नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बिल्डर सुपरटेक और उसके मालिक आरके अरोड़ा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। ख़बर है कि रिकवरी सर्टिफिकेट (आरसी) वसूली मामले में एसडीएम दादरी की टीम ने सुपरटेक ग्रुप के चेयरमैन आरके अरोड़ा को अगले 10 दिन में 7 करोड़ रुपये जमा करवाने का आदेश दिया है। सुपरटेक को 2 करोड़ रुपये जिला प्रशासन में आरसी के जमा कराने होंगे। वहीं, 5 करोड़ रुपये की आरसी का खरीदारों के साथ सेटलमेंट किया जाएगा।
बता दें कि जिला प्रशासन की ओर से रेरा की आरसी वसूली मामले में ऐक्शन लिया जा रहा है। करीब 35 करोड़ रुपये जिला प्रशासन के पास बिल्डरों ने जमा भी करा दिए हैं। सुपरटेक ग्रुप की ओर से एक करोड़ रुपये जमा कराया जा चुका है। बताया जा रहा है कि 7 करोड़ रुपये का पेमेंट प्लान सुपरटेक को देना था, जो कि नहीं दिया गया। पिछले कई दिन से दादरी तहसील की टीम उन्हें संपर्क कर रही थी लेकिन कोई रेस्पांस नहीं मिल रहा था।
एसडीएम दादरी आलोक गुप्ता ने बताया कि तहसील दादरी की टीम उन्हें सोमवार को उनके ऑफिस से तहसील में लेकर आई थी, जिसके बाद करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत की गई। जब वह अगले 10 दिन में 7 करोड़ रुपये आरसी सेटलमेंट में देने के लिए तैयार हो गए तो उन्हें भेज दिया गया। सुपरटेक पर आरसी का कुल 26 करोड़ बकाया था जिसे धीरे-धीरे वसूला जा रहा है।
50 प्रतिशत जमीन पर है विवाद
वहीं, सुपरटेक ग्रुप की ओर से मंगलवार को इस मामले में जारी किए गए बयान में बताया गया है कि सुपरटेक के चेयरमैन आरके अरोड़ा को रुटीन मीटिंग के लिए तहसील दादरी में बुलाया गया था। जिला प्रशासन को बता दिया गया है कि जिस प्रॉजेक्ट का निर्माण कार्य न होने से आरसी का पैसा जमा नहीं करा पाए हैं, उस प्रॉजेक्ट की करीब 50 प्रतिशत जमीन पर विवाद है।
किसानों ने इस प्रॉजेक्ट की जमीन पर स्टे ले रखा है। पिछले 12 साल से यमुना अथॉरिटी और जिला प्रशासन से इस जमीन का कब्जा कंपनी को दिलाने के लिए लगातार अनुरोध किया जा रहा है कि लेकिन जमीन कंपनी में कब्जे में नहीं है। इसके लिए हमने जिला प्रशासन ने अनुरोध भी किया है कि आरसी वसूली की प्रक्रिया को थोड़ा रोका जाए।
(इनपुट-एनबीटी)