गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों की लासानी शहादत को नमन करता है नाटक ‘सरहिंद दी दीवार’ – डी.आई.जी. मंदीप सिंह सिद्धू
पटियाला हैरिटेज फेस्टिवल नई पीढ़ी को अमीर विरासत से जोड़ने का अहम प्रयास – डॉ. प्रीति यादव
Patiala Heritage Festival 2025: पटियाला हैरिटेज फेस्टिवल-2025 की पहली शाम यहां हरपाल टिवाणा कला केंद्र में प्रसिद्ध अभिनेत्री पद्मश्री निर्मल ऋषि और मनपाल टिवाणा की अहम भूमिका वाले और पंजाबी रंगमंच के बाबा बोहड़ मरहूम हरपाल टिवाणा द्वारा लिखे गए ऐतिहासिक नाटक ‘सरहिंद दी दीवार’ ने दर्शकों की आँखें नम कर दीं।
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डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव की अगवाई में पटियाला जिला प्रशासन द्वारा पंजाब के पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों विभाग के सहयोग से आयोजित किए जा रहे विरासती मेले के दौरान सूरवीर योद्धाओं की गाथाओं को लेकर यह ऐतिहासिक नाटक ‘सरहिंद दी दीवार’ ने गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह और माता गुज़री जी की लासानी शहादत को नमन किया। इस मौके पर डी.आई.जी. पटियाला रेंज मंदीप सिंह सिद्धू ने कहा कि यह नाटक दर्शकों को इस तरह महसूस करवाता है, जैसे ऐतिहासिक साका उनकी आँखों के सामने घटित हुआ हो।
इस नाटक की शुरुआत दीप जलाकर करने के बाद डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव ने कहा कि पंजाब सरकार ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगवाई में पटियाला हैरिटेज फेस्टिवल आयोजित करने का सराहनीय कदम उठाया है।

उन्होंने कहा कि छोटे साहिबजादों ने छोटी उम्र होने के बावजूद भी ईन नहीं मानी, बल्कि हक, सच्चाई और धर्म के लिए डटे रहे और उनकी शहादत को नाटक के रूप में दर्शकों के सामने पेश करना और हमारी नई पीढ़ी को अपनी अमीर विरासत से जोड़ना जिला प्रशासन का सराहनीय प्रयास है।
डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव ने आगे कहा कि पंजाब को रंगला पंजाब बनाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगवाई में पंजाब के पर्यटन और सांस्कृतिक संरक्षण के क्षेत्र में शानदार बदलाव किए जा रहे हैं, जिसके चलते पूरे पंजाब में ऐसे मेले आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे दुनिया भर के सैलानियों को आकर्षित किया जा सकेगा।
इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी पीडीए के एसीए जसनप्रीत कौर गिल ने बताया कि इस नाटक में आज निर्मल ऋषि और मनपाल टिवाणा समेत करीब दो दर्जन कलाकारों ने अपनी भूमिका निभाई और तकनीकी निर्देशन विकास जुनेजा ने दिया। उन्होंने कहा कि पिछले 59 वर्षों से यह नाटक देश-विदेश में सफलता पूर्वक खेला जा रहा है, जिसमें हिंदी और पंजाबी फिल्मों के महान कलाकार जैसे दिवंगत ओमपुरी, राज बाबर, गिरजा शंकर, नीना टिवाणा, निर्मल ऋषि, सरदार सोही भी समय-समय पर इस नाटक का हिस्सा रहे हैं।

जिक्रयोग्य है कि यह नाटक पंजाबी रंगमंच के बाबा बोहड़ हरपाल टिवाणा द्वारा लिखा गया और इस नाटक का संगीत गज़ल सम्राट पद्मभूषण जगजीत सिंह ने दिया है, और शब्द गायन जगजीत सिंह और सुखविंदर सिंह ने किया है। यह पंजाबी का एकमात्र नाटक है जिसका म्यूजिक ट्रैक विश्व प्रसिद्ध कंपनी सोनी ने ‘मित्र प्यारे को’ के टाईटल के तहत रिलीज़ किया।
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इस कार्यक्रम के दौरान नीना टिवाणा, सीए पीडीए मनीषा राणा, एस.पी. वेबव चौधरी, सहायक कमिश्नर ऋचा गोयल, पीडीए के अधिकारी, हॉबी धालीवाल, पूर्व आईएएस अमृत कौर शेरगिल, मनजीत सिंह नारंग, करनल कर्मिंदर सिंह, अवतार अरोड़ा, पुषवंत सिंह ग्रेवाल समेत अन्य शख्सियतें और पत्वंतें मौजूद थे।

