CM धामी की हुंकार ..उत्तराखंड की सभी 5 सीटें जीतेंगे

उत्तराखंड चुनाव 2024 राजनीति

CM Pushkar Singh Dhami: देशभर में लोकसभा चुनाव का प्रचार जोरों पर चल रहा है। उत्तराखंड (Uttarakhand) में भी चुनाव प्रचार ने तेजी पकड़ ली है। उत्तराखंड के सीएम और बीजेपी के स्टार प्रचारक पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) प्रचार अभियान को अंतिम रूप देने के लिए हर दिन तीन से चार विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर पार्टी के पांचों उम्मीदवारों के लिए वोट मांग रहे हैं। सीएम धामी अब तक छोटी-बड़ी करीब 80 सभाओं को संबोधित कर डबल इंजन सरकार की उपलब्धियां गिना चुके हैं। उनका मानना है कि पांचों सीटों पर भाजपा की जीत पक्की है। जनता सिर्फ मतदान का इंतजार कर रही है। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) को लेकर सीएम धामी ने एक वेबसाइट को इंटरव्यू दिया है आइए इंटरव्यू की खास बातों को जानते हैं।

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सवाल1. आप लगातार लगभग पांचों लोकसभा सीटों पर दर्जनों चुनावी सभाएं किए। चुनावी माहौल क्या बन रहा है? बीजेपी कहां मजबूत और कहां कमजोर है?
इस सवाल के जवाब में सीएम धामी ने कहा कि पूरे प्रदेश में एक सा माहौल है। लोगों में जोश और उत्साह है। लोकतंत्र के महापर्व को लोग उत्सव के रूप में ले रहे हैं। पिछले तीन चार महीने में छोटी-बड़ी लगभग 80 सभाओं में जा चुका हूं। इस बार का चुनाव दलों व पार्टियों से ऊपर है। लोग केवल मोदी को तीसरी बार पीएम बनाने के लिए मतदान का इंतजार कर रहे हैं।

सवाल 2. बीजेपी कह रही है कि मोदी मैजिक है। एक धारणा बनी कि बीजेपी शानदार प्रदर्शन करने जा रही। इसके बाद भी देशभर में खासकर उत्तराखंड में पूर्व मंत्री व विधायकों और कांग्रेस के बड़े नेताओं को पार्टी में लेने की जरूरत क्यों पड़ रही है?
इस प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने जवाब, इस समय सब लोग देश के विकास के साथ चलना चाहते हैं। सबको दिख रहा है कि बीजेपी में ही भविष्य है। 15 हजार से ज्यादा दूसरे दलों के लोगों ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से मैंने अनुरोध किया कि अब पार्टी में किसी की भी ज्वाइनिंग कराए तो एक मानक हो और स्क्रीनिंग भी की जाए।

सवाल3. कांग्रेस का आरोप है कि ईडी, आयकर और दूसरी एजेंसियों से डरा कर नेताओं पर पार्टी छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है। जिन नेताओं पर बीजेपी दागी होने का आरोप लगाती थी क्या वे बीजेपी में जाकर बेदाग हो गए?

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सीएम ने इस का जवाब दिया कि अगर किसी के ऊपर कोई आरोप की बात आती है तो वह बीजेपी में आने से खत्म नहीं होंगे। आरोप चलते रहेंगे। ऐसी कोई जानकारी आती है तो जो कानूनी प्रक्रिया होती है, उसे हम रोकने वाले नहीं है। मुझे नहीं लगता उत्तराखंड में कोई ऐसा है। होगा तो निश्वित रूप से कार्रवाई होगी।

सवाल 4. दो बार से जनता का मोदी सरकार पर भरोसा है। उत्तराखंड में ग्रीन बोनस, पलायन, आपदा जैसे बड़े जमीनी मुद्दे जस के तस हैं। तीसरी बार मतदाता आपकी पार्टी को वोट क्यों दें?।

