हर साल 25 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है क्रिसमस?

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नीलम सिंह चौहान, खबरीमीडिया

Christmas 2023: क्रिसमस का त्यौहार आने वाला है। पूरी दुनिया भर के लोग Christmas को ईश्वर के पुत्र ईशा मसीह के बर्थडे के रूप में मनाते हैं। लेकिन क्या सच में ईशा मसीह का जन्म 25 दिसंबर को हुआ था? वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, बाइबल में इस बारे में फिलहाल कुछ भी स्पष्ट तरीके से नहीं बताया गया है कि 25 दिसंबर के दिन ही Jesus Christ का जन्म हुआ था या नहीं। ऐसे में हम आपको बताते हैं कि फिर कैसे क्रिसमस को 25 दिसंबर के दिन सेलिब्रेट किया जाता है और इस दिन को ही ईशा मसीह के जन्म से क्यों जोड़ा गया है।

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यदि Anthropolgist James George Frazer के पुस्तक The Golden Bough के अनुसार मानें तो इन्होंने बताया है की 25 दिसंबर को ही क्रिसमस क्यों सेलिब्रेट करते हैं। लेकिन बहुत सारे ऐसे तर्क हैं जो फ्रेजर के सिद्धांतों का खण्डन करते हैं। कई सारे सिद्धांत उस दिन की चर्चा करते हैं जिस दिन यीशु ( Jesus Christ) का बर्थ हुआ था। ठीक उसी तरह जैसे क्रिसमस की छुट्टियों में होता है। 6 से 4 ईशा पूर्व के बीच के समय को ईशा मसीह के जन्म का समय माना जाता है।

क्या है क्रिसमस का इतिहास

क्रिसमस को सेलिब्रेट करने से जुड़ी सबसे कॉमन स्टोरी उसे माना जाता है, जब योशू की मदर मरियम को बताया गया था कि वे प्रभु के द्वारा एक खास बच्चे को जन्म देंगी। मान्यता मुताबिक मदर मैरी को 25 मार्च को ये भविष्यवाणी मिली थी और 9 महीने के बाद यानी कि 25 दिसंबर को भगवान यीशु का जन्म हुआ। इसलिए 25 दिसंबर को Jesus Christ Birthday के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। लेकिन अभी भी इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है कि उनका जन्म 25 दिसंबर को हुआ था क्योंकि ग्रेगोरियान कैलेंडर जो कि आज के समय क्रिसमस समारोह का आधार है, उस वक्त मौजूद नहीं था।

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वहीं, Christmas का फेस्टिवल धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहार के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। क्रिसमस शब्द क्राइस्ट मास से निकला है। क्योंकि पहली बार इसे ईसाई रोमन सम्राट और रोमन सम्राट कॉन्सटेंटाइन के emperor के दौरान 336 में मनाया गया था।

जो भी लोग ईसाई धर्म को मानते हैं या फॉलो करते हैं, उनके लिए Christmas एक पवित्र दिन है। इस खास दिन लोग ईशा मसीह और उनके बलिदानों को याद करते हैं कि किस प्रकार इशू को सूली में चढ़ाया गया था और कैसे वो मास के दौरान फिर से जीवित हो गए थे।

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Christmas का त्यौहार जुड़ा है इन परंपराओं से

Christmas का त्यौहार कई सारी परंपराओं से एक साथ जुड़ा है। इस दिन लोग Christmas ट्री को डेकोरेट करते हैं। एक दूसरे को कई सारे उपहार देते हैं और कुकीज और केक बनाते हैं।
वहीं क्रिसमस पर रेड, गोल्डन और ग्रीन कलर का इस्तेमाल करते हैं। रेड कलर ईशा मसीह का, सुनहरा कलर तीन राजाओं में से एक के उपहार और ग्रीन कलर अनंत जीवन का प्रतिनिधित्व करता है।

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