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Noida: नोएडा में सिम क्लोनिंग वाला नया फ्रॉड, बिना OTP खाते से गायब हो रहे पैसे

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Noida में साइबर ठगों ने एक रिटायर्ड कर्नल को चपत लगाते हुए 28 लाख 87 हजार रुपए ठग लिए।

Noida News: नोएडा में साइबर ठगों ने एक नया फ्रॉड (New Fraud) करने का तरीका खोज लिया है, जिसमें बिना OTP के लोगों के बैंक खाते से लाखों रुपये गायब हो रहे हैं। इस बार मामला गंभीर तब बन गया जब एक रिटायर्ड कर्नल (Retired Colonel) के खाते से APK फाइल के जरिए 28 लाख 87 हजार रुपए चोरी हो गए। ठगों ने सिम क्लोनिंग और SMS रीडायरेक्ट का इस्तेमाल कर पीड़ित के सभी OTP अपने पास रीडायरेक्ट कर लिए, जिससे ऑनलाइन ट्रांजैक्शन पूरी तरह उनके कंट्रोल में हो गया। पीड़ित गोपाल कनाल सेक्टर-28 में रहते हैं और इस मामले की जांच साइबर सेल कर रही है। पढ़िए पूरी खबर…

Pic Social Media

कैसे हुई ठगी? वाट्सएप APK का खेल

पीड़ित की शिकायत के अनुसार, 7 नवंबर को एक व्यक्ति राहुल ने फोन किया, जो खुद को IGL का अधिकारी बता रहा था। उसने कनेक्शन रिन्यूअल की बात कही और वाट्सएप पर एक APK फाइल भेजी। फाइल खोलने के लिए कहा गया। इसके बाद 9 नवंबर तक न तो कोई कॉल आया और न ही कोई संदेश मिला।

OTP बिना पैसे कैसे उड़े?

10 नवंबर को अचानक गोपाल कनाल के मोबाइल पर 13 बार वित्तीय लेनदेन के मैसेज आए। ये सूचनाएं लगातार एक के बाद एक प्राप्त हुईं। इसके बाद 7 IMPS ट्रांसफर के संदेश भी आए, जबकि हर लेनदेन में OTP की आवश्यकता होती है। ठगों ने क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर भी पैसे निकाल लिए। इस तरीके से कुल 28 लाख 87 हजार रुपए की धोखाधड़ी हुई। राशि 13 बार के ट्रांजैक्शन में ट्रांसफर की गई, जिसमें 7 IMPS पेमेंट शामिल थे। इस तरह के ट्रांसफर केवल ई-बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग के जरिए ही संभव होते हैं।

सिम क्लोनिंग और SMS रीडायरेक्ट का खतरा

साइबर एक्सपर्ट्स के मुताबिक, APK फाइल पर क्लिक करते ही ठगों ने पीड़ित का मोबाइल हैक कर लिया। उन्होंने फोन और सिम क्लोन करके पीड़ित के सारे SMS और जरूरी OTP अपने फोन पर रीडायरेक्ट कर लिए। जिन मैसेजों को पीड़ित को प्राप्त होना था, वे सीधे ठगों के पास आ रहे थे। इसी का फायदा उठाते हुए ठगों ने ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर किए। जब क्रेडिट और डेबिट कार्ड की लिमिट पूरी हो गई, तब भी उन्होंने लेन-देन किए।

साइबर सेल को दी सूचना

पीड़ित ने इस घटना की सूचना साइबर पुलिस और बैंक को दी, जिसके बाद साइबर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सिम क्लोनिंग फ्रॉड से बचाव के तरीके

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किसी भी APK फाइल को कभी डाउनलोड न करें

वॉट्सऐप, मैसेज, ईमेल या सोशल मीडिया से आई किसी भी APK फाइल को इंस्टॉल न करें। चाहे भेजने वाला सरकारी या बैंक अधिकारी ही क्यों न हो।

फेक कॉल और मैसेज से सावधान रहें

कंपनी या सरकारी विभाग कभी व्हाट्सऐप पर लिंक या APK भेजकर काम नहीं करवाते। गैस, बिजली, बैंक, KYC, रिचार्ज जैसी कॉल सीधे काट दें।

अपने फोन में ऐप इंस्टॉल करने की अनुमति बंद रखें

सेटिंग्स में जाकर ‘Install from Unknown Sources’ को हमेशा बंद रखें।

स्क्रीन शेयर कभी न करें

ठग ‘AnyDesk’, ‘QuickSupport’ जैसे ऐप्स से आपकी स्क्रीन देख सकते हैं। अनजान व्यक्ति को स्क्रीन शेयरिंग अनुमति न दें।

सिम क्लोनिंग से बचाव

  • सिम पिन लगाएं- सेटिंग्स > सिक्योरिटी > सिम लॉक > पिन सेट करें।
  • फोन चोरी या खो जाने पर तुरंत सिम ब्लॉक करवाएं।
  • eSIM का उपयोग करें, क्लोन करना मुश्किल होता है।

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फ्रॉड होते ही तुरंत कार्रवाई करें

साइबर फ्रॉड की राशि फ्रीज करवाने के लिए 30 मिनट के अंदर 1930 पर कॉल करें और cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।