Mental Health: Sleep Anxiety दरअसल एक मेंटल हेल्थ ( Mental Health) प्रोब्लम है जिसके होने से व्यक्ति को नींद नहीं आती है और इसी चिंता से वे पूरे दिन और पूरी रात तक जागता रहता है। पर्याप्त नींद न होने के कारण आगे चलकर उसे इनसोम्निया ( insomnia) का सामना तक करना पड़ सकता है।
आज के समय में मानसिक स्वास्थ्य ( Mental Health) से कई जूझ रहे हैं, लेकिन आमतौर पर इसे आम समझकर इसे अनदेखा कर दिया जाता है, लेकिन वो समझ नहीं पाते हैं कि ये Sleep Anxiety है। इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि Sleep Anxiety के कौन कौन से लक्षण होते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है:
स्लीप एंक्साइटी ( Sleep Anxiety) के लक्षण
यदि आप रात में सोने से पहले लगातार किसी वस्तु के बारे में सोचते रहते हैं तो ये स्लीप एंजाइटी ( Sleep Anxiety) के लक्षण हैं। क्योंकि सोते समय ओवरथिंक करने से व्यक्ति की नींद प्रभावित हो सकती है।
स्लीप एंजाइटी ( Sleep Anxiety) से परेशान लोगों को बेड पर लंबे समय तक लेते रहने के बाद भी नींद नहीं आती है और वे रातभर करवटें ही चेंज करते रहते हैं।
अगर आपको रात में डरावने ड्रीम्स यानी कि सपने आते हैं और पसीना आने लगता है तो ये स्लीप एंजाइटी का लक्षण हैं। इस अवस्था में इंसान की नींद बीच से ही खुल जाती है और उसका पूरा शरीर पसीने से तर बतर हो जाता है।
इस मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारी होने पर दिल की धड़कन तेज हो जाती है, बॉडी पेन होती है, शरीर थका हुआ रहता है। इसके अलावा सिर दर्द और हांथ पैरों में कंपन होती रहती है।
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स्लीप एंजाइटी ( Sleep Anxiety) से बचने के उपाय
रात में सोने से पहले ऐसे लोग ब्रेथिंग एक्सरसाइज करें और मेडिटेशन करें, इससे दिमाग शांत रहेगा।
सोने से पहले केफीन युक्त चीजों का सेवन न करें और अवॉइड करें, ताकि जल्दी से नींद आ सके।
रात में सोने से पहले अपने सेलफोन को दूर रखें, क्योंकि इसकी ब्लू लाइट का असर आपके शरीर के उपर पड़ता है।
रात में सोते समय अंधेरा रखें। वहीं, अपने कंफर्ट के अनुसार ही पिलो का चयन करें।
इन सब के बाद भी आपको नींद की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो किसी मनोचिकत्सिक या प्रोफेशनल थेरेपिस्ट से कॉन्टैक्ट करें।