देश की आजादी में पंजाब-पंजाबियों का अहम योगदान: मान

पंजाब

Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) ने आज कहा कि अनगिनत बलिदान देकर देश की आजादी हासिल करने और देश की एकता, अखंडता और प्रभुसत्ता की रक्षा करके आधुनिक भारतीय गणराज्य की साधना करने में पंजाब ने सबसे अधिक योगदान दिया है। 75वें गणतंत्र दिवस (Republic Day) के अवसर पर यहां हुए समारोह के दौरान राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के दिन की पंजाब के लिए विशेष महत्ता है क्योंकि पंजाबियों (Punjabis) ने इस मुल्क की खातिर बड़े बलिदान दिए हैं।
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उन्होंने कहा कि देश की आजादी से पहले भी बहुत बार 26 जनवरी का दिन गुजरा था परन्तु किसी को राष्ट्रीय ध्वज लहराने की इजाजत नहीं थी। अब हमें यह दिवस मनाने का हक है परन्तु बड़े दुख की बात है कि राज्य की झाँकी को राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस के अवसर पर हुई परेड में से जानबूझ कर बाहर रखा गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत हैरानी की बात है कि राष्ट्रीय दिवस पंजाब के बिना कैसे मनाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पंजाब की झाँकी को जानबूझ कर बाहर रखा है। उनको यह बताना चाहिए कि इस झाँकी में क्या गलत था। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा तैयार की गई।

झांकी राज्य की समृद्ध संस्कृति और विरासत को मूर्तिमान करती थी, क्योंकि हम राज्य के गौरव और प्रतिष्ठा के साथ कोई समझौता नहीं कर सकते। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि केंद्र सरकार ने पंजाबियों के बेमिसाल बलिदानों का मजाक उड़ाया है जिसको किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और इसी कारण राज्य सरकार ने केंद्र के इस कदम का जोरदार विरोध किया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य की झांकी रद्द करके माई भागो, गदरी बाबे, शहीद भगत सिंह, शहीद राजगुरु, शहीद सुखदेव, लाला लाजपत राय, शहीद उधम सिंह, शहीद करतार सिंह सराभा और अन्य शहीदों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस की परेड में राज्य की झांकी शामिल न करके इन नायकों के बलिदानों और योगदान के महत्व को घटाया है।

सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बरताव सहन नहीं किया जा सकता क्योंकि यह सीधे तौर पर हमारे देश-भक्तों और राष्ट्रीय नेताओं का निरादर है। उन्होंने कहा कि अब पंजाब सरकार पूरे राज्य में यह झांकी निकाल कर देश के प्रति पंजाबियों का योगदान दिखाएगी।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने भारतीय हवाई सेना के हलवारा, लुधियाना में बनने जा रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद करतार सिंह सराभा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा रखने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अथक प्रयासों के स्वरूप मोहाली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम पहले ही शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा गया है। और हलवारा हवाई अड्डे का नाम शहीद करतार सिंह सराभा के नाम पर रखना शहीदों को विनम्र सी श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने आगे कहा कि इन महान शहीदों के नाम पर हवाई अड्डों, यूनिवर्सिटियों और अन्य संस्थाओं का नामकरण उनकी शानदार विरासत को कायम रखने के लिए जरूरी है।

