30 सालों से बिना रुके चल रही सेवा, हजारों यात्रियों का भरता है पेट
Train News: अगर आपको ट्रेन यात्रा (Train Travel) के दौरान गर्मागर्म स्वादिष्ट खाना भी फ्री (Free) में मिले, तो क्या कहेंगे आप? शायद यकीन करना थोड़ा मुश्किल हो, लेकिन ये सच है। भारत में एक ऐसी ट्रेन (Train) है जो सिर्फ मुसाफिरों को उनके गंतव्य तक नहीं पहुंचाती, बल्कि रास्ते में उन्हें प्रेम, सेवा और भोजन भी परोसती है और वो भी बिना एक पैसे लिए। आज जब हर चीज़ के दाम आसमान छू रहे हैं, ऐसी ट्रेन का चलना सिर्फ एक यात्रा (Travel) नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक और मानवीय अनुभव बन जाता है।
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हम बात कर रहे हैं सचखंड एक्सप्रेस (Sachkhand Express) (12715) की, जो अमृतसर और नांदेड़ (Amritsar and Nanded) के बीच चलती है। यह ट्रेन सिर्फ दूरी नहीं तय करती, बल्कि सिख परंपरा के दो पवित्र स्थलों श्री हरमंदिर साहिब और श्री हजूर साहिब को भी जोड़ती है। यह 2,081 किलोमीटर लंबी यात्रा करीब 32 घंटे में पूरी होती है और रास्ते में 39 स्टेशनों पर रुकती है।
लेकिन जो बात इसे खास बनाती है, वो है इस ट्रेन में मिलने वाला फ्री लंगर भोजन (Free Langar food), जो यात्रियों को बिना किसी भेदभाव के परोसा जाता है। नाश्ते से लेकर लंच और डिनर तक यात्रियों को तीनों वक्त भरपेट और स्वादिष्ट खाना बिल्कुल फ्री मिलता है।
लंगर परंपरा ने दिया इस सेवा को आकार
यह परंपरा लगभग 1995 से शुरू हुई थी, और तब से लेकर अब तक लाखों मुसाफिर इस सेवा का लाभ उठा चुके हैं। ट्रेन में खुद की पेंट्री कार है, लेकिन वहां खाना नहीं पकता। इसके बजाय, विभिन्न स्टेशनों पर स्वयंसेवक यात्रियों को कढ़ी-चावल, दाल-सब्जी जैसे शुद्ध शाकाहारी व्यंजन परोसते हैं।
ट्रेन (Train) के 6 प्रमुख स्टॉप्स पर ये लंगर सेवा उपलब्ध होती है और यात्रियों को खाने के लिए पर्याप्त समय दिया जाता है। बहुत से लोग अपना टिफिन या थाली साथ लेकर चलते हैं, जिससे वे इस सेवा का पूरी तरह से लाभ उठा सकें।
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हर दिन 2,000 से ज़्यादा लोगों को खाना
इस ट्रेन (Train) की सेवा का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि हर दिन लगभग 2,000 यात्री इस फ्री भोजन का आनंद लेते हैं। न कोई भीड़, न कोई भेदभाव बस सेवा और सादगी। यही इसकी पहचान है।

