Driving School

Driving School: नोएडा में यहां खुलने जा रहा है ड्राइविंग स्कूल, दादरी जाने से बचेंगे

Trending ग्रेटर नोएडा- वेस्ट नोएडा
Spread the love

Driving School: नोएडा के निवासियों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना अब और आसान होने जा रहा है।

Driving School: नोएडा के निवासियों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License) बनवाना अब और आसान होने जा रहा है। सेक्टर-150 में जल्द ही एक नया निजी मोटर ड्राइविंग प्रशिक्षण एवं परीक्षण केंद्र शुरू होने वाला है। इस नए केंद्र के खुलने से नोएडा वासियों को ड्राइविंग टेस्ट और प्रशिक्षण के लिए दादरी तक की लंबी यात्रा नहीं करनी पड़ेगी। वर्तमान में जिले में दो प्रशिक्षण केंद्र हैं, जो दोनों दादरी क्षेत्र में स्थित हैं।

Pic Social Media

ये भी पढ़ेंः क्या तेजपत्ता आपकी किस्मत बदल सकता है?

दादरी की यात्रा से मिलेगी राहत

अभी तक ड्राइविंग टेस्ट (Driving Test) देने के लिए नोएडा के लोगों को दादरी के बिसाहड़ा या दादरी बाईपास जाना पड़ता था, जहां शिवम मार्बल मोटर प्रशिक्षण केंद्र और वाईबी बिल्डर्स ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र स्थित हैं। नोएडा के सेक्टर-20 से बिसाहड़ा पहुंचने के लिए करीब 50 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। लेकिन अब सेक्टर-150 और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में प्रस्तावित नए केंद्रों के शुरू होने से स्थानीय स्तर पर ही ड्राइविंग टेस्ट और प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध होगी।

ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25

मुख्यालय स्तर पर चल रही प्रक्रिया

आरटीओ प्रशासन के डॉ. सियाराम वर्मा ने कहा कि सेक्टर-150 में निजी मोटर ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र खोलने की प्रक्रिया मुख्यालय स्तर पर चल रही है। इस केंद्र के शुरू होने से नोएडा के निवासियों को बड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि उन्हें अब दादरी तक की लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। इससे समय और संसाधनों की बचत होगी।

ये भी पढ़ेंः Greater Noida West: भाई तुम मम्मी-पापा का ध्यान रखना, कहकर इस सोसायटी के छात्र ने…!

ड्राइविंग लाइसेंस नियमों में बदलाव

1 अगस्त 2023 से पहले नोएडा के सेक्टर-33 स्थित सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय के पास ड्राइविंग टेस्ट आयोजित किए जाते थे। लेकिन, 2023 के नए नियमों के बाद ड्राइविंग टेस्ट, प्रशिक्षण और प्रमाणन की जिम्मेदारी निजी प्रशिक्षण केंद्रों को सौंपी गई है। निजी केंद्रों में टेस्ट के दौरान फेल होने की शिकायतें अधिक सामने आ रही हैं, जिसे लेकर प्रशासन द्वारा सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं।