Ghaziabad News: अगर आप भी ट्रेन से सफर करते हैं और आपका कुछ सामान छूट जाता है या खो जाता है तो अब हैरान होने की बात नहीं है। आपको बता दें कि नमो भारत ट्रेनों (Namo Bharat Train) में खोई हुई वस्तुओं को वापस लौटाने के लिए लॉस्ट प्रॉपर्टी ऑफिस (Lost Property Office) पूरी कोशिश कर रहा है। अधिकारियों यह सुनिश्चित करने की कोशिश करते है कि ट्रेनों में मिलने वाली वस्तुओं को जल्द से जल्द उनके मालिक तक पहुंचाया जा सके। यात्री को उसका खोया सामन वापस दिलाने में टीम का यह प्रयास बहुत महत्वपूर्ण है। यात्री रोजमर्रा की भागदौड़ में अक्सर अपनी चीजों को अक्सर ट्रेन में भूल जाते हैं। अपने खोए सामान को वापस पाकर उनके चेहरे पर मुस्कान वापस लौट आती है। यात्री लंच बाक्स बैग, नकदी, पेटीएम कार्ड, हेलमेट, चाबियां और चश्में आदि भूल जाते हैं।
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जानिए पूरा मामला
लॉस्ट प्रॉपर्टी ऑफिस गाजियाबाद (Lost Property Office Ghaziabad) आरआरटीएस स्टेशन (RRTS station) के कॉनकोर्स लेवल पर बनाया गया है। आरआरटीएस स्टेशनों के परिसर में या नमो भारत ट्रेनों में पाई जाने वाली कोई भी लावारिस वस्तु स्टेशन नियंत्रण में जमा हो जाती है। अगर सामान के मालिक 24 घंटे में खोई हुई वस्तु का दावा नहीं करता है, तब उक्त सामान को गाजियाबाद आरआरटीएस स्टेशन के लॉस्ट प्रॉपर्टी ऑफिस में जमा कर दिया जाता है। इस प्रक्रिया के तहत जब खोई हुई वस्तु एलपीओ में चली जाती है, तो इसकी जानकारी आरआरटीएस की वेबसाइट पर लॉस्ट एंड फाउंड सेक्शन (https://www.rrts.co.in/web/lost-found) के तहत दे दी जाती है। वेबसाइट के माध्यम से वस्तुओं के दावेदार अपनी खोई हुई वस्तुओं की खोज करते हैं। खोई वस्तु पर दावा करने वाले व्यक्ति अपना पहचान प्रमाण लेकर स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल स्थित लॉस्ट प्रॉपर्टी ऑफिस में आ सकते हैं। और यहां सत्यापन की प्रक्रिया पूरी कराके खोई हुई वस्तुओं को उनके असली मालिकों को वापस कर दिया जाता है।
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सामान वापस मिलने पर जताई खुशी
आपको बता दें कि साल 2023 के अक्टूबर महीने में आरआरटीएस के प्रायोरिटी सेक्शन के संचालन की शुरुआत के बाद एलपीओ की स्थापना की गई थी। तब से लेकर अब तक एलपीओ को कई वस्तुएं बरामद की है। इस दौरान कई वस्तुओं को उनके मालिकों को लौटाया गया है। यात्री अपना खोया हुआ सामान वापस पाकर बहुत खुश हो जाते हैं। एक यात्री दक्ष त्यागी का महत्वपूर्ण दस्तावेजों और नकदी से भरा लाल रंग का बैग दुहाई आरआरटीएस स्टेशन पर छूट गया था। यह बैग बरामद होने के बाद स्टेशन स्टाफ ने इसे गाजियाबाद स्टेशन में स्थित एलपीओ में जमा किया था। जहां बाद में दक्ष त्यागी ने संपर्क किया और फिर सत्यापन के बाद उन्हें बैग वापस दे दिया गया। बैग वापस मिलने पर उन्होंने एनसीआरटीसी की टीम का धन्यवाद किया।
आभार जता रहे यात्री
नमो भारत के एक और यात्री पवन कर्दम भी अपनी डायरी के साथ कागज में लिपटी हुई 6,000 रुपए की नकदी भूल से दुहाई स्टेशन छोड़ दिए थे। उनकी डायरी और नकदी बरामद होने के बाद स्टेशन स्टाफ ने एलपीओ को सौंप दिया। इसके बाद पवन कर्दम ने वेबसाइट के लॉस्ट एंड फाउंड सेक्शन के जरिए से अपनी खोई हुई डायरी और नकदी की खोज की है। जिसके बाद वे अपना सामान लेने के लिए के लिए गाजियाबाद स्टेशन आए और सत्यापन की प्रक्रिया के बाद उनकी डायरी और नकदी सुरक्षित वापस मिल गई। अपना सामान मिलने पर उन्होंने आरआरटीएस को धन्यवाद दिया। इसी प्रकार अंकित गुप्ता, संदीप कुमार, श्रीका गर्ग, पवन कर्दम, रजत और आकाश सोलंकी समेत अन्य यात्री शामिल हैं। खोए हुए सामान में अलग-अलग जगहों से एनसीआरटीसी को लंच के साथ बैग, नकदी, पेटीएम कार्ड, हेलमेट, चाबियां और चश्में समेत अन्य वस्तुएं प्राप्त हुई हैं। इन सामान को वापस पाने के लिए यात्री लॉस्ट प्रॉपर्टी ऑफिस में संपर्क कर सकते हैं।