राज किशोर सिंह..पूर्व मंत्री का BSP से BJP तक का सफर पढ़िए

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UP Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 अपने चरम पर है। सबसे ज्यादा देश की दशा और दिशा तय करने वाले राज्य यूपी पर सबकी नज़र है। यूपी की बस्ती सीट (Basti Seat) से बीजेपी के लोकसभा कैंडिडेट हरीश द्विवेदी मैदान में हैं। और उन्हें साथ मिल गया है सपा सरकार में पूर्व मंत्री राज किशोर सिंह (Raj Kishore Singh) का। इसमें कोई शक नहीं कि राज किशोर के आने से बीजेपी की ताकत में इजाफा हुआ है।
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कुछ दिनों पहले ही राज किशोर सिंह (Raj Kishore Singh) ने गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा था। इस दौरान यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, कैबिनेट मंत्री दया शंकर सिंह, संगठन मंत्री जे पी एस राठौर, सांसद हरीश दिवेदी की मौजूदगी में बीजेपी का पटका पहनाकर बीजेपी में उनका स्वागत किया गया था।

जानिए कौन हैं राज किशोर सिंह?

आपको बता दें कि पूर्व मंत्री राज किशोर सिंह (Raj Kishore Singh) का जन्म 1 फरवरी 1969 को बस्ती जिले के चंगेरवा गांव में अनंत सिंह के घर हुआ था। राज किशोर सिंह ने सुमन सिंह से शादी की। राज किशोर सिंह के दो बेटे हैं। राजकिशोर राजपूत समुदाय से हैं और क्षत्रिय समुदाय में उनकी अच्छी पैठ मानी जाती है।

राज किशोर सिंह ने एपीएन डिग्री कॉलेज से बीए की डिग्री हासिल की है। उनके बेटे देवेन्द्र प्रताप सिंह भी बस्ती जिला परिषद के अध्यक्ष रह चुके हैं, और उनके छोटे भाई बृजकिशोर सिंह समाजवादी पार्टी से बस्ती लोकसभा क्षेत्र के पूर्व लोकसभा उम्मीदवार रह चुके हैं।

हरैया से तीन बार चुने गए विधायक

राज किशोर सिंह (Raj Kishore Singh) हरैया विधानसभा सीट से लगातार तीन बार विधायक चुने गए हैं। उन्होंने वर्ष 2000 में जिला परिषद के सदस्य के रूप में अपना राजनीतिक करियर शुरू किया। साल 2002 में वह बसपा के सदस्य के रूप में हर्रैया से विधान सभा के सदस्य चुने गए लेकिन 2003 में उन्होंने बहुजन समाज पार्टी से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी के साथ आ गए।

पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव मंत्रिमंडल में वह कैबिनेट मंत्री बने। साल 2007 और 2012 के चुनाव में उन्होंने हरैया से समाजवादी पार्टी से विधायक चुने गए। वह अखिलेश यादव कैबिनेट में पशुपालन और पंचायती राज के कैबिनेट मंत्री भी रहे।

लेकिन अब पूर्व कैबिनेट मंत्री राज किशोर सिंह अपने पूरे परिवार के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। पिछले आठ सालों से राजनीतिक वनवास झेल रहे राजकिशोर सिंह अपने भाई बृजकिशोर सिंह डिंपल और पुत्र पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष देवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ शानू के साथ बीजेपी में शामिल हो गए।

राज किशोर सिंह दिखाएंगे अपना असर

आपको बता दें कि बीजेपी में शामिल होने से पहले राज किशोर सिंह (Raj Kishore Singh) अपने भाई डिंपल सिंह के साथ सांसद हरीश द्विवेदी को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात किए थे। राज किशोर सिंह के बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के दौरान बस्ती जनपद से बड़ी संख्या में उनके चाहने वाले शुभचिंतक बीजेपी कार्यालय लखनऊ में मौजूद रहे। बस्ती की राजनीति के लिए राज किशोर सिंह का बीजेपी में जुड़ना आगामी समय में मील का पत्थर साबित होगा।

पिछले एक साल से बीजेपी में शामिल होने के लगाए जा रहे थे कयास

राज किशोर सिंह (Raj Kishore Singh) नें अपने राजनैतिक सफर की शुरुआत बहुजन समाज पार्टी से हरैया विधानसभा क्षेत्र से विधायक जीतने के साथ किया था, कुछ दिन बाद वह सपा में शामिल हो गए थे। 2014 में सपा नें उन्हें डिंपल सिंह के साथ निष्कासित कर दिया था। उसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में वह हार गए।

साल 2019 का लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) वह कांग्रेस पार्टी के टिकट पर लड़े थे जिसमें उन्हें लगभग 87000 वोट मिले, और एक बार पुनः उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उसके बाद वह फिर से बसपा में शामिल हो गए थे, लेकिन 2023 में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के अयोध्या दौरे के दौरान उनके भाई बृजकिशोर सिंह डिंपल द्वारा जोरदार स्वागत करने के कारण एक बार पुनः बसपा ने उन्हें भाई समेत निष्कासित कर दिया था। पिछले लगभग एक साल से उनके भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे, जो अब जाके पूरा हो गया है।