Harivansh Rai Bachchan biography in Hindi|हरिवंश राय बच्चन की जीवनी

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हरिवंश राय बच्चन ( Harivansh Rai Bachchan), भारतीय कवि थे। हरिवंश 20 वीं सदी में भारत के सर्वाधिक हिंदी भाषी कवियों में से एक थे। आज भी लोग इनके द्वारा लिखी गई काव्यशैली को पढ़ना पसंद करते हैं। वहीं, हरिवंश राय बच्चन ने हिंदी साहित्य में जो योगदान दिया है उसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

Harivansh Rai Bachchan – जीवन परिचय

Harivansh Rai Bachchan Bachchan का जन्म सन 1907 में प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश में हुआ था। इनके माता का नाम सरस्वती देवी और पिता का नाम प्रताप नारायण श्रीवास्तव था। वैसे तो ये श्रीवास्तव थे लेकिन इनको बच्चन के नाम से इनके माता पिता द्वारा बुलाया जाता था। इसलिए ये अपने नाम के आगे यानी कि सरनेम बच्चन लगाने लग गए।

जानिए हरिवंश राय बच्चन ( Harivansh Rai Bachchan) के बारे में कुछ खास बातें

नाम - हरिवंश राय बच्चन
जन्म - 27 नवंबर, 1907
उम्र - 95 साल ( मृत्यु तक)
जन्म स्थान - प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश
माता का नाम - सरस्वती देवी
पिता का नाम - प्रताप नारायण श्रीवास्तव
पत्नी का नाम - श्यामा देवी पहली, तेजी बच्चन ( दूसरी पत्नी)
बच्चे - अमिताभ बच्चन
मृत्यु - 18 जनवरी, 2003
मृत्यु स्थान - मुंबई
Harivansh Rai Bachchan Award - पद्मभूषण, साहित्य अकादमी आदि।

हरिवंश राय बच्चन एजुकेशन – Harivansh Rai Bachchan Bachchan Education

हरिवंश राय बच्चन एजुकेशन – Harivansh Rai Bachchan Bachchan की शुरुआती शिक्षा अपने जिले के प्राथमिक विद्यालय से हुई, उसके बाद पाठशाला से उर्दू की एजुकेशन ली। इसके बाद इन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से इंग्लिश में एमए में स्नातकोत्तर की शिक्षा पूरी की। फिर कैंब्रिज विश्व विद्यालय इंग्लैंड से अपनी पीएचडी की शिक्षा पूरी की।

Harivansh Rai Bachchan – हरिवंश राय बच्चन पर्सनल लाइफ

वर्ष 1926 में हरिवंश राय बच्चन का विवाह श्यामा देवी से हुआ, उस समय बच्चन साहब की उम्र 19 साल थी और उनकी पत्नी की आयु केवल 14 साल की थी। लेकिन 24 साल में श्यामा देवी की मृत्यु हो गई टीबी की बीमारी के चलते।
जैसे तैसे पांच साल निकल गए। फिर इनका विवाह तेजी बच्चन से हुआ। इनकी दो संताने हुई। एक का नाम अजिताभ बच्चन और दूसरे का नाम अमिताभ बच्चन है। एक बेटा बिजनेस मैन बना और दूसरा बेटा अभिनेता।

जानिए Harivansh Rai Bachchan – हरिवंश राय बच्चन के कार्य क्षेत्र के बारे में

सन 1955 में England से (Harivansh Rai Bachchan) हरिवंश राय बच्चन के वापस आने के बाद, ऑल इन इंडिया में काम शुरू किया। लेकिन कविता लिखना इन्होंने जारी रखा। उसके कुछ ही समय बाद वे दिल्ली चले गए। वहां उन्हें भारत सरकार ने विदेश मंत्रालय में हिंदी विशेषज्ञ के रूप में नियुक्त किया। तकरीबन 10सालों तक विदेश मंत्रालय से जुड़े रहे।

Harivansh Rai Bachchan – हरिवंश राय बच्चन मृत्यु

इस महान कवि की मृत्यु 95 वर्ष की उम्र में 18 जनवरी सन 2003 को हो गई। अपने गुणों से दुनिया में जो छाप हरिवंश राय बच्चन जो छोड़ के गए हैं, उसे आज भी याद किया जाता है।