Astro: वैदिक पंचांग के मुताबिक, सूर्य और चंद्र ग्रहण का मानव जीवन और पृथ्वी के माहौल पर विशेष प्रभाव पड़ता है।
Astro: वैदिक पंचांग के मुताबिक, सूर्य और चंद्र ग्रहण का मानव जीवन और पृथ्वी के माहौल पर विशेष प्रभाव पड़ता है। इस साल पितृ पक्ष एक ऐतिहासिक खगोलीय घटना का साक्षी बनने जा रहा है। 100 वर्षों के बाद पहली बार पितृ पक्ष में सूर्य और चंद्र ग्रहण एक साथ पड़ रहे हैं।

पितृ पक्ष की शुरुआत 7 सितंबर से हो रही है और समाप्ति 21 सितंबर को होगी। इस दौरान 7 सितंबर को चंद्र ग्रहण और 21 सितंबर को सूर्य ग्रहण लगेगा। इस दुर्लभ संयोग का असर कुछ राशियों पर बेहद शुभ माना जा रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इन ग्रहणों के चलते कुछ राशियों के लिए भाग्य का सितारा बुलंदी पर रहेगा, आय में वृद्धि होगी और करियर में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने के योग बनेंगे।
ये भी पढ़ेंः Gajkesari Yog: 24 साल बाद सावन में गजकेसरी योग, इस राशियों को मिलेगा बड़ा फायदा!
इन राशियों का आएगा गोल्डन टाइम
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए यह सूर्य और चंद्र ग्रहण बेहद लाभकारी साबित हो सकता है। इस दौरान आपकी आय में बढ़ोतरी के योग हैं, और नए आय के स्रोत बन सकते हैं। रचनात्मक कार्यों या नई डील्स से धन लाभ होगा। आपकी सामाजिक छवि इतनी मजबूत होगी कि विरोधी पीछे हट जाएंगे। कार्यशैली में निखार आएगा, जिससे आपकी लोकप्रियता बढ़ेगी। साथ ही, मान-सम्मान की प्राप्ति होगी।
वृष राशि
वृष राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण शुभ फलदायी होगा। काम-कारोबार में तरक्की के साथ निवेश से लाभ के योग बन रहे हैं। अचानक धन लाभ या पुराने निवेश, जैसे जमीन-जायदाद से मुनाफा होने की संभावना है। इस दौरान धन की बचत में भी सफलता मिलेगी। नौकरीपेशा लोगों के लिए पदोन्नति का समय है, और आपकी योजनाएं सफल होंगी।
ये भी पढ़ेंः Astro: शुक्र-मंगल का अद्भुत योग, इन 4 रशियों पर बरसेगी कृपा!
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए यह ग्रहण सकारात्मक बदलाव लाएगा। इस दौरान आकस्मिक धन लाभ और पुराने निवेश या नए अवसरों से फायदा हो सकता है। नौकरी-व्यवसाय में प्रगति, सामाजिक मान-सम्मान में वृद्धि और परिवार में मांगलिक कार्यों के योग बन रहे हैं। विद्यार्थियों को पढ़ाई में सफलता मिलेगी, और कानूनी मामलों में फैसला आपके पक्ष में आ सकता है। इस समय आपकी इच्छाएं पूरी होंगी, और करियर में नई उपलब्धियां हासिल होंगी।
Disclaimer: यहां बताई गई सारी बातें धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसकी विषय सामग्री का ख़बरी मीडिया हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता है।

