हार्दिक की टी20 विश्वकप से होगी छुट्टी! ये धुरंधर लेगा उनकी जगह

क्रिकेट WC खेल

T20 World Cup: वनडे विश्वकप के बीच से ही चोट की वजह बाहर चल रहे टीम इंडिया (Team India) के ऑलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) भले ही बड़ी रकम के साथ मुंबई इंडियंस से जुड़ गए हो लेकिन अब उनके भारतीय टीम में खेलने पर खतरा मंडराने लगा है क्योंकि टीम इंडिया शिवम दुबे के रूप में उनका रिप्लेसमेंट मिलता हूं दिख रहा है।
ये भी पढ़ेंः रोहित के नाम दर्ज हुआ अनोखा रिकॉड,ऐसा करने वाले बने पहले खिलाड़ी

Pic Social Media

अफगानिस्तान के खिलाफ पहले टी20 (T20) मुकाबले में 159 रनों का पीछा कर रही टीम इंडिया का जब 28 रन के स्कोर पर दोनों सलामी बल्लेबाज रोहित और शुभमन आउट होकर चले गए तब बल्लेबाजी करने आये शिवम दुबे ने एक बेहतरीन पारी खेलते हुए टीम इंडिया को शानदार जीत दिलवाई। जिसके बाद से हर तरफ शिवम दुबे की चर्चा होने लगी है और खेल प्रेमी हार्दिक के रिप्लेसमेंट के तौर पर दुबे को टी20 विश्वकप में शामिल करने की मांग करने लगे है।

Pic Social Media

3 मैचों की टी 20 सीरीज के पहले मैच में अफगानिस्तान ने पहले बैटिंग करते हुए 158 रन बनाए। जिसके बाद टीम इंडिया ने इस लक्ष्य को 17.3 ओवर में 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया। मैच में शिवम दुबे ने पहले गेंदबाजी करते हुए 2 ओवर में सिर्फ 9 रन देकर 1 विकेट हासिल किए फिर मुश्किल समय में बैटिंग करते हुए एक सूझबूझ भरी 40 गेंदों में 60 रन की पारी खेल टीम को बड़ी जीत दिलाई।

शिवम ने धोनी को दिया क्रेडिट

प्‍लेयिंग इलेवन में वापसी पर दुबे ने कहा, “मैं लंबे समय से मौक़े का इंतज़ार कर रहा था। मैं खु़द को तैयार रख रहा था, जिससे जब भी मौक़ा मिले तो मैं अच्‍छा करूं। जब मैं बल्‍लेबाज़ी के लिए आया तो वही किया जो मैंने माही भाई (एमएस धोनी) से मैच को ख़त्‍म करने के बारे में सीखा है।”

Pic Social Media

बल्‍लेबाज़ी में बदलाव के बारे में दुबे ने कहा, “मैं माही भाई से लगातार बात करता हूं। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। वह मुझे बताते हैं कि कैसे अलग-अलग परिस्थिति का सामना करना है। उन्‍होंने मुझे दो से तीन सुझाव दिए हैं और मेरी बल्‍लेबाज़ी को रेट किया है। तो मुझे लगता है कि अगर वे मेरी बल्‍लेबाज़ी को रेट कर रहे हैं तो मैं लगातार अच्‍छा करूंगा। मेरा आत्‍मविश्‍वास इस वजह से बहुत बढ़ा है। मैं अपनी गेंदबाज़ी पर भी लंबे समय से काम कर रहा हूं। यह बदलाव एकदम से नहीं आए हैं। मैं मौक़े का इंतज़ार कर रहा था और आज मुझे मौक़ा मिला तो मैंने अच्‍छा किया।”