Punjab: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अपने अभी तक के कार्यकाल के दौरान पंजाब के लोगों और जनता की भलाई के लिए तमाम कल्याणकारी योजनाओं और नीतियों को लागू कर पंजाब (Punjab) के नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास किया है। इन योजनाओं में से एक है पंजाब फरिश्ते योजना (Punjab Farishtey Scheme)। इस योजना को भगवंत सिंह मान (Bhagwant Singh Mann) ने मानवीय संवेदनाओं और समाज के प्रति उत्तरदायित्व को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया है। भगवंत सिंह मान सरकार (Bhagwant Singh Mann Government) की यह योजना एक अनूठी पहल है, जो दुर्घटनाओं के शिकार लोगों को समय पर मदद पहुंचाने और उनके जीवन को बचाने के लिए काम करती है।
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भारत में सड़क दुर्घटनाएं एक बड़ी समस्या हैं, और पंजाब भी इससे अछूता नहीं है। हर साल बहुत से लोग सड़क हादसे में अपनी जान गंवा देते हैं। पंजाब में सड़कों पर लगातार बढ़ते वाहनों की संख्या और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी के कारण सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में खूब वृद्धि हो रही है। इन दुर्घटनाओं में घायल हुए लोगों को समय पर इलाज न मिलने के कारण ज्यादातर लोग जीवन गंवा देते हैं। पंजाब के लोकप्रिय मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने इस गंभीर समस्या का स्थाई समाधान करने के लिए पंजाब फरिश्ते योजना (Punjab Farishtey Scheme) शुरू की है। मान सरकार की इस योजना का प्रमुख उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं के शिकार लोगों को तुरंत चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराना है और उनकी जान बचानी है।

जानिए फरिश्ते योजना को विस्तार से
पंजाब फरिश्ते योजना (Punjab Farishtey Scheme) के जरिए मान सरकार सड़क दुर्घटनाओं के शिकार लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध करा रही है। आंकड़ों के अनुसार, सड़क दुर्घटनाओं में देरी से उपचार के कारण सबसे ज्यादा जानें चली जाती हैं। इस योजना का लक्ष्य गोल्डन ऑवर यानी दुर्घटना के बाद के पहले घंटे में पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाना और जीवन बचाना है।
इस योजना के तहत, मान सरकार ने यह तय किया है कि जो भी नागरिक सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद करेगा, उसे किसी भी कानूनी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। साथ ही, मदद करने वाले व्यक्ति को गुड समैरिटन की श्रेणी में सम्मानित किया जाएगा।
फ्री एम्बुलेंस सेवा
पंजाब फरिश्ते योजना (Punjab Farishtey Scheme) के तहत, मान सरकार ने दुर्घटना स्थल पर तुरंत एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराई है। इस सेवा के अंतर्गत, दुर्घटना (Accident) के शिकार लोगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। यह योजना यह सुनिश्चित करती है कि दुर्घटना के शिकार व्यक्तियों को किसी भी प्रकार की आर्थिक परेशानी का सामना न करना पड़े।

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सड़क दुर्घटनाओं में त्वरित मदद
इस योजना के तहत भगवंत सिंह मान सरकार (Bhagwant Singh Mann Government) ने एक प्रभावी और त्वरित सहायता प्रणाली तैयार की है, जिसमें स्थानीय पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, और एम्बुलेंस सेवाओं के साथ समन्वय स्थापित किया गया है। जब भी कोई सड़क दुर्घटना होती है, दुर्घटना स्थल पर जल्द से जल्द मेडिकल टीम को भेजा जाता है, जिससे घायल व्यक्ति को समय रहते उपचार मिल सके।

मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर
इस योजना के तहत, नागरिकों को एक विशेष हेल्पलाइन नंबर (Helpline Number) भी (108, 1033 और 112 सड़क सुरक्षा फोर्स (एसएसएफ) ) उपलब्ध कराया गया है, जिस पर वे दुर्घटना की जानकारी दे सकते हैं। इस नंबर पर कॉल करते ही त्वरित सहायता भेजी जाती है, और एम्बुलेंस को दुर्घटना स्थल पर भेज दिया जाता है।
इमरजेंसी मेडिकल सपोर्ट
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने इस योजना के तहत अस्पतालों में दुर्घटना के शिकार मरीजों को प्राथमिक चिकित्सा और उपचार के लिए तत्काल सुविधा प्रदान कराते हैं। इसके लिए अस्पतालों को प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ और आवश्यक उपकरणों से लैस कर दिया गया है, जिससे दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों का तुरंत इलाज शुरू किया जा सके।

