Vikash Divyakirti भारत के सबसे प्रसिद्ध सिविल सेवा कोचिंग संस्थान दृष्टि IAS के संस्थापक और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं।
Vikash Divyakirti: जब किसी छात्र की आंखों में IAS बनने का सपना पलता है, तो उसके रास्ते में सबसे पहला और भरोसेमंद नाम आता है डॉ. विकास दिव्यकीर्ति (Dr. Vikas Divyakirti)। भारत में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले लाखों छात्र (Student) जिनकी बातों में ज्ञान, अनुभव और सादगी की गहराई तलाशते हैं, वे न सिर्फ एक शिक्षक (Teacher) हैं, बल्कि युवाओं के लिए एक प्रेरणा बन चुके हैं। उन्हें प्यार से छात्र ‘अब्दुल कलाम सर’ (Abdul Kalam Sir) कहकर बुलाते हैं। उनका शिक्षण शैली, सोच और जीवनदर्शन आज की पीढ़ी के लिए किसी रोशनी के स्तंभ से कम नहीं। पढ़िए पूरी खबर…
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दृष्टि IAS के संस्थापक, लेखक और मोटिवेशनल स्पीकर
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति (Dr. Vikas Divyakirti) भारत के सबसे प्रसिद्ध सिविल सेवा कोचिंग संस्थान दृष्टि IAS के संस्थापक और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। दिल्ली के मुखर्जी नगर में स्थित यह कोचिंग संस्थान 1999 से यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए दिशा और दृष्टि दोनों देने का काम कर रहा है। वे एक प्रभावशाली लेखक और यूट्यूब पर मिलियन फॉलोअर्स वाले कंटेंट क्रिएटर भी हैं। उनके लेक्चर सिर्फ परीक्षा की तैयारी नहीं कराते, बल्कि सोचने का नजरिया भी बदलते हैं।
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति (Dr. Vikas Divyakirti) का जन्म 1973 में हरियाणा में हुआ था। उनके पिता हिंदी साहित्य के प्रोफेसर और मां स्कूल में शिक्षिका थीं। शिक्षा का संस्कार उन्हें विरासत में मिला और उन्होंने अपनी पढ़ाई बीए, एमए, एमफिल और पीएचडी तक पहुंचाई। इसके साथ ही उन्होंने अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद में भी पोस्ट ग्रेजुएशन किया।
पहले प्रयास में UPSC पास, लेकिन नौकरी छोड़ी
विकास सर (Vikas Sir) ने 1996 में अपने पहले ही प्रयास में UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास की और गृह मंत्रालय में नियुक्त हुए। लेकिन उनकी आत्मा तो शिक्षा के क्षेत्र में बसती थी। एक साल बाद ही उन्होंने सरकारी नौकरी छोड़ दी और छात्रों को पढ़ाने का सपना पूरा करने निकल पड़े।

वर्ष 1999 में दृष्टि IAS की शुरुआत
साल 1999 में उन्होंने दृष्टि IAS की शुरुआत की, जो आज भारत के टॉप कोचिंग संस्थानों (Top Coaching Institutions) में गिना जाता है। इसके साथ ही उन्होंने ‘दृष्टि करेंट अफेयर्स’ (Drishti Current Affairs) नाम से एक मासिक पत्रिका भी शुरू की, जो छात्रों के बीच बेहद लोकप्रिय है।
यूट्यूब चैनल और डिजिटल माध्यम से बना ज्ञान का महासागर
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति (Dr. Vikas Divyakirti) ने 2017 में यूट्यूब चैनल की शुरुआत की, जो देखते ही देखते मिलियन सब्सक्राइबर वाला प्लेटफॉर्म बन गया। छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा देने के इस प्रयास ने उन्हें पूरे देश में लोकप्रिय बना दिया। उनके बोलने का अंदाज, विचारों की गहराई और विषयों की सरल व्याख्या उन्हें बाकी शिक्षकों से अलग बनाती है।

परिवार में शिक्षकों की परंपरा, पत्नी हैं सह-संस्थापक
उनकी पत्नी डॉ. तरुणा वर्मा (Dr. Taruna Verma) ‘दृष्टि – द विजन’ की मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। उनका बेटा सात्विक दिव्यकीर्ति हालांकि UPSC में रुचि नहीं रखता, लेकिन पिता की सलाह पर वह भविष्य में एक बार इसकी तैयारी जरूर करेगा।
करोड़ों की संपत्ति, लेकिन सादगी में जीवन
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ. दिव्यकीर्ति (Dr. Divyakirti) के पास लगभग 25 करोड़ रुपये की संपत्ति है। दृष्टि IAS, यूट्यूब और अन्य प्लेटफॉर्म से उनकी सालाना कमाई 2 करोड़ रुपये से अधिक है। फिर भी वे बेहद सादा जीवन जीते हैं और अपनी बातों से लाखों युवाओं का मार्गदर्शन करते हैं।
शिक्षा का ‘ब्रांड’ नहीं, मिशन हैं विकास सर
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति (Dr. Vikas Divyakirti) सिर्फ कोचिंग सेंटर के संचालक नहीं हैं, वे एक आंदोलन हैं जो छात्रों को सोचने, समझने और खुद से जुड़ने की प्रेरणा देते हैं। वे कहते हैं, ‘UPSC की तैयारी सिर्फ एक नौकरी के लिए नहीं, बल्कि एक ज़िम्मेदार नागरिक बनने के लिए करें।’ यही सोच उन्हें आज के युवाओं के सबसे प्रिय शिक्षक बनाती है।