अपनी तकरीर के दौरान भावुक होते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों को लड़के और लड़कियों में लिंग भेदभाव खत्म करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह समय की जरूरत है कि लड़कियों को हरेक क्षेत्र में उपलब्धियाँ हासिल करने के लिए अधिक से अधिक अवसर दिए जाएं, जिससे वह सफलता की नयी इबारतें लिख सकें। इसमें शक नहीं कि राज्य की लड़कियाँ बहुत निडर हैं और यदि उनको मौका दिया जाये तो वह कोई भी लक्ष्य हासिल करने की काबिलियत रखती हैं।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पंजाब अपने बेशकीमती प्राकृतिक संसाधन पानी और जरखेज मिट्टी कुर्बान करके देश के लिए 182 लाख मीट्रिक टन धान की फसल पैदा करता है। उन्होंने कहा कि पंजाब के योगदान ने देश को अनाज उत्पादन के पक्ष से आत्मनिर्भर बनाया, जिस कारण भारत विश्व भर में मजबूत राष्ट्र के तौर पर उभरा है। सीएम भगवंत सिंह मान ने अफसोस जाहिर किया कि राज्य के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से वंचित करने की साजिशें रची जा रही हैं, जो सरासर नाइंसाफी है।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब हमेशा अग्रणी राज्य रहा है और अग्रणी ही रहेगा क्योंकि पंजाबियों को सख़्त मेहनत और दृढ़ जज्बे की बख्शीश प्राप्त है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा से निभा रही है जिससे पंजाब हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व करे। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि मुझे अगले मतदान का फिक्र नहीं बल्कि मैं तो आने वाली पीढ़ी के भले के लिए काम कर रहा हूं। जिस कारण मेरी सरकार ने कई रास्ते से हटकर प्रयास किए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य के नौजवानों की भलाई के लिए बड़े प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित बनाने में लगी हुई है कि नौजवान रोजगार ढूँढने की बजाय रोजगार देने वाले बनें। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि प्रगतिशील और खुशहाल पंजाब की साधना करना समय की जरूरत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान नौजवानों को नौकरियों और शिक्षा के अवसर से वंचित रखा गया था। जिससे वह राजनीतिक नेताओं के पीछे लगे रहें। उन्होंने कहा कि इस प्रथा को छोड़ा जा रहा है जिससे नौजवान राज्य की तरक्की और खुशहाली का अटूट अंग बन सकें। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब राज्य सरकार के अथक प्रयासों के स्वरूप पंजाब की पुरातन शान बहाल होगी।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों के स्वरूप पिछले 75 सालों में पहली बार राज्य में नहरी पानी आखिरी खेतों के टेलों तक पहुँचा है। उन्होंने कहा कि इस नेक कार्य को पूरा करना राज्य सरकार अपना फर्ज बनता है जिससे राज्य के किसानों को इसका भरपूर लाभ मिल सके। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार के अथक प्रयासों स्वरूप पहले ही पंजाब के दूरदराज के इलाकों तक पानी पहुंच चुका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को मानक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने पंजाब भर में आम आदमी क्लीनिक स्थापित किए हैं। उन्होंने बताया कि इन क्लीनिकों में अब तक लगभग 97 लाख लोग मुफ्त स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले चुके हैं। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में यह एक नयी क्रांति है और इस क्षेत्र को नया रूप देने के लिए प्रयास जारी हैं।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि विद्यार्थियों को मानक शिक्षा देने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में स्कूल ऑफ ऐमिनेंस स्थापित किए हैं और पहले साल के दौरान इसमें 8358 विद्यार्थी दाखिल हुए हैं। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि स्कूलों के बुनियादी ढांचे और खेलों की सुविधाओं के विकास के लिए 200 करोड़ रुपए रखे गए हैं, इसके अलावा विद्यार्थियों को मुफ्त वर्दियाँ मुहैया करवाई जा रही हैं।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब को औद्योगिक क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार के ठोस प्रयासों के स्वरूप राज्य में 65,000 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है, जिससे 2.98 लाख नौजवानों को नौकरियां मिलेंगी। सीएम भगवंत सिंह ने कहा कि इससे राज्य के आर्थिक विकास को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक तरफ राज्य में सडक हादसों के कारण होने वाली मौतों की दर को रोकने और दूसरी तरफ राज्य की सडक़ों पर यातायात को सुचारू बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा 27 जनवरी को जालंधर से सडक सुरक्षा फोर्स की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि अपनी किस्म की पहली विशेष फोर्स पंजाब में रोजाना के सडक हादसों में जा रही कई कीमती जानों को बचाने के लिए अहम भूमिका निभाएगी और इस फोर्स को अंधाधुन्ध ड्राइविंग करने वालों से निपटने, सडक़ों एवं वाहनों की यातायात को सुचारू बनाने और अन्य कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

