बिहार में बड़ी हलचल,क्या केके पाठक ने छोड़ दिया अपना पद?

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Bihar News: बिहार में पिछले कुछ समय से शिक्षा विभाग में अपने कार्यो से तहलका मचाने वाले बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) अब अपने इस्तीफे को लेकर चर्चा में आ गए है।
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दरअसल केके पाठक 9 जनवरी से छुट्टी पर चले गए हैं तभी से ये कयास लगने लगी है कि क्या पाठक जी की छुट्टी हो गई है या वो खुद इस्तिफा देकर निकल लिए हैं। हालांकि की इसका जवाब तो पूरी तरह से 17 जनवरी को ही मिल पायेगा जब वो छुट्टी से वापस लौटेंगे या अगर नहीं लौटते हैं तो भी उनके इस्तीफे की खबरों पर मोहर लग जायेगी।

लेकिन फिलहाल अभी चर्चा इसी बात की है कि केके पाठक शिक्षा माफियाओं के आगे झुक गए हैं और अपने पद से इस्तिफा दे दिए हैं। ये कयास इसलिए और तेज हो गया है क्योंकि पाठक जी 13 जनवरी को पटना के गांधी मैदान में सेकेंड फेज में चयनित शिक्षकों को सामूहिक तौर पर नियुक्ति पत्र बांटने के कार्यक्रम में उपलब्ध नहीं होंगे जहां नीतीश कुमार खुद उपलब्ध रहेंगे और वो नहीं।

कैसे फैली इस्तीफे की खबर

आपको बता दे कि केके पाठक 9 जनवरी से 16 जनवरी तक छुट्टी पर हैं और उन्होंने ने छुट्टी पर जाने से पहले एक पत्र लिखा था जिसमे उन्होंने ने लिखा कि अधोहस्ताक्षरी, मैं के. के. पाठक, भा. प्र. से. (1990), सामान्य प्रशासन विभाग, बिहार पटना के अधिसूचना संख्या-1/पी-1004/2021/सा०प्र०-590, दिनांक-9.1.2024 के आलोक में आज दिनांक 9.1.2024 के अपराह्न में अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार पटना के पद का प्रभार स्वतः परित्याग करता हूं।’ इसके बाद चिट्ठी के नीचे केके पाठक की साइन थी और इसी लेटर के बाद उनकी इस्तीफे की खबर काफी तेजी से फैल गई।

क्या होता है पद परित्याग

नियम के मुताबिक बिहार सरकार ने अफसरों के कामकाज के लिए के संहिता (गाइडलाइन) बना रखी है। उसकी अनुसूची संख्या-53 के तहत किसी अहम पोस्ट पर तैनात अफसर को लंबी छुट्टी पर जाने से पहले फॉर्म नंबर 202 भरना होता है।इसमें वे छुट्टी की अवधि तक के लिए अपने पद का परित्याग (छोड़ना) करते हैं। केके पाठक उसी नियम के तहत पद परित्याग का फॉर्म भर कर छुट्टी पर गए हैं।