चंडीगढ़ में नहीं मिलेगा मुफ्त में पानी.. राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने बढ़ी कीमतों पर लगाई मुहर

पंजाब
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Chandigarh News: चंडीगढ़ में मुफ्त में पानी नहीं मिलेगा। वहीं चंडीगढ़ के प्रशासक राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित (Banwari Lal Purohit) ने बढ़ी कीमतों पर मुहर लगा दी है। बता दें कि चंडीगढ़ में फ्री पानी (Free Water) के बजाय 1 अप्रैल से पानी के दाम बढ़ गए हैं। अब यह बिल (Bill) बड़े हुए दामों के हिसाब से ही आएगा। घर के लिए जो पहले 15 किलो लीटर तक 3.15 रुपए था, वह अब बढ़कर 3.31 रुपए प्रति किलो लीटर के हिसाब से हो गया है। पढ़िए पूरी खबर…

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आपको बता दें कि 16 से 30 किलोमीटर के लिए जो दाम पहले 6.30 रुपए थे, वह अब बढ़कर 6.62 हो गए है। 31 से 60 किलोमीटर के लिए जो दाम 10.50 थे, वह अब बढ़कर 11.03 कर दिए गए हैं। इसी प्रकार 60 किलोमीटर से ऊपर के लिए जो चार्ज 21 रुपए थे, उनको बढ़ाकर 22.0 5 कर दिया गया है।

24 घंटे वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट के लिए लिया लोन

चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित (Banwari Lal Purohit) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि चंडीगढ़ में 24 घंटे पानी की सप्लाई करने के लिए सरकार की तरफ से नगर निगम को 68 मिलियन यूरो धनराशि दी गई है। जिसमें 48.83 मिलियन यूरो का लोन है और 11.38 मिलियन यूरो की ग्रांट जारी की गई है।

समझौते के अनुसार इसे 30 अलग-अलग किस्तों में चुकाया जाना है। यह किस्त हर 6 महीने में देनी होगी। अगर इसे नहीं चुकाया जाता है, तो इस पर ब्याज भी देना पड़ेगा। इसलिए फ्री पानी देना संभव नहीं है।

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नगर निगम 19 .70 करोड़ का होगा नुकसान

प्रशासन ने 20000 लीटर फ्री पानी (Free Water) देने के लिए भी एक रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट के अनुसार शहर में करीब 164926 पानी के कनेक्शन है। इनको 20000 लीटर प्रति महीने फ्री पानी देने के लिए करीब 19.70 करोड रुपए का नगर निगम को नुकसान होगा। इसमें पानी के नुकसान के लिए करीब 16.42 करोड़ और सीवर सैस के लिए करीब 3.28 करोड़ रुपए का नुकसान शामिल है। इसलिए फ्री पानी देना संभव नहीं है।

चंडीगढ़ नगर निगम (Chandigarh Municipal Corporation) अपने खर्चे पूरे करने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन की ग्रांट पर निर्भर करता है। नगर निगम के पास सिर्फ पानी का बिल, प्रॉपर्टी टैक्स, सरकारी इमारतों का किराया और पार्किंग से होने वाली आमदनी ही शामिल है।