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Cancer: सावधान! कैंसर को लेकर डॉक्टर्स ने खतरनाक चेतावनी जारी की

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Cancer: डॉक्टर्स ने देशभर में कैंसर के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि को लेकर गंभीर चिंता जताई है।

Cancer News: सावधान! कैंसर को लेकर डॉक्टर्स ने खतरनाक चेतावनी जारी की है। हाल ही में ‘द लैंसेट’ द्वारा जारी की गई रिपोर्ट ने देशभर में कैंसर के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि को लेकर गंभीर चिंता जताई है। रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले वर्षों में कैंसर के मामलों में भारी इजाफा हो सकता है। कोटा मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर एवं फिजिशियन डॉ. पंकज जैन (Dr. Pankaj Jain) ने इस वृद्धि के पीछे मुख्य कारण हमारे आधुनिक जीवनशैली को बताया है।
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डॉ. पंकज जैन (Dr. Pankaj Jain) के अनुसार, हमारी तेज़-तर्रार जीवनशैली ने हमें अपने शरीर के प्रति लापरवाह बना दिया है। अत्यधिक तनाव और बढ़ते मोटापे का संयोजन कैंसर के विकास के लिए एक आदर्श माहौल तैयार कर रहा है। खासतौर पर मेट्रो शहरों में यह समस्या अधिक देखने को मिल रही है, जहां जीवन की गति बेहद तेज है। यही कारण है कि यहां कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

कैंसर की पहचान में मददगार

कोटा मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. पंकज जैन (Dr. Pankaj Jain) ने बताया कि कैंसर की शुरुआती पहचान में स्क्रीनिंग का बेहद महत्वपूर्ण योगदान है। सर्वाइकल, स्तन और फेफड़ों के कैंसर को शुरूआत में ही स्क्रीनिंग के जरिए पहचाना जा सकता है। वे सलाह देते हैं कि 30 वर्ष की आयु से महिलाएं पेप स्मीयर टेस्ट हर 3 साल में जरूर करवाएं ताकि सर्वाइकल कैंसर का समय रहते पता लगाया जा सके।

कैंसर से बचाव के लिए जागरूकता जरूरी

डॉ. पंकज जैन (Dr. Pankaj Jain) के अनुसार, कैंसर से बचाव की सबसे प्रभावी कड़ी इसके प्रति जागरूकता और समय पर स्क्रीनिंग है। कैंसर के शुरुआती लक्षणों पर ध्यान देना बेहद महत्वपूर्ण है।

  • स्तन में गांठ या कठोरता का महसूस होना
  • मस्से या तिल में अचानक बदलाव
  • आंत्र की आदतों में अप्रत्याशित परिवर्तन
  • लगातार कफ या आवाज में कर्कशता आना
  • अत्यधिक रक्तस्त्राव या मासिक धर्म के दौरान अतिरिक्त रक्तस्राव
  • किसी अंग से रक्तस्राव होना
  • बिना किसी कारण के वजन का घट जाना
  • लंबे समय से ठीक न होने वाले घाव या फोड़े
  • मुंह और स्तन कैंसर का बढ़ता खतरा

भारत में मुंह और स्तन कैंसर (Breast Cancer) के मामले सबसे अधिक बढ़ रहे हैं। तंबाकू का सेवन, धूम्रपान और खराब मौखिक स्वच्छता मुंह के कैंसर के मुख्य कारण हैं। वहीं, महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है। इसके अलावा, सर्वाइकल और फेफड़ों के कैंसर के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं, जिनसे निपटना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

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महिलाओं के लिए विशेष ध्यान

‘द लैंसेट’ की रिपोर्ट (‘The Lancet’ Report) में महिलाओं में कैंसर के बढ़ते मामलों का मुख्य कारण धूम्रपान और मोटापे की बढ़ती प्रवृत्ति को बताया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि महिलाओं को धूम्रपान छोड़ने और अपने वजन को नियंत्रित रखने की आवश्यकता है ताकि कैंसर के खतरे को कम किया जा सके।

कैंसर के खिलाफ प्रभावी उपाय

डॉ. पंकज जैन (Dr. Pankaj Jain) ने सुझाव दिया कि 40 वर्ष की आयु के बाद महिलाओं को मैमोग्राफी और 35 वर्ष के बाद पैप स्मीयर टेस्ट कराना चाहिए। इसके साथ ही, जो लोग 20 वर्षों से अधिक समय से धूम्रपान कर रहे हैं, उन्हें लो-डोज एचआरसीटी करवाने की सलाह दी जाती है। नियमित स्वास्थ्य जांच से कैंसर के प्रारंभिक चरण का पता लगाना संभव हो सकता है, जिससे उपचार अधिक प्रभावी होता है।

रोकथाम के लिए सबसे अच्छा बचाव

  • 40 वर्ष की आयु के बाद महिलाओं को मैमोग्राफी करवानी चाहिए।
  • 35 वर्ष की आयु के बाद पैप स्मीयर टेस्ट करवाना चाहिए।
  • 20 वर्षों से अधिक समय से धूम्रपान करने वालों को लो-डोज एचआरसीटी करवाना चाहिए।
  • सबसे महत्वपूर्ण बात, अपनी जीवनशैली को सुधारना चाहिए, धूम्रपान से बचना चाहिए और अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना चाहिए।

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कैंसर से बचाव का एक अहम कदम

कैंसर (Cancer) के खिलाफ लड़ाई में व्यक्तिगत जागरूकता महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। शराब, धूम्रपान और मोटापा कैंसर के प्रमुख कारण हैं, जिन्हें हम अपने स्तर पर नियंत्रित कर सकते हैं। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर, हम कैंसर के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं।