NEET Counselling : नीट काउंसलिंग को लेकर बड़ी और जरूरी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि नीट (NEET) यूजी 2024 की परीक्षा के रिजल्ट पर देशभर में विवाद हो रहा है। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने एक बार फिर कहा कि इसकी काउंसलिंग (NEET Counselling ) पर रोक नहीं लगेगी। कोर्ट ने इस मामले में कहा कि काउंसलिंग अपने निर्धारित समय पर ही होगी। अगर परीक्षा होती है तो सारी प्रक्रिया उसी के मुताबिक होनी चाहिए। इसमें डरने वाली बात नहीं है। कोर्ट ने एनटीए (NTA) से याचिकाओं पर दो हफ्ते में अपना जवाब देने के लिए कहा है। वहीं, एनटीए (NTA) ने कहा है कि 1563 छात्रों के लिए दोबारा एग्जाम 23 जून को होगा।
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1563 उम्मीदवारों को जारी स्कोर कार्ड होंगे कैंसिल
आपको बता दें कि NTA की ओर से कहा गया है कि 12 जून को हुई बैठक में छात्रों का डर दूर करने के लिए कुछ फैसले लिए गए हैं। समिति का विचार है कि 1563 उम्मीदवारों को NEET परीक्षा के लिए दोबारा परीक्षा देनी होगी। 1563 उम्मीदवारों को जारी किए गए सभी स्कोर कार्ड कैंसिल कर दिए जाएंगे। दोबारा परीक्षा आयोजित की जाएगी। जो लोग इस पुन: परीक्षा में शामिल नहीं होंगे उन्हें बिना ग्रेस मार्क के परीक्षा देनी होगी।
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सुप्रीम कोर्ट में आज यानी 13 जून को NEET-UG 2024 रिजल्ट को चुनौती देने वाली 3 याचिकाओं पर सुनवाई होनी है। ये याचिकाएं 4 जून को रिजल्ट आने के बाद की हैं। इन याचिकाओं में मांग है कि परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों की जांच SIT-एक्सपर्ट कमेटी से हो। इसके साथ ही 4 जून के रिजल्ट के बेस पर हो रही कॉउंसलिंग को रोक दिया जाए। 5 मई को हुई NEET परीक्षा कैंसिल की जाए और एग्जाम दोबारा कराया जाए। NTA ने 1563 स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिए हैं, जिस पर सवाल खड़े किए गए हैं।
फीजिक्स वाला ने भी दाखिल की है अर्जी
फीजिक्स वाला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अलख पांडे ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा 1,500 से अधिक उम्मीदवारों को कथित तौर पर मनमाने तरीके से नंबर देने के मामले में सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। कोर्ट ने अब्दुल्ला मोहम्मद फैज और जे. कार्तिक द्वारा अलग-अलग दायर दो याचिकाओं को भी सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।
नहीं हुआ है पेपर लीक-NTA
छात्रों के आरोपों पर एनटीए (NTA) अधिकारियों ने कहा कि नीट यूजी परीक्षा में 63 विद्यार्थियों द्वारा अनुचित साधनों का प्रयोग करने के मामले सामने आए, जिनमें से 23 छात्रों को अलग-अलग अवधि के लिए परीक्षा देने से प्रतिबंधित किया गया है, लेकिन उन्होंने दोहराया कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा की पवित्रता से समझौता नहीं हुआ है और कोई पेपर लीक नहीं हुआ है। एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह ने बताया कि अनुचित साधनों का प्रयोग करने वाले शेष 40 अभ्यर्थियों के परिणाम रोक दिए गए हैं।