Holi 2024: आज 25 मार्च ..पूरा देश होली के रंग में डूबा हुआ है। होली का त्योहार फाल्गुन महीने की पूर्णिमा तिथि के दिन सेलिब्रेट किया जाता है। ये त्योहार उत्साह और हर्ष से भरा हुआ होता है। इस दौरान लोग हर तरह के पुराने गिले शिकवों को भूलाकर हर किसी को गले लगाते हैं। लेकिन खुशी से भरा ये त्योहार अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए कई तरह की जोखिम को लेकर आ सकता है।
होली में हवाओं में रंगों के साथ साथ गुलाल भी उड़ते हैं, जो अस्थमा के पेशेंट्स को बीमार कर सकते हैं। ऐसे में खासकर होली के त्योहार के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत होती है। आप भी अस्थमा जैसे गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं तो आज हम यहां आपको ऐसी गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है।
आइए जानते हैं सुरक्षित और आनंददायक होली के लिए अस्थमा के पेशेंट्स के लिए किन बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है:
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जरूरत से ज्यादा शारीरिक गतिविधि
होली पर बहुत ही ज्यादा भाग दौड़ और नाच गाना होता है। वहीं,इस मौके पर लोग जमकर मस्ती करते हैं। आपके घर में या आप भी अस्थमा जैसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो अत्यधिक शारीरिक गतिविधि में शामिल होना आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में समय समय पर जाकर रेस्ट जरूर करते रहें।
सिंथेटिक रंगों का इस्तेमाल
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सिंथेटिक रंगों में रसायन नासिका मार्ग में जलन उत्पन्न कर अस्थमा अटैक को ट्रिगर कर सकते हैं। ऐसे में सिंथेटिक कलर के इस्तेमाल को अवॉइड करें। इनकी जगह पर आप हल्दी, चुकंदर पाउडर, गुलाब पाउडर जैसे अन्य ऑर्गेनिक इंग्रीडिएंट्स जैसे विकल्पों का चयन कर सकते हैं। क्योंकि ये आपके बालों और तव्चा को नुकसान पहुंचाने से बचाते हैं।
शराब का सेवन
कई सारी हेल्थ रिपोर्ट्स ये बताती हैं की अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन अस्थमा पेशेंट्स के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। ऐसे में होली के त्योहार में शराब का सेवन न करें। बल्कि खुद को हाइड्रेट रखने के लिए जूस का सेवन करें। इसके अलावा ठंडाई का भी चयन कर सकते हैं।
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इन बातों को भी रखें ध्यान में
रंगों के त्योहार को एंजॉय तो करना है लेकिन साथ में सेहत का ख्याल रखना भी बेहद जरूरी है। इसलिए इन्हेलर को सदैव साथ ही रखें।
वायु प्रदूषण से निजात पाने के लिए धुएं जैसी जगहों से दूरी बना के रखें।
भीड़ भाड़ वाले इलाकों में जाने से अवॉइड करें।
वहीं, ज्यादा दिक्कत हो तो डॉक्टर से परामर्श लेना न भूलें।