Greater Noida: शहर गुरुग्राम को पीछे छोड़ते हुए औद्योगिक और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई छूने जा रहा है।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के लोगों (People) के लिए एक शानदार खबर सामने आई है। अब ग्रेटर नोएडा शहर (Greater Noida City) गुरुग्राम को पीछे छोड़ते हुए औद्योगिक और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई छूने जा रहा है। बता दें कि प्रधानमंत्री कार्यालय के उप सचिव मंगेश घिल्डियाल (Mangesh Ghildiyal) ने शनिवार को ग्रेटर नोएडा स्थित इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप (Integrated Industrial Township) का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने टाउनशिप में स्थापित किए गए प्लग एंड प्ले सिस्टम और ऑटोमेटेड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम की सराहना की। ये सुविधाएं टाउनशिप (Township) को पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बनाते हुए स्वच्छता और कार्य संचालन में सुगमता प्रदान कर रही हैं। पढ़िए पूरी खबर…
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आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) के सभागार में एक प्रेजेंटेशन का आयोजन किया गया। इस दौरान उप सचिव मंगेश घिल्डियाल ने मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) और मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब (एमएमएलएच) परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। इन परियोजनाओं का लक्ष्य न केवल यातायात और माल ढुलाई को सरल बनाना है, बल्कि दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत 750 एकड़ क्षेत्र में विकसित हो रहे इस इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप को एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र बनाना भी है।
टाउनशिप में 24 घंटे पानी और बिजली आपूर्ति की व्यवस्था
उप सचिव मंगेश घिल्डियाल (Mangesh Ghildiyal) ने इस टाउनशिप का दौरा किया, जहां उन्हें ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस और आईआईटीजीएनएल की निदेशक ने परियोजना के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी। उप सचिव ने प्लग एंड प्ले सिस्टम और ऑटोमेटेड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम का अवलोकन किया, जिसमें कूड़ा एक पाइप सिस्टम के जरिए प्रोसेसिंग प्लांट तक पहुंचाया जाता है और उसे कंपोस्ट में बदला जाता है। इसके अलावा, टाउनशिप में 24 घंटे पानी और बिजली आपूर्ति की व्यवस्था की गई है।

उद्यमियों के लिए सुविधाएं
यह टाउनशिप (Township) इस तरह से डिज़ाइन की गई है कि किसी भी उद्यमी को प्लग एंड प्ले मॉडल के तहत तुरंत अपना प्लांट स्थापित कर उत्पादन शुरू करने में कोई समस्या नहीं आएगी। यहां एलईडी लाइटिंग, वर्क टू साइकिल और 24 घंटे सीसीटीवी निगरानी जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। अब तक लगभग 20 कंपनियां इस टाउनशिप में निवेश कर चुकी हैं।
मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक हब परियोजना
उप सचिव मंगेश घिल्डियाल ने नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट एंड इंप्लीमेंटेशन ट्रस्ट (NICDIT) के अधिकारियों को मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब और मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान इंडस्ट्री विभाग की प्रभारी प्रीति शर्मा ने प्रेजेंटेशन दिया। बैठक में ग्रेटर नोएडा के कई अधिकारी भी उपस्थित थे।
बस अड्डा से मेट्रो तक का विस्तार
मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (Multi Modal Transport Hub) और मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब परियोजना बोड़ाकी के पास 478 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित की जा रही है। इस परियोजना के तहत रेलवे, बस अड्डा और मेट्रो कनेक्टिविटी को एकीकृत किया जाएगा। बोड़ाकी में बनने वाले रेलवे टर्मिनल से पूरब की दिशा में जाने वाली अधिकतर ट्रेनें संचालित होंगी, जिससे दिल्ली और आनंद विहार टर्मिनल पर ट्रेनों का दबाव कम होगा। यहां एक अंतर्राज्यीय बस अड्डा भी बनेगा, और नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो का विस्तार भी इस हब तक किया जाएगा।
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लॉजिस्टिक हब से माल ढुलाई में सुधार
इस लॉजिस्टिक हब (Logistics Hub) से उद्योगों के लिए माल ढुलाई आसान हो जाएगी और मुंबई, गुजरात जैसे स्थानों तक माल पहुंचाने का समय 4 से 5 दिन से घटकर डेढ़ दिन हो जाएगा। हब में अत्याधुनिक वेयरहाउस भी बनाए जाएंगे। दोनों परियोजनाओं को अगले तीन वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जो ग्रेटर नोएडा की औद्योगिक स्थिति को मजबूत करने के साथ-साथ भारत के समग्र औद्योगिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

