल की बात की जाये तो बीजेपी को साल 2019 में 19,71,75,01,000 रुपए, 2020 में 73,89,00,000 रुपए, 2021 में 3,72,99,50,000 रुपए, 2022 में 16,76,32,61,000 रुपए, 2023 में 2,02,00,00,000 रुपए और 2024 में 60,60,51,11,000 रुपए का चंदा मिला है।
तृणमूल कांग्रेस- चुनावी बॉन्ड के जरिये चंदा पाने वालों में टीएससी दूसरे नंबर पर है। तृणमूल कांग्रेस ने चुनावी बांड के जरिये 16,09,53,14,000 रुपये चंदा मिला। यह राशि इस माध्यम से चंदा प्राप्त करने वाले 22 क्षेत्रीय दलों की कुल दानराशि का 30 फीसदी है।
कांग्रेस- चुनावी चंदा जुटाने में कांग्रेस (Congress) तीसरे नंबर पर कांग्रेस रही है। कांग्रेस कुल 14,21,86,55,000 रुपए मिले हैं।
बीजू जनता दल- ओडिशा की बीजू जनता दल (Biju Janata Dal) को इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में कुल 7,75,50,00,000 रुपए मिले हैं।
डीएमके- द्रविड़ मुनेत्र कड़गम पार्टी को 6,39,00,00,000 रुपए का दान मिला है।
आम आदमी पार्टी
वहीं अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) को भी चुनावी चंदे के रूप में 65,5,0,00 रुपये मिले हैं।
राष्ट्रीय जनता दल
इलेक्टोरल बॉन्ड की लिस्ट में लालू प्रसाद यादव की आरजेडी (RJD) को दान के रूप में कुल 72,50,00,000 रुपए मिले हैं।
शिवसेना
शिवसेना पार्टी (Shiv Sena Party) को चंदा के रूप में 1,58,38,14,000 रुपए मिले है।
जेडीयू
जेडीयू (JDU) को चुनावी चंदे के रूप में 14,00,00,000 रुपये मिले हैं।
वहीं अगर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजनीतिक दलों की बात करें तो अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी को 14 करोड़ रुपये का चंदा मिला है, जोकि 16वें स्थान पर है। बहुजन समाज पार्टी का नाम इस लिस्ट में नहीं है।