Greater Noida West: सुपरटेक EV1-अरिहंत आर्डेन के निवासी की समस्या जान लीजिए
Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की दो सोसाइटी से बड़ी और हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक इकोविलेज-1 (Supertech Ecovillage-1) और अरिहंत आर्डेन सोसाइटी (Arihant Arden Society) में बीते एक सप्ताह से लोगों को उल्टी और पेट दर्द की समस्या हो रही है। बीते एक सप्ताह में करीब 40 लोगों के बीमार होने का मामला सामने आया है। निवासियों ने आरोप लगाया है कि सोसाइटी में लगातार दूषित पानी (Polluted Water) की सप्लाई हो रही है। इसके कारण से ही लोग बीमार हो रहे हैं। सोसाइटी के टावर-J के प्रतिनिधि आलोक रस्तोगी ने कहा कि एक सप्ताह से लोग उल्टी, दर्द और बुखार की शिकायतें कर रहे हैं। काफी समय से सोसाइटी के टैंक की सफाई भी नहीं हुई है। इस कारण से ही बीमारियां फैल रही हैं। 2-3 परिवार ऐसे हैं, जिनके बच्चों या अन्य परिजनों की हालत ज्यादा खराब हो गई थी।
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शनिवार को टावर प्रतिनिधियों ने मेंटेनेंस प्रबंधन (Maintenance Management) के साथ बैठक भी की, जिसमें टैंकों की सफाई की मांग रखी गई है। सोसाइटी के एक टैंक की सफाई की गई है। वहीं, दूसरे टैंक की सफाई के लिए अगने दिन को तय किया गया है। एक सप्ताह में काम पूरा किए जाने का आश्वासन दिया गया है। निवासियों का कहना है कि बीमारी फैलने की वजह से वे लोग टैंकों का पानी नहीं पी रहे हैं। बाजार से बोतल बंद पानी खरीदकर यूज कर रहे हैं।
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अरिहंत आर्डेन सोसाइटी के निवासियों ने भी बताया कि दूषित पानी की सप्लाई पिछले एक सप्ताह से हो रही है। लगातार दूषित पानी की सप्लाई होने के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं। बहुत से निवासी तो काफी डर गए हैं और वो टैंकों का पानी नहीं पी रहे हैं, वह पीने के लिए बाजार से बोतलबंद पानी खरीद रहे हैं।
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पिछले साल भी सामने आया था ऐसा मामला
आपको बता दें कि बीते साल सितंबर में ग्रेटर नोएडा वेस्ट के ईको विलेज-2 सोसाइटी में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। दूषित पानी पीने से 200 से ज्यादा लोग बीमार हो गए थे। बीमार लोगों में बच्चे की भी संख्या काफी ज्यादा थी, जिनको इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में दाखिल करवाया गया था। बताया गया था कि सोसाइटी के टैंक की सफाई केमिकल से की गई थी। केमिकल टंकी से पूरी तरह साफ नहीं किया गया था। इस कारण से ही लोग बीमार हुए। सोसायटी के लोगों ने बाहर से पानी मंगवाकर काम चलाया था।

