ग्रेटर नोएडा में बड़ा ज़मीन घोटाला..प्राधिकरण की 700 करोड़ की ज़मीन को सौदागरों ने बेच दी

ग्रेटर नोएडा- वेस्ट दिल्ली NCR नोएडा

Greater Noida: ग्रेटर नोएडा से हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) के इतिहास में अब तक का सबसे ज्यादा का जमीन घोटाला सामने आया है। बिसरख गांव के खसरा नंबर 773 पर कालोनाइजरों ने प्राधिकरण की कब्जा लेकर लगभग 45 हजार वर्गमीटर जमीन पर विला बनाकर बेच दिया।

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हैरान कर देने वाली बात यह है कि इस जमीन का प्राधिकरण (Authority) ने मुआवजा भी बांटा है। 45 हजार वर्गमीटर जमीन को कालोनाइजर (Colonizer) ने लगभग 1 लाख रुपये प्रति वर्गमीटर की कीमत पर बेचा, जहां अब विला और घरों का निर्माण हो गया है। वहीं प्राधिकरण के रेट के अनुसार जमीन की कीमत डेढ़ लाख से दो लाख रुपये प्रति वर्गमीटर है। मतलब कि लगभग 400 करोड़ रुपये का मुनाफा कालोनाइजर ले गए और ग्रेनो प्राधिकरण के अधिकारियों की मिलीभगत से प्राधिकरण को करीब 700 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
प्राप्त सूचना के अनुसार कालोनाइजर के साथ इस जमीन की खरीदफरोख्त के लिए प्राधिकरण के पूर्व के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच करीब करोड़ों रुपये बंटे। इस जमीन पर अवैध कब्जा साल 2018 से 2022 के दौरान हुआ है। जिसकी अब प्राधिकरण के अधिकारियों ने जांच शुरू की तो मामले सामने आया। पुरानी फाइलों और अधिकारियों के रिकार्ड को अब खंगाला जा रहा है। कालोनाइजर को चिह्नित किया जा रहा है। उन पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। वहीं प्राधिकरण के जिन अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आएगी उन अधिकारियों को निलंबन कर दिया जाएगा।

जमीन का 64 प्रतिशत मुआवजा भी दे चुका प्राधिकरण

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने साल 2010 में बिसरख की इस जमीन का अधिग्रहण (Takeover) किया था। यह तीन हेक्टेयर से ज्यादा लगभग 45 हजार वर्गमीटर जमीन है। इसके लिए प्राधिकरण ने किसानों को मुआवजा देने के साथ ही 64 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा भी बांटा था। इस जमीन पर प्राधिकरण ने कब्जा भी पा लिया था। प्राधिकरण के ऊपर से नीचे तक के अधिकारियों की साठ गांठ से साल 2018 के शुरुआत में जमीन पर कालोनियां कटने लगीं। इसकी शिकायत किसानों ने प्राधिकरण के अधिकारियों से भी की, लेकिन किसी ने कोई एक्शन नहीं लिया।

इसको लेकर अन्नपूर्णा गर्ग, एसीईजी, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, ने कहा कि प्राधिकरण ने जांच शुरू कर दी है। कालोनाइजर ने जमीन बेचकर जहां भी संपति खरीदी है, उन्हें जब्त कर लिया जाएगा। रजिस्ट्री में जो लोग गवाह बने हैं वह भी जांच के दायरे में आएंगे। पुलिस कमिश्नर और जिलाधिकारी को पत्र भेजकर कालोनाइजर पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कराई जाएगी।

सीएम द्वारा संज्ञान लिए जाने के बाद हुई कार्रवाई

बिसरख गांव के कुछ लोगों ने इसकी शिकायत यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से की थी। पिछले दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ ग्रेटर नोएडा आए थे तो तीनों प्राधिकरण के अधिकारियों को अवैध कब्जे के लिए खूब फटकार लगाई थी। किसानों द्वारा शासन को की गई शिकायत पर ग्रेनो प्राधिकरण ने गोपनीय जांच की, जिसमें शिकायत सही पाई गई। पूरा मामला सीएम योगी के संज्ञान में हैं। प्राधिकरण ने मुख्यमंत्री को पूरी रिपोर्ट भेज दी है।