इस प्रश्न को लेकर सीएम ने कहा कि उत्तराखंड में बीते 10 साल में बहुत काम हुए हैं। जिनके बारे में लोग सोच नहीं सकते थे। दो लाख करोड़ की योजनाएं स्वीकृत हुई है। चारधाम ऑल वेदर रोड बनी। एक कोने से दूसरे कोने को जोड़ने के लिए भारत माला श्रृंखला में सड़कों का निर्माण, केदारनाथ पुनर्निर्माण, केदारनाथ व हेमकुंड का रोपवे, बदरीनाथ मास्टर प्लान, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का काम तेजी से चल रहा है।
दूसरा एम्स संस्थान ऊधमसिंह नगर के किच्छा में बनने जा रहा है। लखवाड़, जमरानी बांध परियोजना को मिल गई है। देहरादून का एयरपोर्ट तैयार हो गया है। दिल्ली से देहरादून एलिवेटेड रोड निर्माण हो रहा है। आने वाले समय में मानसखंड यात्रा शुरू होने जा रही है। आदि कैलाश, पार्वती कुंड, जौलिकांग, जागेश्वर धाम जाकर पीएम ने देश दुनिया का ध्यान उत्तराखंड की तरफ आकर्षित किया।

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सवाल 5. आपकी सरकार ने यूसीसी, नकल अध्यादेश, दंगारोधी कानून समेत कई अहम फैसले लिए। इनका चुनाव पर क्या असर होगा?

इसको लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं यूसीसी की बात करूं तो हमारी पार्टी का संकल्प था कि यूसीसी लागू होना ही चाहिए। हमें इसे लागू करने का गौरव प्राप्त हुआ। हम विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच गए थे। हमने यूसीसी की गारंटी को पूरा किया है। नकल अध्यादेश का इरादा था प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो सके। पहले भर्तियों में प्रतिभावान युवाओं का चयन नहीं होता था। बड़े पैमाने में धांधली हो जा रही थी। लैंड जिहाद जैसी चीज उत्तराखंड में चलती थी। जो देवभूमि के खिलाफ एक षडयंत्र था। देवभूमि में शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने वाले लोगों के खिलाफ दंगारोधी कानून बनाया। यहां कोई दंगा करेगा तो नुकसान की एक-एक पाई की दंगाइयों से भरपाई की जाएगी।

सवाल 6. गढ़वाल और हरिद्वार सीट पर शुरू से ही टिकट को लेकर बीजेपी नेतृत्व हिचक रहा था। क्या वास्तव में इन दोनों सीटों पर बीजेपी को परेशानी हो सकती है?।

इस प्रश्न का उत्तर देते हुए सीएम धीमी ने कहा कि चुनाव चुनाव होता है। हम किसी भी चुनाव को गंभीरता से न लें, ऐसा नहीं है। 5 सीटों पर प्रत्याशी कोई भी हो, लेकिन संगठन व सरकार के स्तर पर पहले से तैयारी होती है। कोई जिला ऐसा नहीं है जहां मातृशक्ति, लाभार्थी, युवा सम्मेलन आयोजित न किए हो। प्रत्याशी कोई भी हो इस बार लोग मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए वोट देने जा रहे हैं।

सवाल 7. उत्तराखंड में सामाजिक सुरक्षा का मुद़्दा संवेदनशील है। अपराध को लेकर पहाड़ की महिलाओं में संशय पैदा हुआ है। खासकर अंकिता हत्याकांड के बाद प्रदेश में संदेश अच्छा नहीं गया। सरकार की ओर से गिरफ्तारियां भी की गईं, लेकिन अभी तक लोगों के बीच विश्वास नहीं लौटा है?

इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। वे लोग जिन्होंने मुद्दे उठाए वह अभी कहां पर हैं और क्या कर रहे हैं। ये सब देख रहे हैं। लेकिन सरकार और प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई ढील नहीं दी गई। मैं बताना चाहूंगा कि जैसे ही घटना का पता लगा आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। एसआईटी का गठन कर दिया गया। मैं भी अंकिता के परिवार से मिलने गया था। अंकिता हम सबकी बेटी थी। सरकार की ओर से 25 लाख रुपये की परिवार को मदद दी गई। परिवार जो चाहता वो सब किया।