Jharkhand के सीएम हेमंत सोरेन ने शहीदों के बच्चों के लिए एक आवासीय विद्यालय खोलने की घोषणा की।
Jharkhand News: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने शहीदों के बच्चों के लिए रांची में एक आवासीय विद्यालय (Residential Schools) खोलने की घोषणा की। यह विद्यालय शहीदों के बच्चों को फ्री और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेगा। कांके रोड स्थित अपने आवासीय कार्यालय में शहीद आरक्षी (Martyred Constable) के परिजनों से मुलाकात के दौरान उन्होंने यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता और उनकी पीड़ा में सरकार हमेशा उनके साथ खड़ी रहेगी।

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शहीदों के परिजनों को मिली 1 करोड़ 10 लाख की सहायता राशि
सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने शहीद सुनील कुमार राम और संतन कुमार मेहता के परिजनों को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पुलिस सैलरी पैकेज के तहत 1.10-1.10 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की। यह राशि दोनों शहीदों के परिवारों के बैंक खातों में स्थानांतरित कर दी गई। इस अवसर पर वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
झारखंड शहीदों का हमेशा ऋणी रहेगा
शहीदों के परिजनों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने उनकी पारिवारिक स्थिति की जानकारी ली और संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि शहीदों ने राज्यवासियों की सेवा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है, जिसे झारखंड कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने परिजनों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि सरकार उनके साथ हर कदम पर खड़ी है। मुख्यमंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि इस सम्मान राशि का उपयोग बच्चों की बेहतर परवरिश और शिक्षा के लिए किया जाए ताकि उनका भविष्य उज्ज्वल हो।

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शहीदों के बच्चों को फ्री शिक्षा
सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने घोषणा की कि शहीदों के बच्चों के लिए रांची में एक आवासीय विद्यालय बनाया जाएगा, जो निजी स्कूलों की तर्ज पर संचालित होगा। इस विद्यालय में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा फ्री प्रदान की जाएगी। इसके लिए झारखंड जगुआर में 4 एकड़ भूमि चिह्नित की गई है और यह विद्यालय पुलिस विभाग द्वारा संचालित होगा।
पुलिसकर्मियों के लिए बनेगा अस्पताल
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए सरकार एक अस्पताल बनाने पर विचार कर रही है। जल्द ही इस दिशा में कार्य योजना तैयार कर निर्माण शुरू किया जाएगा।

शहीदों की पत्नियों को क्लर्क की नौकरी
सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शहीदों के परिजनों को सभी लाभ शीघ्र उपलब्ध कराए जाएं। अधिकारियों ने कहा कि दोनों शहीदों की पत्नियां स्नातक पास हैं, इसलिए उन्हें पुलिस विभाग के नियमों के अनुसार क्लर्क की नौकरी दी जाएगी। साथ ही, उग्रवादी हमले में शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिजनों को दी जाने वाली कुल सहायता राशि करीब 2 करोड़ रुपये होगी।
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परिजनों से हिम्मत और धैर्य रखने की अपील
मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों से हिम्मत और धैर्य के साथ परिवार को आगे बढ़ाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार शहीदों के सम्मान में उनकी हरसंभव मदद करेगी। परिजनों को किसी भी समस्या के लिए पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क करने का सुझाव दिया गया। इस अवसर पर डीजीपी अनुराग गुप्ता, पलामू एसपी रीष्मा रमेशन, और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

