Bihar Politics: बिहार की राजनीति में हर पल कुछ न कुछ होता ही रहता है। जिसका ताजा उदाहरण खुद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ही जिन्होंने ने एक बार फिर से पाला बदल कर अपने पुराने साथी बीजेपी (BJP) के साथ जा मिले हैं। लेकिन नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का अपने को हनुमान कहने वाले चिराग पासवान (Chirag Paswan) बहुत जल्द एनडीए के साथ छोड़ इंडिया गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।
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जानकारी के अनुसार इंडिया गठबंधन ने चिराग पासवान (Chirag Paswan) की पार्टी को अपने पाले में लाने की कवायद शुरू कर दी हैं। खबरों के अनुसार विपक्षी गठबंधन की तरफ से चिराग पासवान की पार्टी को बिहार में 8 और यूपी में 2 सीटों का ऑफर दिया गया हैं। हालांकि अभी तक भाजपा रामविलास की तरफ से इस मुद्दे पर कुछ भी बयान नहीं दिया गया है। लेकिन पार्टी के अंदर इसे लेकर मंथन जारी है।
आपको बता दें कि चिराग पासवान, नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की वजह से 2020 का विधानसभा चुनाव एनडीए से अलग होकर लड़े थे। और तब चिराग ने अपने उम्मीदवार केवल वहीं उतारा था जहां नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ल प्रत्याशी चुनाव लड़ा था। लेकिन अब एक बार फिर नीतीश कुमार बीजेपी के साथ आ गए है और इसी वजह से चिराग अपना अलग रास्ता ढूढ़ रहे है।
सूत्रों के मुताबिक इंडिया अलायंस ने चिराग पासवान (Chirag Paswan) को जिन सीटों की पेशकश की है, उनमें वे सभी छह सीटें शामिल हैं जिन पर लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने 2019 में चुनाव लड़ा था। राम विलास पासवान के निधन के एक साल बाद 2021 में लोक जनशक्ति पार्टी विभाजित हो गई थी और पार्टी की कमान पशुपति पारस के हाथ में आ गई थी।
वहीं पारस को सरकार की ओर से कैबिनेट में जगह दिए जाने के बाद, चिराग पासवान ने जनता दल यूनाइटेड (JDU) और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। हालांकि उन्होंने बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर कुछ भी कहने से परहेज किया। वह नीतीश कुमार के साथ मतभेदों के कारण 2020 में एनडीए छोड़ गए थे। लेकिन चिराग पासवान पिछले साल गठबंधन में फिर से शामिल हो गए थे।
बीजेपी और जेडीयू ने 2019 में बिहार में 17-17 लोकसभा सीटों (Loksabha Seats) पर चुनाव लड़ा था और छह सीटों पर एलजेपी ने चुनाव लड़ा था। बीजेपी और एलजेपी ने उन सभी सीटों पर जीत हासिल की थी, जिन पर उन्होंने चुनाव लड़ा था और जेडीयू केवल किशनगंज में पिछड़ गई थी। इस सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। वहीं, इस बार भी एनडीए सीट शेयरिंग में 2019 के फॉर्मूले को दोहरा सकती है। हालांकि इस बार एलजेपी 6 सीटें पारस और पासवान के बीच बांटी जाएंगी। ऐसे में इंडिया अलांयस की चाल काम करती है।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी (BJP) बिहार में 17 सीटों पर तो वहीं नीतीश कुमार की जदयू की 16 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। और 5 सीट एनडीए चिराग की पार्टी भाजपा को देना चाहती तो वहीं एक सीट जीतन राम मांझी को और एक ही सीट उपेंद्र कुशवाहा को देने का प्लान बना रही है।