Punjab News: पंजाब में डेंगू के खिलाफ आने वाले बरसाती मौसम को मद्देनजर रखते हुए पंजाब के सेहत और परिवार भलाई मंत्री डॉ. बलबीर सिंह (Dr. Balbir Singh) ने आज राज्य में वैकटर-बोर्न बीमारियों के फैलाव को रोकने के लिए स्टेट टास्क फोर्स की मीटिंग की अध्यक्षता की। बता दें कि वैकटर-बोर्न बीमारियों में डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, लिंफैटिक फालरायसिस, जापानी एनसेफ़लाइटिस और कला अजर शामिल है।
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डेंगू, मलेरिया और अन्य वैकटर-बोर्न और वाटर-बोर्न बीमारियों से निपटने के लिए सेहत विभाग द्वारा की जा रही गतिविधियों की समीक्षा करते डॉ. बलबीर सिंह (Dr. Balbir Singh) ने अधिकारियों को इन बीमारियों के पहले पहचाने गए हाटस्पाट पर नज़र रखने और इन इलाकों के लोगों को अपना नजदीक वाला स्थान साफ रखने के बारे में अवगत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वह अपने घरों, दफ्तरों या ऐसे स्थानों जहाँ पानी इकट्ठा होने की संभावना है, में कूलरों, कंटेनरों, बर्तनों, छत आदि सहित सभी संवेदनशील स्थानों पर नज़र रखे और साफ़ रखे। उन्होंने कहा कि मच्छर के प्रजनन चक्कर को तोड़ना इस बीमारी के फैलाव को रोकने का एक मात्र हल है। मच्छर को अंडे से ले कर बालिग़ बनने में सिर्फ़ एक हफ्ते का समय लगता है।
सेहत मंत्री ने स्वास्थ्य अधिकारियों को भी हिदायत की कि वह आम लोगों और एन.जी.ओज के साथ मीटिंगों करे, ताकि उनको मच्छरों के लार्वे पर के बारे में जागरूक करके ऐसीं बीमारियाँ विरुद्ध लड़ाई का हिस्सा बनाया जा सके। उन्होंने सम्बन्धित कर्मचारियों को शहरों के साथ- साथ गाँवों में फौगिंग बढ़ाने के लिए भी निर्देश दिए गए।
उन्होंने अधिकारियों को शिक्षा विभाग को इस में शामिल करने और इन बीमारियों के लक्षणों संबंधी विद्यार्थियों को जानकार करवाने के निर्देश दिए क्योंकि विद्यार्थी अपने घरों या आस-पास इकट्ठे हुए पानी पर नज़र रखने में अहम भूमिका निभा सकते है।
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डॉ. बलबीर सिंह (Dr. Balbir Singh) ने 829 आम आदमी क्लीनिकों का प्रयोग करने का प्रस्ताव भी रखा। उन्होंने कहा कि इन क्लीनिकों में रोज़ाना 50000 से अधिक लोग आते हैं। उन्होंने कहा कि क्लीनिक के स्टाफ को डेंगू से बचाने सम्बन्धित प्रशिक्षण दे कर या क्लीनिकों में आने वाले लोगों को पैंफ्लट दे कर इन बीमारियों के बारे में जागरूक किया जा सकता है।
सेहत मंत्री ने आम आदमी क्लीनिक, फरिश्ते स्कीम और स्वास्थ्य विभाग के चल रहे ओर प्रोजैक्टों के कामकाज का भी जायज़ा लिया। मीटिंग में प्रमुख सचिव सेहत अजोए शर्मा, एमडी नैशनल हैल्थ मिशन डॉ. अभिनव त्रिखा, मैंबर पंजाब विकास कमीशन अनुराग कुंडू, अतिरिक्त सचिव मैडीकल शिक्षा और खोज राहुल गुप्ता और अन्य प्रोग्राम अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।
इलाज से सावाधानी अच्छी
- कूलरों को हफ़्ते में एक बार साफ करे और एक दिन के लिए सूखा रखें।
- पानी को खडा होने से रोकने के लिए कंटेनर जैसे कि गमले, टूटी चीजें, टायर आदि को छत पर न रखें|
- मच्छरों की पैदावार वाले सभी संभावी स्रोतों और स्थानों का पता लगाए और उनका निपटारा करना चाहिए।
- घर और आस-आस पास कीटनाशकों का छिड़काव करो।
- जब टीमें बाहर कीटनाशकों का छिड़काव करती है तो दरवाज़े और खिड़कियां बंद न करो।
- बुखार होने पर तुरंत सेहत डिस्पेंसरी में रिपोर्ट करें।
- बुखार की स्थिति में आईब्यूपरोफ़ैन/ एस्प्रिन का प्रयोग न करो, पैरासिटामोल का प्रयोग करें।