बता दें कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट की बहुमंजिला सोसाइटियों में अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की इन 2 सोसाइटी (Society) में गजब का खेल चल रहा है। बता दें कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट की बहुमंजिला सोसाइटियों (Multi Storey Societies) में अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में राधा स्काई गार्डन (Radha Sky Garden) और व्हाइट आर्किड अपार्टमेंट (White Orchid Apartment) में चल रहे ऑनलाइन सट्टा गिरोह का पुलिस द्वारा भंडाफोड़ किया गया, जिससे हाईराइज इमारतों की सुरक्षा व्यवस्था एक बार फिर कटघरे में आ गई है।

गौतमबुद्ध नगर पुलिस (Gautambuddha Nagar Police) ने दोनों सोसायटियों से कुल आठ सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया है। राधा स्काई गार्डन से चार और व्हाइट आर्किड से चार सट्टेबाजों की गिरफ्तारी के बाद यह सवाल उठ रहा है कि सोसायटियों को जितना सुरक्षित माना जाता है, हकीकत उससे अलग है।
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बिना सत्यापन के किरायेदार, एओए की लापरवाही
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बिल्डरों और अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन (AOA) की उदासीनता के चलते बिना पुलिस सत्यापन के किरायेदारों को फ्लैट दिए जा रहे हैं। किराये के लालच में कई मालिक बिना जांच के चाबी सौंप देते हैं, जिससे आपराधिक प्रवृत्ति के लोग आसानी से इन सोसायटियों में घुसपैठ कर लेते हैं।

गार्डों को नहीं दिया जाता प्रशिक्षण
निवासियों का आरोप है कि सुरक्षा एजेंसियां (Security Agencies) केवल दिखावे के लिए लगाई गई हैं। सस्ते गार्ड, जिनका कोई प्रशिक्षण नहीं होता, उन्हें गेट पर तैनात कर दिया जाता है। आने-जाने वालों से पूछताछ तक नहीं होती। इससे असामाजिक तत्वों के लिए सोसायटियों में रहना बेहद आसान हो गया है।
पहले भी सामने आ चुके हैं कई गंभीर मामले
केस 1 – नक्सली जोड़ा गिरफ्तार
11 जुलाई 2022 को बिसरख पुलिस ने बिहार एसटीएफ के साथ मिलकर 50 हजार के इनामी नक्सली कोड़ा उर्फ कारेलाल कोड़ा और उसकी महिला साथी पायल को गिरफ्तार किया था। दोनों ग्रेटर नोएडा वेस्ट में पति-पत्नी बनकर रह रहे थे। कोड़ा बिहार के मुंगेर में नक्सल ग्रुप का एरिया कमांडर था।
केस 2 – फ्लैट में गांजे की खेती
12 नवंबर 2024 को पार्श्वनाथ सोसायटी से एक युवक राहुल को गिरफ्तार किया गया, जो अत्याधुनिक तकनीकों से फ्लैट के अंदर ही प्रीमियम गांजा (ओजी) उगा रहा था। वह डार्क वेब के जरिए इसकी सप्लाई करता था।
केस 3 – फर्जी पासपोर्ट गिरोह
22 नवंबर 2024 को बिसरख पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया, जो फर्जी दस्तावेजों के जरिए पासपोर्ट बना रहा था। गिरोह का सरगना सचिन जोहरी एग्जोटिका ड्रीम विले में रह रहा था और महागुन मार्ट के जन सेवा केंद्र की आड़ में दो वर्षों में 500 से अधिक पासपोर्ट तैयार कर चुका था।
केस 4 – 50 हजार का इनामी अपराधी पकड़ा गया
1 जून 2024 को ईकोटेक-3 पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर निवासी उमर को गिरफ्तार किया, जो गैंगस्टर एक्ट में वांछित था और पिछले चार सालों से ग्रेनो वेस्ट की एक सोसायटी में छिपा हुआ था।
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स्थानीय लोगों की चिंता
छाया वार्ष्णेय (समृद्धि ग्रैंड एवेन्यू): ज्यादातर लोग बाहर से आकर बसे हैं, किरायेदारों का सत्यापन बेहद जरूरी है। पुलिस और एओए दोनों को मिलकर जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
अनिता प्रजापति (गौर सिटी 6 एवेन्यू): सोसायटी में रहने वाले अधिकतर लोग नौकरीपेशा हैं और पूरे दिन घर से बाहर रहते हैं। ऐसे में पता भी नहीं चलता कि पड़ोस में कौन रह रहा है। सत्यापन ही एकमात्र सुरक्षित विकल्प है।

