Pension For Farmers: आज के समय हर किसी को बुढ़ापे की फिक्र सताए रहती है कि जब नौकरी न कर पाए तो खर्च कैसे चलेगा? बढ़ती उम्र में आर्थिक सुरक्षा के लिए लोग कई तरह की योजनाओं में पैसे इन्वेस्ट करते हैं, ताकि आराम से कमाई कर सकें। लेकिन आज के समय सरकारी जॉब में भी पेंशन की सुविधा खत्म हो चुकी है। ऐसे में एक आम आदमी मसलन प्राइवेट सेक्टर में जॉब करके किसान बढ़ती उम्र में करे तो क्या ही करे?
यदि कम उम्र में आपको भी यही चिंता खाए जा रही है तो अब बिल्कुल भी चिंता करने कि जरूरत नहीं है। क्योंकि अब केंद्र सरकार यानी कि सेंट्रल गवर्नमेंट ने एक नहीं बल्कि कई सारी ऐसी योजनाएं चलाई हैं, जिनमें आम आदमी का भविष्य सुरक्षित रहे। सेंट्रल गवर्नमेंट ने दरअसल आम आदमी के लिए पेंशन योजना शुरू की है। “प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना” को ही “किसान पेंशन योजना” कहा जाता है। इस योजना के तहत देश के सभी छोटे और सीमांत किसानों को 60 साल की उम्र के बाद पेंशन प्रोवाइड की जाती है।
क्या है प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना
सेंट्रल गवर्नमेंट ने 31 मई, वर्ष 2019 को देश के सभी किसानों का भविष्य सेफ करने के उद्देश्य से “प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना” का प्रारंभ किया था। किसान पेंशन योजना के चलते छोटे और सीमांत किसानों को तकरीबन 60 साल पूरे होने के बाद हर महीने 3हजार रुपए की पेंशन दी जाती है। समझ लीजिए कि एक वर्ष में 36 हजार रूपये। इस योजना के तहत अब तक 4करोड़, से भी अधिक किसान अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। इस योजना का संचालन वहीं भारतीय जीवन बीमा निगम ( LIC) कर रहा है।
जमा करना होगा कितना प्रीमियम
पीएम किसान पेंशन योजना के तहत व्यक्ति को उम्र के हिसाब से प्रीमियम राशि डिपोजिट करनी होती है। ये अमाउंट 55 रूपये से लेकर 200 रुपए प्रति महीने तक हो सकती है। 18 वर्ष की उम्र में इस योजना इस योजना में रजिस्ट्रेशन करवाने पर प्रीमियम अमाउंट महज 55 रुपए डिपोजिट करनी होती है। इस योजना की खास बात ये है कि जितनी राशि आप जमा करते हैं उतनी ही राशि का सहयोग केंद्र सरकार करती है।
क्या है आवेदन करने के लिए अहम दस्तावेज
पीएम किसान पेंशन योजना के तहत 2 हेक्टेयर तक की खेती की जमीन वाले किसान ही आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के साथ साथ किसान के पास आधार कार्ड, बैंक अकाउंट, मोबाइल नंबर और खेत की खसरा खतौनी की जरूरत पड़ती है।