आर्थिक सहायता
सड़क हादसे में दुर्घटना के शिकार होने पर अगर किसी व्यक्ति की जान चली जाती है तो उनके परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। योजना के तहत मृतक के परिवार को सरकारी सहायता मिलने का प्रावधान है, जिससे उनके इलाज और जीवन यापन में कोई समस्या न हो। सीएम भगवंत सिंह मान ने यह सुनिश्चित किया है कि इस योजना का लाभ पंजाब के हर एक हिस्से में पहुंचे, चाहे वह ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी। इसके लिए विभिन्न जिलों में हेल्पलाइन और एम्बुलेंस सेवाओं का विस्तार किया गया है, जिससे दुर्घटनाओं के दौरान कोई भी नागरिक मदद से वंचित न रहे।
जानिए क्या है इस योजना के लाभ
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के मुताबिक, भारत में हरदिन 1,400 से भी ज्यादा सड़क हादसे और 400 मौतें होती हैं। वहीं पंजाब अकेले में ही हर साल करीब 5,000 मौतें सड़क दुर्घटनाओं के कारण होती हैं। फरिश्ते योजना (Farishtey Yojna) का उद्देश्य दुर्घटना पीड़ितों को बिना किसी निश्चित राशि (कैपिंग अमाउंट) की सीमा के व्यापक इलाज प्रदान करके इस गंभीर मुद्दे को हल करना है।

राज्य की यह महत्वपूर्ण योजना, जिसका उद्देश्य सड़क किनारे दुर्घटनाओं में चोट लगने के कारण होने वाली मौत की दर को कम करना है और सरकारी व सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में तुरंत और निर्विघ्न इलाज प्रदान करना है। इस योजना को 25 जनवरी, 2024 को अधिसूचित की गई थी। यह योजना पंजाब राज्य के क्षेत्र में होने वाले सभी सड़क हादसा पीड़ितों के लिए बिना किसी शर्त या जाति, धर्म, राष्ट्रीयता और जन्म स्थान के भेदभाव के लागू होती है और इसके तहत दुर्घटना पीड़ितों को बिना किसी सीमा के व्यापक इलाज प्रदान किया जाता है।
मदद करने वालों को मिलता है इनाम
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए राज्य स्वास्थ्य एजेंसी (SHA), पंजाब की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) बबीता ने कहा कि आम लोगों को आगे आकर दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने और उनकी जान बचाने के लिए प्रेरित करने हेतु ऐसे फरिश्तों को नकद इनाम और प्रशंसा पत्र के साथ सम्मानित किया जाता है। उन्होंने कहा, जो भी व्यक्ति स्वेच्छा से दुर्घटना पीड़ितों की जान बचाने में मदद करता है, उसे फरिश्ता माना जाता है और उसे प्रशंसा पत्र और 2000 रुपये की नकद इनामी राशि के साथ सम्मानित किया जाता है।
सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर में कमी
पंजाब फरिश्ते योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इससे सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वालों की मौत की दर में कमी आई है। दुर्घटना के शिकार व्यक्तियों को समय पर इलाज मिल जाता है, जिससे उनकी जान बचाई जा सकती है। ज्यादातर दुर्घटनाओं के शिकार व्यक्तियों के इलाज के लिए भारी इलाज का खर्च उठाना पड़ता है। इस योजना के तहत, मरीजों को फ्री एम्बुलेंस सेवा और इलाज मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता है। इससे गरीब और निम्न आय वर्ग के लोग भी चिकित्सा सहायता का लाभ ले पा रहे हैं।

लोगों का जीवन महत्वपुर्ण-सीएम भगवंत सिंह मान
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का हमेशा से यह मानना रहा है कि समाज में हर नागरिक का जीवन मूल्यवान है और उसे हर संभव सहायता मिलनी चाहिए। उनका यह कदम यह बताता है कि वे अपने राज्य के नागरिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। इस योजना के माध्यम से उन्होंने यह भी साबित किया कि जब सरकार की नीतियां और योजनाएं जनता के हित में होती हैं, तो उनका प्रभाव राज्य की सामाजिक-आर्थिक स्थिति पर सकारात्मक रूप से पड़ता है।
भविष्य में होगा और सुधार
आने वाले समय में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में यह योजना और भी विस्तारित की जा सकती है। आगामी समय में सड़क दुर्घटनाओं को और भी कम करने के लिए राज्य सरकार सड़क सुरक्षा अभियानों को तेज कर सकती है और दुर्घटनाओं के कारणों की गहरी समीक्षा कर सकती है। इसके साथ ही इस योजना के अंतर्गत चिकित्सा सेवाओं को और भी तकनीकी रूप से उन्नत किया जा सकता है।

पंजाब फरिश्ते योजना, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है, जो न केवल सड़क दुर्घटनाओं के शिकार लोगों के जीवन को बचाता है, बल्कि यह पंजाब के नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति जागरूक भी करता है। इस योजना ने साबित कर दिया है कि जब सरकार नागरिकों के कल्याण के लिए ठान ले, तो बड़े पैमाने पर सकारात्मक बदलाव भी दिखाई देने लगते हैं। यह योजना न केवल एक जीवन रक्षक सेवा है, बल्कि यह राज्य के नागरिकों के विश्वास को भी मजबूत करती है कि उनकी सुरक्षा और भलाई के लिए सरकार सदैव तत्पर है।

