इंडिया न्यूज के लीगली स्पीकिंग कार्यक्रम में पहुंचे SC के जज सूर्यकांत

TV

इंडिया न्यूज के लीगली स्पीकिंग कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत शामिल हुए। इस दौरान उनका स्वागत राज्यसभा संसद कार्तिक शर्मा ने किया। संसद कार्तिक शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस्ट सूर्यकांत का स्वागत करते हुए कहा- मीडिया हमेशा से ही लोकतंत्र का चौथा स्तंभ रहा है। जज हमेशा अपने फैसलों और अपने शब्दों से बड़ा इंपैक्ट बनाते जमाते हैं। लेकिन हमेशा से ही समाज में परिवर्तन लाने के लिए न्यायालय की विशेष महत्व रहा है। उन्होंने कहा कि न्याय में बड़ा परिवर्तन करने के लिए हमेशा अच्छे माइंडसेट की जरुरत है।

मीडिया और लॉ के बारे में बोलते हुए जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि मीडिया और न्यायलय का संबंध जटिल है। इसके अलाव दोनो ही चैलेंजिंग है। मीडिया जनता की आखों की तरह काम करती है और न्याय को प्रकाश देती है। इसके अलावा भष्टाचार पर खुलासा करती है।

उन्होंने न्यायलय के बारे में बोलते हुए कहा कि इसमें कुछ अपवाद हैं।इसलिए सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, मीडिया के नियम को पहचानना आवश्यक है क्योंकि यह सत्ता में बैठे लोगों को जवाबदेह बनाने और कानूनी और राजनीतिक प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने का काम करत है। इस शक्ति को हम सभी समझते हैं और यह एक बड़ी जिम्मेदारी से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि मीडिया को रिलीज़ को सटीकता के उद्देश्य के लिए प्रयास करना चाहिए। और निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए जनता का विश्वास बनाएं रखना चाहिए।

उन्होंने सोशल मीडिया के बारे में बोलते हुए कहा- हमें मीडिया के सदस्यों के रूप में समझा जाना चाहिए। सोशल मीडिया वास्तविक समय में जानकारी निर्धारित करता है और मीडिया के पारंपरिक रूपों की तुलना में कहीं अधिक अच्छा है। यह सच है कि हम अपडेट के इस तेजी से आदान-प्रदान को स्वीकार करते हैं और न केवल हमें तेज गति से सूचित करते हैं बल्कि दिन से अधिक जानकारी की खपत भी करते हैं।

न्होंने कहा- सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को सक्षम बनाता है। न केवल जानकारी का उपभोग करते हैं बल्कि सक्रिय रूप से भाग लेते हैं और अपनी प्रतिक्रिया और कथाएँ साझा करते हैं। इस विकास ने मीडिया को संभवतः एकतरफ़ा बना दिया है। संचार चैनल एक गतिशील और इंटरैक्टिव इको-सिस्टम में बदल जाता है जहां उपयोगकर्ता प्रवचन को आकार देते हैं और योगदान देते हैं।