Meta: टॉप इंजीनियर्स को हायर करने के लिए चर्चित रही Meta अब छंटनी को लेकर सुर्खियों में है।
Meta: टेक दिग्गज मेटा, जो हाल ही में भारी-भरकम सैलरी पैकेज के साथ एआई एक्सपर्ट (AI Expert) की भर्ती के लिए सुर्खियों में थी, अब बड़े पैमाने पर छंटनी की वजह से चर्चा में है। कंपनी ने अपने सुपर इंटेलिजेंस लैब डिवीजन से लगभग 600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। मेटा के चीफ एआई ऑफिसर अलेक्ज़ेंडर वांग (Alexander Wang) ने एक मेमो जारी कर इस फैसले की वजह बताई। पढ़िए पूरी खबर…

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चीफ AI ऑफिसर अलेक्ज़ेंडर वांग के मुताबिक, यह कदम AI टीम को अधिक चुस्त, प्रभावी और तेजी से निर्णय लेने वाली बनाने के लिए उठाया गया है। कंपनी का मानना है कि छोटी टीमों में जिम्मेदारियां बेहतर ढंग से बांटी जा सकती हैं और फैसले जल्दी लिए जा सकते हैं। हालांकि, इस छंटनी से कर्मचारियों और सोशल मीडिया पर गुस्सा और नाराजगी देखने को मिल रही है।
वांग के मेमो में छंटनी की वजह
अलेक्ज़ेंडर वांग ने अपने मेमो में लिखा कि छोटी और चुस्त टीमों में संचार तेज होता है, जिससे मंजूरी और निर्णय लेने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। मेटा का लक्ष्य अपनी AI टीम को इंडस्ट्री की सबसे टैलेंटेड और प्रभावी टीम बनाना है। गौरतलब है कि मेटा ने हाल के महीनों में OpenAI, Google DeepMind और Apple जैसी कंपनियों से करोड़ों डॉलर खर्च कर AI विशेषज्ञों को हायर किया था। अब कंपनी अपनी पुरानी AI रिसर्च और इंफ्रास्ट्रक्चर यूनिट्स से कर्मचारियों को हटाकर नई रणनीति पर काम कर रही है। वांग ने साफ किया कि छंटनी के बावजूद मेटा AI प्रोजेक्ट्स में निवेश कम नहीं करेगी।
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किन यूनिट्स पर पड़ा असर, क्या मिलेगी मदद?
इस छंटनी का असर मेटा की पुरानी AI रिसर्च, प्रोडक्ट और इंफ्रास्ट्रक्चर यूनिट्स पर पड़ा है। लेकिन, कंपनी की नई और हाई-प्रोफाइल TBS लैब को इस छंटनी से बाहर रखा गया है। निकाले गए कर्मचारियों को कंपनी 16 हफ्तों का वेतन देगी, साथ ही उनके नौकरी के प्रत्येक साल के लिए अतिरिक्त दो हफ्तों की सैलरी भी दी जाएगी। इसके अलावा, कर्मचारियों को 21 नवंबर तक का ‘नॉन-वर्किंग नोटिस पीरियड’ दिया गया है, जिसमें वे मेटा में किसी अन्य रोल के लिए आवेदन कर सकते हैं। कंपनी की रिक्रूटमेंट टीम भी उनकी मदद के लिए उपलब्ध है।

कर्मचारियों में नाराजगी
मेटा के इस फैसले के बाद कर्मचारियों और सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। Blind ऐप पर एक कर्मचारी ने लिखा कि हाल ही में भर्ती किए गए कर्मचारियों की वजह से सालों से काम कर रहे पुराने कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है। कुछ लोगों ने इंटरनेट पर लिखा कि नौकरी सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि किसी की पूरी जिंदगी होती है। कई यूजर्स ने यह भी अंदेशा जताया कि मेटा अपने काम को आउटसोर्स करने की योजना बना रही है, जिससे AI जैसी हाई-टेक नौकरियां भी अब सुरक्षित नहीं रह गई हैं।
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मेटा में AI की शुरुआत 2013 में
मेटा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में अपनी शुरुआत 2013 में की थी, जब कंपनी ने FAIR (Facebook AI Research) लॉन्च किया था। उसी साल मेटा ने Yann LeCun को अपना चीफ साइंटिस्ट नियुक्त किया, जिनके नेतृत्व में सुपर इंटेलिजेंस के लिए बड़े AI डेटा सेंटर्स तैयार किए गए। यह छंटनी मेटा की AI रणनीति में एक बड़े बदलाव का संकेत दे रही है, जिसका असर न केवल कर्मचारियों, बल्कि पूरी टेक इंडस्ट्री पर पड़ सकता है।

