उद्भव त्रिपाठी, ख़बरीमीडिया
Delhi-NCR News: दिल्ली हो या NCR का कोई इलाका, घरों के बाहर से लगातार गाड़ियां चोरी हो रही हैं। प्रोग्रामिंग डिवाइस से एसयूवी कार की चाबी बनाकर चोर बदमाश दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR), महाराष्ट्र और यूपी (UP) से गाड़ियां चुरा ले रहे हैं। चोरी की हुई इन गाड़ियों को चुनाव वाले राज्यों में सप्लाई किया जाता था। गैंग के चार बदमाशों को क्राइम ब्रांच एनआईटी ने गिरफ्तार किया है। अंतरराज्यीय (Inter-State) वाहन चोर गैंग ने अब तक 50 लग्जरी गाड़ियां (Luxury Cars) देश के कई राज्यों से चोरी की हैं। आरोपियों के खिलाफ पहले भी कई राज्यों में केस दर्ज हैं। गिरफ्तार आरोपियों से क्राइम ब्रांच ने चार एसयूवी समेत पांच कारें मिली हैं। क्राइम ब्रांच एनआईटी प्रभारी नरेश ने बताया कि आरोपियों में 21 साल का साहिल, 26 वर्षीय इमरान व मुन्ना और 24 साल का सुनील शामिल है। सबसे पहले एक नवंबर को आरोपी साहिल को राजस्थान के भीलवाड़ा से गिरफ्तार कर फॉर्च्यूनर बरामद की, जो उसने कोतवाली एरिया से चोरी की थी। उसे अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर रखा गया है। प्राप्त सूचना के मुताबिक इमरान को जीवन नगर, सुनील को भारत कॉलोनी व मुन्ना को मथुरा से अरेस्ट किया गया।
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आरोपियों में दो डिलिवरी बॉय
डीसीपी क्राइम हेमेंद्र कुमार मीणा ने जानकारी दी कि इमरान फरीदाबाद के जीवन नगर, साहिल उत्तर प्रदेश के हापुड़ व मुन्ना मथुरा व सुनील दिल्ली के त्रिलोकपुरी का रहने वाला है। मुन्ना एमए पास है और ई-कॉमर्स कंपनी में डिलिवरी बॉय के रूप में काम करता है। साहिल 12वीं तक पढ़ा है, जो दिल्ली के बटला हाउस में कपड़े बेचता है। इमरान 10वीं कक्षा तक पढ़ा है। वह ऑनलाइन ग्रोसरी कंपनी में डिलिवरी बॉय है। आरोपी सुनील आठवीं तक पढ़ा है। वह सैलून में काम करता है। टीम में शामिल एसआई सुरेश, मुख्य सिपाही जवाहर, सिपाही अंकित हरपाल, संदीप, प्रभु व नरेश ने सूत्रों की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ा है।
किराए की गाड़ी पर निकलते थे
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि एक प्रोग्राम डिवाइस का इस्तेमाल कर गाड़ी की नई चाबी बनाते थे, फिर उसकी मदद से चोरी की वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते थे। आरोपी गाड़ी चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए किराए की एक गाड़ी पूरे दिन के लिए बुक करते थे और उस गाड़ी को लेकर निकल जाते थे। जिस गाड़ी की चोरी करनी होती थी, उसके पास किराए की गाड़ी खड़ी कर देते थे। चोरी करने के लिए आरोपी पेचकस से गाड़ी के ड्राइवर साइड का शीशा तोड़कर की प्रोग्राम डिवाइस की सहायता से गाड़ी की नई चाबी तैयार करते थे। नई चाबी तैयार करने के बाद आरोपी गाड़ी लेकर फरार हो जाते।
यूट्यूब से सीखा चाबी बनाने का तरीका
कार चोरी करने के बाद आरोपी चोरी की गई गाड़ी की नंबर प्लेट चेंज करके उसका उपयोग अन्य गाड़ियों की चोरी करने में करते थे। जांच में सामने आया कि इमरान व मुन्ना ने यूट्यूब से गाड़ी की नई चाबी बनाने का तरीका सीखा और गाड़ी की चोरी करने लगा। आरोपियों से पांच गाड़ियां बरामद की गईं, जिसमें दो फॉर्च्यूनर, एक क्रेटा, एक ब्रिजा व चोरी की वारदात में इस्तेमाल एक स्विफ्ट गाड़ी शामिल है। मुन्ना करीब तीन महीने पहले जेल से रिहा हुआ था। उसके खिलाफ वाहन चोरी के दो केस गाजियाबाद, दो नासिक व एक मथुरा में दर्ज है। इस मामले में आरोपियों का एक साथी गणेश उर्फ गणपति फरार है। आरोपी सुनील को रिमांड पूरा के बाद जेल भेज दिया गया है।
महाराष्ट्र के कई जिलों में चोरी
साहिल, इमरान व मुन्ना को पुलिस रिमांड पूरा होने के बाद जेल शिफ्ट कर दिया जाएगा। मुन्ना अपने साथी गणेश के साथ मिलकर 50 से अधिक गाड़ियां चुरा चुका है। मुन्ना ने बताया कि वह महाराष्ट्र के कई जिलों से कार चोरी कर चुके हैं। यूपी के विभिन्न जिलों समेत दिल्ली-एनसीआर में आतंक मचा रहे हैं। ऑनलाइन सेल के विज्ञापन से गाड़ियों के नंबर लेकर आरोपी चोरी की गाड़ियों पर इस्तेमाल करते थे। इन गाड़ियों को राजस्थान में बेच रहे थे। आरोपियों ने कई गाड़ियां मध्यप्रदेश में भी बेची हैं।