शिवराज या कमलनाथ..MP में रिकॉर्ड वोटिंग का इशारा पढ़िए

मध्यप्रदेश राजनीति

सूर्यांश सिंह, ख़बरीमीडिया
MP Election 2023:
एमपी विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से बंपर वोटिंग (Bumper Voting) हुई है। साल 2018 में 75 फीसदी से अधिक वोटिंग पर कांग्रेस (Congress) की सरकार बनी थी। आइए आपको पिछले 4 दशकों का रेकॉर्ड बताते हैं कि मध्य प्रदेश में बंपर वोटिंग के बाद किसकी सरकार बनती है। इस बार मध्य प्रदेश में 76.55 फीसदी से अधिक वोटिंग (Voting) हुई है।

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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के लिए वोटिंग खत्म (Voting Ends) हो गई है। और 4 दशकों का रेकॉर्ड से इस बार एमपी में टूट गया है। मध्य प्रदेश में पिछले 8 चुनावों का इतिहास देखें तो साल दर साल वोटिंग प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई है। 2018 के विधानसभा चुनाव में 75.63 फीसदी वोटिंग हुई थी तो कांग्रेस की सरकार बनी थी। इस बार मध्य प्रदेश में 76.55 फीसदी से अधिक वोटिंग हुई है।

महिलाएं भी बढ़ चढ़कर की वोटिंग

बंपर वोटिंग से बीजेपी (BJP) और कांग्रेस दोनों को उम्मीदें हैं। पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamal Nath) ने कहा कि 76 फीसदी से अधिक वोटिंग बदलाव के लिए है। 2018 में जनता ने अधिक वोटिंग की थी तो कांग्रेस की सरकार आई थी। इसके साथ ही बीजेपी को भी बंपर वोटिंग से उम्मीद है। इस बार महिलाएं भी बढ़ चढ़कर वोटिंग की है। ऐसे में बीजेपी की उम्मीदें परवान चढ़ रही है। लेकिन 3 दिसंबर को जब नतीजे आएंगे तभी साफ होगा कि इसका फायदा किसे हुआ।
सबसे पहले बाद अविभाजित मध्य प्रदेश की करते हैं। उस समय मध्य प्रदेश में 320 विधानसभा की सीटें थी। 1985 में 49.79 फीसदी वोटिंग हुई थी। तब मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई थी। वहीं 1990 की बात करें तो प्रदेश में 54.21 फीसदी वोटिंग हुई थी। इसके बाद सत्ता में बीजेपी आई थी। इस दौरान 5 फीसदी मत बढ़े थे।

साल 1993 और 1998 में कितनी वोटिंग हुई

वहीं 1993 की बात करें तो मध्य प्रदेश में 60.17 फीसदी वोटिंग (Voting) हुई थी। इसके बाद कांग्रेस सत्ता में आई थी। वोट प्रतिशत में 5.96 फीसदी की वृद्धि हुई थी। 1998 के विधानसभा चुनाव में महज 0.04 फीसदी वोट बढ़ा था। तब पूरे प्रदेश में 60.21 फीसदी वोट पड़े थे। इसके बाद भी कांग्रेस की सरकार (Congress Government) आई थी। इस चुनाव में बीजेपी को 119 और कांग्रेस को 172 सीटें मिली थी। वहीं, बीएसपी भी 11 सीटें जीतने में सफल रही थी।

पढ़िए 2003 और 2008 विधानसभा चुनाव में सीटें

आपको बता दें कि 2003 के विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में मध्य प्रदेश में बंटवारे के बाद 230 सीटें बच गई थीं। इस चुनाव में 7.04 फीसदी वोट 1998 की तुलना में अधिक पड़े थे। वहीं, पूरे प्रदेश में 67.25 फीसदी वोटिंग हुई थी। इसके बाद बीजेपी सत्ता में आई थी। इस चुनाव में बीजेपी (BJP) को 173, कांग्रेस को 38 और बीएसपी को दो सीटें आई थी। और 2008 के विधानसभा चुनाव में वोट ज्यादा नहीं बढ़े थे। महज 2.53 फीसदी वोट अधिक पड़े थे। कुल 69.78 फीसदी वोटिंग हुई थी। इसके बाद बीजेपी सत्ता में आ गई थी। बीजेपी को 143 और कांग्रेस को 71 सीटें आई थी। वहीं, बीएसपी भी सात सीट जीतने में सफल रही थी।

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जानिए 2013 और 2018 विधानसभा चुनाव की वोटिंग

2013 के विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में पहली बार 70 फीसदी से अधिक वोटिंग हुई थी। एमपी (Mp) में कुल 72.13 फीसदी वोटिंग हुई थी। इसके बाद बीजेपी सत्ता में आ गई थी। बीजेपी को 165 और कांग्रेस को 58 सीटें मिली थी। बीएसपी चार सीट जीतने में सफल रही थी। और 2018 में मध्यप्रदेश के इतिहास (History) में सबसे अधिक 75.63 फीसदी वोटिंग हुई थी। इसके बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई। कांग्रेस को 109 और बीजेपी को 114 सीटें आई थी। लेकिन बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के पाला बदलने के बाद एमपी में बीजेपी की सरकार आ गई थी।

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