Greater Noida West: पंचशील ग्रीन्स-2 में हंगामा क्यों मचा है?

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Greater Noida West: आज पंचशील ग्रीन्स (Panchsheel Greens) 2 के परेशान रेजिडेंट बिल्डर द्वारा अनावश्यक रूप से मेंटेनेंस शुल्क पर लेट पेमेंट फी (Late Payment Fee) लगाए जाने का विरोध करने मेंटेनेंस ऑफिस (Maintenance Office) में जमा हुए और बिल्डर प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
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मेंटेनेंस ऑफिस के मैनेजर से कोई ठोस आश्वासन न मिलने के बाद नाराज लोग सोसाइटी (Society) के अंदर ही नारेबाजी करते हुए पंचशील ग्रुप (Panchsheel Group) के सीईओ अंकुर नागर से मिलने के लिए उसके ऑफिस में गए। परंतु उन्होने अपने स्वास्थ्य का बहाना बनाकर रेजिडेंट से मीटिंग कल करने की बात कह कर टाल दिया।

लोगों की नाराजगी इस बात कर लेकर है कि मेंटेनेंस के एवज में जो पैसा जमा कर रहे हैं। उसको बिल्डर लेट पेमेंट फी (Late Payment Fee) में एडजस्ट कर दे रहा है एवं आए दिन लोगों के बिजली कनेक्शन बिना किसी सूचना के चुपचाप काट दे रहा है क्योंकि निवासियों के अनाप-शनाप बैलेंस को उनके लेजर में दिखाया हुआ है, जिससे निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

कायदे से बिल्डर (Builder) को लोगों के घरों में लगे हुए बिजली काटने का अधिकार नहीं है। तथा बिजली एवं पानी को मूलभूत अधिकार देश की सर्वोच्च अदालत ने भी माना है। उसके बाद भी इस बिल्डर के ऊपर किसी का कोई खौफ नहीं है। आए दिन अपनी मनमानी एवं तानाशाही फैसले से निवासियों को परेशान करता रहता है।

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लगभग 6 वर्ष बीत जाने के बाद भी ना सोसाइटी (Society) में अपार्टमेंट ओनर एसोसिएशन बनाने की पहल बिल्डर कर रहा है ना सोसाइटी मेंटेन कर रहा, उल्टा लोगों को तंग करता रहता है।

बिल्डर बार-बार यह कहता है कि सोसाइटी मेंटेनेंस (Society Maintenance) में उसे घाटा लग रहा है, जिस पर निवासियों का कहना है कि यदि बिल्डर को घाटा लग रहा है तो वह मेंटेनेंस छोड़कर क्यों नहीं चला जाता है? आखिर 6 साल के मेंटेनेंस की ऑडिट रिपोर्ट बिल्डर क्यों नहीं निवासियों के साथ साझा करता है? निवासियों का तो यहां तक कहना है कि आखिर योगी राज में भी बिल्डरों पर लगाम अब तक क्यों नहीं लग पाई है?