Bengal Hinsa: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से जो तस्वीरें सामने आई हैं, वे रोंगटे खड़े कर देने वाली हैं।
Bengal Hinsa: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद (Murshidabad) से जो तस्वीरें सामने आई हैं, वे रोंगटे खड़े कर देने वाली हैं। सड़कें वीरान हैं, दुकानें (Shops) जली हुई हैं, और घरों में खामोशी का डर पसरा है। यहां के लोगों (People) के चेहरों पर दहशत साफ झलक रही है। ये सिर्फ सांप्रदायिक तनाव नहीं है ये इंसानियत के खिलाफ एक भयावह हमला है। वक्फ (Amendment) अधिनियम के विरोध के नाम पर शुरू हुआ प्रदर्शन अब हिंसा की आग में बदल चुका है, जिसमें खास तौर पर हिंदू समुदाय (Hindu Community) को निशाना बनाए जाने के आरोप सामने आ रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर…
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चुन-चुन कर हिंदुओं पर हमला
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुर्शिदाबाद के धुलियान, सुती और शमशेरगंज इलाकों में बीते दो दिनों से हिंसा (Violence) जारी है। रविवार को इन क्षेत्रों में सड़कें पूरी तरह सुनसान रहीं। स्थानीय दुकानों, मॉल्स और फार्मेसी में तोड़फोड़ और आगजनी की गई। मीडिया टीम जब मौके पर पहुंची, तो एक क्षतिग्रस्त इमारत में बम के छर्रे, राख और टूटी हुई फर्नीचर दिखाए गए, जिन्हें उपद्रवियों ने प्रांगण में आग के हवाले कर दिया था।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के लोग संगठित होकर आए और विशेष रूप से हिंदुओं के व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और घरों को निशाना बनाया। हमलावरों ने न केवल संपत्ति को नुकसान पहुंचाया बल्कि कई स्थानों पर चुन-चुन कर हिंदुओं के दुकानों में लूटपाट और आगजनी की।

खून के प्यासे थे हमलावर
एक चश्मदीद के मुताबिक, सैकड़ों लोगों का हथियारबंद गिरोह (Armed Gangs) अचानक सामने आया। वे चिल्ला रहे थे कि इस इलाके में हिंदुओं को नहीं रहने देंगे। उन्होंने बम फेंके और दुकानों में आग लगा दी। हम उनके सामने गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन उन्होंने नहीं सुना। एक अन्य चश्मदीद ने कहा, मैं 50 साल से इस इलाके में रह रहा हूं, लेकिन ऐसा तांडव पहले कभी नहीं देखा। मेरी दवा की दुकान को पूरी तरह लूट लिया गया, लाखों का नुकसान हो गया।
4 घंटे तक चलता रहा उत्पात
पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने बार-बार पुलिस (Police) को फोन किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 4 घंटे तक लगातार उपद्रव चलता रहा, इस दौरान कई घरों और दुकानों को तोड़ा गया, लूटा गया और जलाया गया। आश्चर्य की बात यह रही कि मुस्लिम दुकानों को बिल्कुल भी नुकसान नहीं पहुंचा, जिससे आरोप और भी गंभीर हो गए हैं।
जाफराबाद में पिता-पुत्र की निर्मम हत्या
शमशेरगंज (Shamsherganj) के जाफराबाद में उपद्रवियों ने एक घर में घुसकर पिता-पुत्र को बाहर घसीट कर उनकी हत्या कर दी। घर के बर्तन, फर्नीचर और अन्य सामान को तहस-नहस कर दिया गया। जब मीडिया और सुरक्षा बल उस घर में पहुंचे तो परिवार के सदस्य खामोश और डरे हुए खड़े थे।
पूरे इलाके में सुरक्षा, इंटरनेट बंद
पुलिस अधिकारी के मुताबिक धुलियान, शमशेरगंज, सुती और जंगीपुर में हालात इतने खराब हो गए कि इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और बीएनएसएस की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है। अब तक 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और रातभर छापेमारी चल रही है।
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कैसे शुरू हुई हिंसा?
यह हिंसा वक्फ (संशोधन) अधिनियम (Wakf Act) के खिलाफ शुक्रवार को हुए विरोध प्रदर्शन से शुरू हुई थी। प्रदर्शन के दौरान पुलिस वैन में आगजनी, पथराव और सड़क जाम जैसी घटनाएं हुईं। शनिवार को 21 वर्षीय एजाज मोमिन की मौत के बाद हालात और बिगड़ गए। अब तक 18 से ज्यादा पुलिसकर्मी भी घायल हो चुके हैं। पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार (Director General of Police Rajeev Kumar) का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन ज़मीन पर फैली दहशत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।