Noida

Noida से ग्रेटर नोएडा फर्राटा भरेगी आपकी गाड़ी..पढ़िए पूरी खबर

ग्रेटर नोएडा- वेस्ट दिल्ली NCR नोएडा
Spread the love

Noida से ग्रेटर नोएडा जाना होगा और भी आसान, होने जा रहा है यह बड़ा काम

Noida News: नोएडा से ग्रेटर नोएडा जाने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। आपको बता दें कि सूरजपुर-दादरी रोड पर रेलवे ओवरब्रिज (R.O.B.) के पास से जीटी रोड (GT Road) को कनेक्ट करने वाली दादरी रूपबास बाईपास की जर्जर सड़क को बनाने की योजना है। इसके लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) ने 6 करोड़ का टेंडर जारी कर दिया है। रोड को बनाने से पहले अथॉरिटी ने एक रिपोर्ट तैयार कर केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान यानी CRRI को भेज दी थी। उसकी स्वीकृति मिलने के बाद अब इसका कार्य शुरू होगा।
ये भी पढे़ंः Delhi Metro: दोनों एयरपोर्ट को जोड़ने वाली दिल्ली मेट्रो के गोल्डन लाइन की डिटेल पढ़िए

Pic Social Media

ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25

दादरी रेलवे ओवरब्रिज (Dadri Railway Overbridge) से जीटी रोड को कनेक्ट करने वाले बाईपास की सड़क काफी समय से खस्ताहाल है। कई जगहों पर गड्ढे और टूट-फूट के कारण ट्रैफिक में बाधा पैदा हो रही है। सड़क में गहरे गड्ढों से बड़े हादसे होने का भी खतरा रहता है। बीच में रूपबास के पास गोल चक्कर के पास भी रोड पूरी तरह टूटी है। उससे आगे जीटी रोड के पास रोड में बड़े-बड़े गड्ढे हैं। डिवाइडर और फुटपाथ कई जगह से टूटे हैं। यह रोड बनने के बाद से अब तक एक बार भी रिपेयर नहीं हुई है। यह सड़क नोएडा और ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) को जीटी रोड से सीधे कनेक्ट करती है, जिस कारण यहां ट्रैफिक का दबाव काफी ज्यादा रहता है।

ये भी पढ़ेंः Greater Noida West: सुपरटेक इकोविलेज-3 से हैरान करने वाली खबर

जानिए कितना आएगा खर्च

लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) की ओर से इस सड़क की अनदेखी की जा रही थी, जिसके बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इसका जिम्मा अपने हाथों में ले लिया है। प्राधिकरण के सीईओ के निर्देश पर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 2.5 किलोमीटर लंबी और 20 मीटर चौड़ी इस सड़क के पुनर्निर्माण में करीब 6 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। तिलपता के पास कंटेनर डिपो से गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़ समेत दूसरे शहरों में लोग इसी बाईपास से होकर जीटी रोड पर जाते हैं, जिसके चलते यहां वाहनों का अधिक दबाव रहता है।