UP: कैसरगंज में नहीं काम आई कोई ताकत..अंतिम समय में जूनियर बृजभूषण को फाइनल टिकट

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महेंद्र प्रताप सिंह, वरिष्ठ पत्रकार

लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी की हॉट सीटों में से एक कैसरंगज सीट पर सस्पेंस से पर्दा उठ गया है। बीजेपी ने कैसरगंज से सांसद बृजभूषण शरण सिंह की जगह उनके बेटे करण भूषण सिंह को टिकट दिया है। आपको बता दें, यूपी की कैसरगंज लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के बेटे को टिकट मिलने के पीछे उनका कहीं ना कहीं दबदबा दिखा है। बेटे को टिकट मिलने पर बृजभूषण शरण सिंह गदगद हैं। करण भूषण 3 मई को अपना नामांकन दाखिल करेंगे।

कौन हैं करण भूषण ?

करण भूषण, बृजभूषण सिंह के छोटे बेटे हैं और वो उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। करण  गोंडा जिले के नवाबगंज में सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी हैं। करण डबल ट्रैप शूटिंग के नेशनल खिलाड़ी भी रह चुके हैं. मौजूदा वक्त में करण भूषण उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं. एक तरह से करण की राजनीति में एंट्री है. उनकी एंट्री पिता की सीट से हो रही है.

बृजभूषण शरण सिंह कैसरगंज सीट से लगातार तीन बार से सांसद हैं. कैसरगंज लोकसभा सीट पर पांचवें चरण में वोटिंग होनी है. 20 मई को वोट डाले जाएंगे. यहां नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 3 मई है. ऐसे में बीजेपी को आज हर हाल में उम्मीदर का ऐलान करना था.

क्या बोले बृजभूषण शरण सिंह?

बेटे को बीजेपी की तरफ से टिकट मिलने के बाद बृजभूषण शरण सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई. उन्होंने पार्टी और कैसरगंज के लोगों का धन्यवाद किया. लंबे इंतजार के बाद कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह का भारतीय जनता पार्टी ने टिकट काट दिया। उनके छोटे बेटे करण भूषण सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है। बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि जिले सहित पूरे प्रदेश और पूरे देश में खुशी है कि करण भूषण सिंह को कैसरगंज से प्रत्याशी बनाया गया है। कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार और पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हनुमान गढ़ी मंदिर में पूजा-अर्चना की।

करण भूषण सिंह ने कहा कि मैं यहां बजरंगबली का आशीर्वाद लेने आया हूं। वह मेरे गुरु हैं। बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मैं इसके लिए पार्टी को धन्यवाद देता हूं। कल नामांकन दाखिल किया जाएगा। इस बार ब्रज भूषण की सीट पर काफी सस्पेंस था क्योंकि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख, जो छह बार के सांसद भी हैं, पर देश के कुछ प्रतिष्ठित पहलवानों ने बृजभूषण सिंह पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था जिसका मामला मामला कोर्ट में चल रहा है।

छह बार सांसद रहे भूषण अपने राजनीतिक निर्वाचन क्षेत्र और उसके आसपास लगभग 50 निजी शैक्षणिक केंद्र भी चलाते हैं। वह लगभग एक दशक तक भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष रहे। केसरगंज लोकसभा सीट पर लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा। 2019 में बृजभूषण को 5,81,358 वोट मिले। बसपा के चंद्रदेव राम यादव को 3.19 लाख से ज्यादा वोट मिले, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार विनय कुमार पांडे को 37,132 वोट मिले। 

बीजेपी ने बेटे को क्यों दिया टिकट?

बताया जा रहा है कि इन आरोपों की वजह से ही बीजेपी उनको टिकट देने में कतरा रही थी. यह भी डर था कि विपक्षी पार्टियां कहीं इसको चुनावी मुद्दा न बना दें. ऐसे में बीजेपी ने बृजभूषण सिंह की जगह उनके बेटे करण को टिकट देना ज्यादा बेहतर और उचित समझा है. हालांकि, टिकट के ऐलान से पहले ही बृजभूषण शरण सिंह धुआंधार चुनाव प्रचार कर रहे थे. उन्होंने कहा था कि बीजेपी के टिकट पर कैसरंगज से जो भी लड़ेगा वो बंपर वोटों से जीतकर संसद पहुंचेगा.