इजराइल में नौकरी पाने का शानदार मौक़ा.. 1.40 लाख सैलरी, रहना-खाना फ्री

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Jobs in Israel: अगर आप भी विदेशों में नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो यह खास खबर आपके लिए है। आपको बता दें कि फिलिस्तीन (Palestine) के साथ जंग के बीच इजराइल में बड़ी संख्या में भारतीय कामगारों (Indian Workers) के लिए नौकरी के मौके हैं। इजराइल में कुशल श्रमिक के रूप में अच्छी तनख्वाह वाली नौकरी पाने की उम्मीद में ठंडी के बाद भी देशभर से पुरुष परीक्षण भर्ती अभियान में हिस्सा ले रहे हैं और सेलेक्ट भी हो रहे हैं। इजराइल ( Israel) में नौकरी के लिए एनएसडीसीआई (NSDCI) यानी राष्ट्रीय कौशल विकास निगम इंटरनेशनल की तरफ से चलाए जा रहे भर्ती अभियान में उत्तर प्रदेश और हरियाणा से करीब 5.6 हजार लोगों का चयन किया गया है।
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अब मिजोरम (Mizoram), तेलंगाना (Telangana), राजस्थान, बिहार और हिमाचल प्रदेश के युवा भी इस भर्ती में शामिल होना चाहते हैं। इन पांच राज्यों ने राष्ट्रीय कौशल विकास निगम इंटरनेशनल (National Skill Development Corporation International) से मंगलवार को इजराइल के लिए भर्ती अभियान चलाने का अनुरोध हुआ है। अब तक केवल दो राज्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा ने एनएसडीसी से संपर्क किया था और 31 जनवरी 2024 तक 5,600 से अधिक उम्मीदवारों का चयन कर लिया गया है।

यूपी और हरियाणा के कितने लोगों का हुआ चयन

टीओआई की खबर के अनुसार, इससे पहले 16 जनवरी को भारतीय राज्यों में निर्माण श्रमिकों को काम पर रखने के लक्ष्य से भर्ती अभियान के लिए 15 सदस्यीय इजराइली टीम के आने की खबर दी गई थी। हरियाणा में यह भर्ती अभियान का 16 से 20 जनवरी तक आयोजन हुआ, जहां 1370 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 530 का चयन हुआ। बात करें यूपी की तो यहां मंगलवार को खत्म हुई प्रक्रिया में 7182 में से कुल 5087 का चयन किया गया। एनएसडीसी सूत्रों के अनुसार, अगर 5,000 उम्मीदवार इजरायल में पांच साल तक काम करते हैं, तो भारत को 5,000 करोड़ रुपये मिलेंगे।

जानिए क्यों है इजराइल में डिमांड

इस बीच केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि भारत को कुशल श्रमशक्ति (मैनपावर) के लिए वैश्विक केंद्र बनाने के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण पर काम किया जा रहा है। यह विकसित भारत के निर्माण की दिशा में समग्र दृष्टिकोण का ही एक हिस्सा है। सिर्फ इजराइल ही नहीं, भारत भी कई अन्य देशों को कुशल संसाधन उपलब्ध कराने की तैयारी में है। आपको बता दें कि इजराइल-हमास जंग के बाद इजराइल में बड़ी संख्या में फिलिस्तीनियों के वर्क परमिट कैंसिल कर दिए हैं और इजराइल का निर्माण उद्योग खाली पदों को भरने के लिए भारत और अन्य देशों से श्रमिकों की तलाश कर रहा है।