सड़क हादसों को रोकने के लिए सीएम भगवंत सिंह मान ने बताया कि शुरुआती तौर पर अति-आधुनिक यंत्रों से लैस 129 वाहन हर 30 किलोमीटर के बाद सड़कों पर उचित व्यवस्था करने के लिए तैनात किए जाएंगे और इन वाहनों में किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को इमरजेंसी इलाज मुहैया करवाने के लिए पूरी मेडिकल किट भी होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब ने निजी कंपनी जी.वी.के. पावर की मलकीयत वाले गोइन्दवाल पावर प्लांट को खरीद कर इतिहास रचा है और इसका नाम भी तीसरे सिख गुरू श्री गुरु अमरदास जी के नाम पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि पहली बार यह उल्टा दौर शुरू हुआ है कि सरकार ने कोई प्राइवेट पावर प्लांट खरीदा है जबकि पहले राज्य सरकार सार्वजनिक जायदादें चहेते व्यक्तियों को कौड़ियों के भाव बेचती थीं। इसी तरह सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बहुत ही गर्व और संतुष्टि की बात है कि पंजाब सरकार के लोक हितैषी फैसलों के कारण राज्य के 90 प्रतिशत उपभोक्ताओं को जीरो बिजली बिल आ रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा हुई थी। और सभी को उस स्थान पर माथा टेकने के लिए जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब, देशभर में धर्मनिरपेक्षता और आपसी-भाईचारे का प्रतीक है क्योंकि युगों से यहाँ हर वर्ग के लोग शांति से रह रहे हैं।

सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि चाहे रमजान को मुस्लिम भाईचारे का त्योहार माना जाता है परन्तु यह दो शब्द राम और जान के बिना है जिसका अर्थ है कि इसमें राम का जिक्र भी है। इसी तरह हिंदू भाईचारे का त्योहार दिवाली में अली शब्द है, जो आपसी-भाईचारे का प्रतीक है।

सांप्रदायिक एजंडे को उभारने वाली पार्टियों पर चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी फूट डालने वाली राजनीति में विश्वास नहीं रखती बल्कि काम की राजनीति के द्वारा हरेक के भले के सिद्धांत पर काम करती है। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह आपसी-भाईचारे, शांति और सांप्रदायिक सद्भावना के सिद्धांतों पर आधारित समाज और देश की नींव है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को अपनी आस्था के तीर्थ स्थान की यात्रा करने की सुविधा देने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि इस योजना का समाज के हर वर्ग को बड़ा लाभ हो रहा है, क्योंकि वह तीर्थ स्थानों की मुफ़्त यात्रा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक बेमिसाल योजना है जो देश में पहली बार किसी राज्य के द्वारा शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि चाहे शुरू में रेलवे इसमें अड़चन पैदा करने की कोशिश कर रही थी परन्तु अब मामला सुलझ गया है।

मुख्यमंत्री ने लोगों को हमारे महान गुरूओं, संतों-महापुरुषों, पीरों-पैगंबरों, शहीदों और नायकों के सपनों का पंजाब सृजन करने के लिए आगे आने का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब हमेशा देश में शांति और आपसी-भाईचारे का केंद्र बिंदु रहा है। सीएम भगवंत सिंह मान ने पंजाब के बहादुर और देश-भक्त लोगों को खुशहाल पंजाब के लक्ष्यों के लिए अपने आप को समर्पित करने का न्योता दिया, जिसमें गरीबी, अनपढ़ता और बेरोजग़ारी जैसी बुराईयों की कोई जगह नहीं है।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने परेड कमांडर आकर्शी जैन, आई.पी.एस. के नेतृत्व वाली परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने पंजाब पुलिस, पंजाब होमगार्ड, पंजाब आर्म्ड पुलिस, एन.सी.सी. (लड़कियाँ और लडके), भारत स्काउट्स और गाइड्स के अलावा पंजाब पुलिस के ब्रास बैंड की टुकड़ी द्वारा शानदार मार्च पास्ट से सलामी भी ली।

इस मौके पर अलग-अलग स्कूलों के विद्यार्थियों ने भंगड़ा, गिद्दा, ग्रुप डांस, पी.टी. शो और समूह गान समेत रंगारंग कार्यक्रम पेश किया। मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानियों और उनके रिश्तेदारों को देश के आजादी संघर्ष में दिए गए कीमती योगदान के लिए सम्मानित भी किया।