मेट्रो की तरह एयरपोर्ट पर होगी डायरेक्ट एंट्री..E-पासपोर्ट सिस्टम की डिटेल पढ़िए

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E Passport System: मेट्रो की तरह एयरपोर्ट पर डायरेक्ट एंट्री होगी। देश में जल्द ही ई-पासपोर्ट (E-Passport) सेवा शुरू होने जा रही है। केंद्र सरकार (Central Government) इसकी तैयारी कर रही है। कहा जा रहा है कि आम चुनावों से पहले ही ये सुविधा शुरू हो जाएगी। ई-पासपोर्ट शुरू होने के बाद महज कुछ ही देर में इमिग्रेशन क्लीयरेंस (Immigration Clear) हो जाएगा। एयरपोर्ट (Airport) पर एंट्री के वक्त बिल्कुल मेट्रो (Metro) में एंट्री जैसा अहसास होगा। पढ़िए पूरी खबर…
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सरकार देश में आम चुनावों से पहले ई-पासपोर्ट (E-Passport) सेवा शुरू करने की कोशिश कर रही है। सूत्रों के अनुसार इसके लिए केंद्रीय नागर विमानन और केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ मिलकर विदेश मंत्रालय तैयारियों में जुटा है। अगर सब कुछ उम्मीद के मुताबिक रहा तो अगले महीने के आखिर तक या फिर मार्च की शुरुआत में इसे लॉन्च कर दिया जाएगा।

सूत्रों ने बताया कि जब देश में ई-पासपोर्ट जारी करने शुरू हो जाएंगे। तब इनसे यात्रा करने वाले तमाम अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को जिस भी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (International Airport) से यात्रा करनी होगी। यात्रा करने के कम से कम 72 घंटे पहले यात्री को अपनी तमाम डिटेल संबंधित एजेंसी को देनी होगी। जिससे ई-पासपोर्ट वाले यात्री को भी एयरपोर्ट पर फिर इमिग्रेशन क्लीयर कराने में लाइन में ना लगना पड़े।

मेट्रो स्टेशन जैसे होगी एयरपोर्ट पर एंट्री

ई-पासपोर्ट वाले यात्री का पासपोर्ट नंबर और वीजा समेत अन्य जानकारियां यात्रा करने से पहले ही संबंधित एजेंसी को भेजी जाएंगी। वहां से ग्रीन सिग्नल मिलते ही यात्री आराम से इमिग्रेशन क्लीयर कर लेगा। ये बिल्कुल मेट्रो स्टेशन में एंट्री करने जैसा एहसास होगा। बस ई-पासपोर्ट (E-Passport) यात्री के इमिग्रेशन क्लीयरेंस में थोड़ा अधिक वक्त लगेगा। वह भी यात्री की बायोमेट्रिक और चेहरे के मिलान समेत कुछ अन्य जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के रूप में।

ई-पासपोर्ट सिस्टम कुछ ही देर में करेगा इमिग्रेशन क्लीयरेंस

लेकिन ई-पासपोर्ट सिस्टम में यात्री कुछ ही देर में इमिग्रेशन क्लीयरेंस कर लेगा। इसके लिए दिल्ली और मुंबई समेत अन्य इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी ई-पासपोर्ट के लिए इमिग्रेशन क्लीयरेंस कराने के लिए सिस्टम लगाने की बात हो रही हैं। जिससे कि अगर फरवरी या मार्च में इस सिस्टम को लॉन्च (Launch) किया जाता है तो फिर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर जल्द से जल्द इमिग्रेशन क्लीयरेंस होने के रूप में इसका फायदा भी यात्री को मिल सके।

कुछ साल पहले सरकार ने ट्रायल के लिए कुछ ई-पासपोर्ट बनाए भी थे। जिनके सुरक्षा और अन्य तमाम पहलुओं को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग तरीके से ट्रायल भी किए गए। सूत्रों का कहना है कि अब लगभग सारे तरीके के ट्रायल खत्म हो गए हैं। अब जल्द ई-पासपोर्ट सेवा शुरू होने की उम्मीद है।

इस ई-पासपोर्ट से क्या होंगे फायदे?

ई-पासपोर्ट के कई तरह के फायदे होंगे। एक्सपर्ट का कहना है कि ई-पासपोर्ट (E-Passport) वालों को दुनिया के लगभग 100 देशों में जल्द इमिग्रेशन क्लीयरेंस होने के रूप में इसका बड़ा फायदा मिलेगा। यात्री की सारी डिटेल एक चिप में होगी। साथ ही यात्री की पहचान सुनिश्चित करने के लिए उसकी चेहरे के साथ ही बायोमेट्रिक डिटेल भी उसी चिप में होगी।

जिससे यात्री के असली-नकली और अपराधी होने का भी आसानी से पता लगाया जा सकेगा। इसमें ना तो कोई बहरूपिया किसी दूसरे की जगह कबूतरबाजी जैसी घटनाओं को अंजाम दे सकेगा। और ना ही कोई अपराधी आसानी से देश छोड़कर भाग सकेगा। देश में इस सिस्टम को जल्द से जल्द लागू करने की कोशिश की जा रही है।