लोकसभा चुनाव से पहले CM नीतीश का तीर..एक साथ कई शिकार!

Trending बिहार राजनीति

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग (Election Commission) ने कर दिया है। और बिहार में कुल 7 चरण में चुनाव होने है। लोकसभा चुनाव से पहले बिहार की एनडीए सरकार ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए 15 मार्च को कुल 21 नए मंत्रियों (Ministers) को शपथ दिलाया। बिहार में एनडीए सरकार के गठन के 46 दिन बाद कैबिनेट का विस्तार किया गया है। अब प्रदेश में मुख्यमंत्री समेत 30 मंत्री हो गए है।
ये भी पढ़ेः Bihar में किस सीट पर कब होगी वोटिंग..पढ़िए डिटेल

Pic Social Media

ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करने के लिए tau.id/2iy6f लिंक पर क्लिक करें

बिहार की एनडीए सरकार (NDA Government) ने जो मंत्रिमंडल का विस्तार किया है उसमें जातीय समीकरण को पूरा ध्यान में रखा गया है ताकि 2024 के चुनाव में 40 की 40 सीटें जीता जा सके। मंत्रिमंडल विस्तार से सवर्ण, अति पिछड़े, पिछड़े, दलित और मुस्लिम सहित हर जाति और समुदाय को साधने की कोशिश की गई। मंत्री पद की शपथ लेने वालों में बीजेपी के 12 और जदयू के नौ विधायक शामिल हैं।

भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से शपथ लेने अन्य प्रमुख चेहरों में पार्टी की बिहार इकाई के पूर्व अध्यक्ष मंगल पांडेय, नीरज कुमार सिंह, नीतीश मिश्रा, नितिन नवीन, दिलीप कुमार जयसवाल और जनक राम शामिल हैं। तो वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) से मंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले पुराने प्रमुख चहरों में महेश्वर हजारी, शीला मंडल, पूर्व वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुनील कुमार, जयंत राज, जमा खान, रत्नेश सदा शामिल थे।

Pic Social Media

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से पहले मंत्री पद की शपथ में बिहार की जातीय समीकरण को पूरा ध्यान रखा गया है। इनमें छह सवर्ण, छह अनुसूचित जाति, चार ओबीसी, चार पिछड़े वर्ग और मुस्लिम समुदाय के मंत्री हैं। एनडीए सरकार में जमां खान इकलौते मुस्लिम मंत्री हैं, जिन पर नीतीश कुमार ने भरोसा जताया है।

आपको बता दें कि राजद से अलग होने के बाद नीतीश कुमार (Nitish Kumar) जब मुख्यमंत्री बने तो बीजेपी के विजय सिन्हा और सम्राट चौधरी को डिप्टी सीएम बनाया गया। हाईकमान ने इसमें भी जातीय समीकरण का पूरा ध्यान रखा और सम्राट चौधरी को उप मुख्यमंत्री बनाकर लव-कुश (कुर्मी और कोइरी) को साधने की कोशिश की गई थी तो वहीं इसी विजय सिन्हा जो भूमिहार जाति से आते है उनके माध्यम से सवर्ण वर्ग को साधने की कोशिश की गई।

इसके अलावा जो नया मंत्रिमंडल विस्तार हुआ है उसमें करीब करीब हर वर्ग के लोगों को जोड़ने की पूरी कोशिश की गई है। आइए जानते हैं कि कौन मंत्री किस जाति के हैं।

महेश्वर हजारी (पासवान), दलित
जयंत राज (कुशवाहा), पिछड़ा
सुनील कुमार (चमार), दलित
जमा खान (पठान), सवर्ण मुस्लिम
शीला मंडल (धानुक), अति पिछड़ा
रत्नेश सदा (मुसहर), दलित
मदन सहनी (मल्लाह), अति पिछड़ा
रेणुदेवी (नोनिया) अति पिछड़ा
केदार प्रसाद गुप्ता (वैश्य), पिछड़ा
हरी सहनी (मल्लाह), अति पिछड़ा
कृष्णनंदन पासवान (पासवान), दलित
सुरेन्द्र मेहता (कुशवाहा), पिछड़ा
अशोक चौधरी (पासी), दलित
लेसी सिंह (राजपूत), सवर्ण
मंगल पांडेय (ब्राम्हण), सवर्ण
नीतीश मिश्रा (ब्राम्हण), सवर्ण
नीरज कुमार सिंह (राजपूत), सवर्ण
नितीन नवीन (कायस्थ), सवर्ण
दिलीप जायसवाल (वैश्य), पिछड़ा
संतोष सिंह (राजपूत), सवर्ण
जनक राम (चमार), दलित

इससे पहले 28 जनवरी को सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) बीजेपी के साथ आने के बाद 9 मंत्रियों ने के साथ शपथ ली थी। इनमें जेडीयू और बीजेपी के तीन, हम पार्टी के 1 विधायक और एक निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी।

नीतीश कुमार (कुर्मी), पिछड़ा
सम्राट चौधरी (कोइरी), पिछड़ा
विजय कुमार सिन्हा (भूमिहार), सवर्ण
प्रेम कुमार (कहार), ईबीसी
विजेंद्र यादव (यादव), पिछड़ा
श्रवण कुमार ( कुर्मी), पिछड़ा
संतोष कुमार सुमन (मुसहर), महादलित
सुमित कुमार सिंह (राजपूत), सवर्ण
विजय कुमार चौधरी (भूमिहार), सवर्ण

गौरतलब है कि बिहार में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) कुल 7 चरण में होंगे। जिसमें पहला चरण 19 अप्रैल 2024 को 4 सीट पर, दूसरा चरण 26 अप्रैल को 5 सीट, तीसरा चरण 7 मई को 5 सीट, चौथा चरण 13 मई को 5 सीट, पांचवां चरण 20 मई को 5 सीट और छठवां चरण 25 मई और सातवां चरण 1 जून को 8-8 सीट पर चुनाव होने है।