बीते कुछ दिनों से भारत की एविएशन सेक्टर मुश्किल दौर से गुजर रही है। पहले गो फर्स्ट एयरलाइंस की मुश्किलें बढ़ी..अब एक और बड़ी एयरलाइन की ओर मुश्किल बढ़ रही है। देश की एक और एयरलाइन के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया की आज सुनवाई हुई। याचिका में विमान सेवा देने वाली कंपनी के खिलाफ ऋण शोधन कार्यवाही शुरू करने का आग्रह किया गया है.
NCLT के अध्यक्ष रामलिंगम सुधाकर की अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय प्रधान पीठ ने एयरकैसल (आयरलैंड) की याचिका पर स्पाइसजेट को नोटिस जारी किया. और इस पर अगली सुनवाई के लिए 17 मई की तारीख तय कर दी है।
स्पाइसजेट (SpiceJet) के मुताबिक कंपनी के खिलाफ कोई गलत टिप्पणी नहीं की गयी है. NCLT ने इस बात पर गौर किया कि दोनों पक्ष मामले को निपटाने को लेकर बातचीत कर रहे हैं. यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब गो फर्स्ट संकट से गुजर रहा है. हाला की गो फर्स्ट ने ऋण शोधन समाधान प्रक्रिया के तहत आवेदन किया है।
गो फर्स्ट ने खुद ही दिवाला समाधान प्रक्रिया शुरू करने की अर्जी लगाई हुई है
इसके पहले वाडिया समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन गो फर्स्ट ने खुद ही दिवाला समाधान प्रक्रिया शुरू करने की अर्जी एनसीएलटी के समक्ष लगा दी. वित्तीय संकट में घिरने के बाद गो फर्स्ट ने यह अर्जी लगाई है जिस पर सुनवाई के बाद एनसीएलटी ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है.