Career In Ayurveda: भारत में आयुर्वेदिक की पढ़ाई की ओर भी बहुत से छात्र (Student) आकर्षित हो रहे हैं। आज के समय में लोगों का भरोसा आयुर्वेद (Ayurveda) पर बढ़ने लगा है। एलोपैथिक की जगह आयुर्वेदिक इलाज और दवाइयों (Medicines) को महत्व दिया जा रहा है। आयुर्वेदिक की पढ़ाई को BAMS कहा जाता है। 12वीं के बाद किस तरह आप आयुर्वेदिक की पढ़ाई कर सकते हैं। आप इसमें शानदार करियर बना सकते हैं…
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करियर की चिंता छात्रों (Students) के लिए सबसे बड़ी चिंता होती है। बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट आने के बाद छात्रों को यह साल बहुत परेशान करता है कि वह आगे क्या करें, जिससे आगे चलकर बेहतर करियर बने और अच्छी कमाई भी हो सके।
ऐसे में अगर आप 12वीं के बाद मेडिकल सेक्टर (Medical Sector) में जाने के बारे में सोच रहे हैं, तो आयुर्वेद आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। आयुर्वेदिक को भी अब दुनिया भर में पहचान मिल चुकी है, लेकिन भारत ने इस पद्धति को प्राचीन समय से अपनाया है। बड़ी से बड़ी गंभीर बीमारियों का इलाज आयुर्वेद में मिलता है।
आयुर्वेदिक की पढ़ाई के लिए ये डिग्री लेनी होती है
आयुर्वेदिक (Ayurvedic) को भी अब दुनिया भर में पहचान मिल चुकी है। बहुत से लोग एलोपैथिक इलाज की जगह आयुर्वेदिक इलाज और आयुर्वेदिक दवाइयां का इस्तेमाल करते हैं। आयुर्वेदिक की पढ़ाई को बीएएमएस (BAMS) यानी बैचलर आफ आयुर्वेद मेडिसिन एंड सर्जरी कहा जाता है।
इसका कोर्स (Course) साढ़े 5 साल का होता है। जिसमें 4.5 साल पढ़ाई होती है। तो वहीं आखिरी के 1 साल इंटर्नशिप करनी होती है। एमबीबीएस की तरह ही इसमें भी एडमिशन नीट के सहारे ही मिलता है। जो छात्र 12वीं के बाद नीट की परीक्षा क्वालीफाई कर लेते हैं उन्हें आयुर्वेदिक की पढ़ाई करने का मौका मिल पाता है।
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कौन से कॉलेज हैं बेहतर?
कोई भी डिग्री लेना सिर्फ डिग्री (Degree) हासिल करना भर ही नहीं होता बल्कि वहां अच्छे माहौल में पढ़ाई करना भी होता है। बीएएमएस की डिग्री के लिए छात्रों के लिए टॉप कॉलेज की बात की जाए तो। राजीव गांधी यूनिवर्सिटी आफ हेल्थ साइंस बैंगलोर सबसे बढ़िया विकल्प है। इसके साथ ही बाबा फरीद यूनिवर्सिटी आफ हेल्थ साइंसेज आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान, नागपुर भी अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं।
अगर वहीं कोई दिल्ली से बीएमसी की डिग्री हासिल करना चाह रहा है तो उसके लिए गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय अच्छा विकल्प हो सकता है। इसके अलावा भी अलग-अलग राज्यों में बहुत से सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज होते हैं। जहां से छात्र BAMS की पढ़ाई कर सकते हैं।
जानिए करियर ऑप्शन क्या हैं?
बीएएमएस (BAMS) की डिग्री हासिल करने वाले छात्रों के लिए बहुत करियर ऑप्शन मौजूद है। वह चाहे तो अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद डिग्री लेकर अपना खुद का क्लीनिक (Clinic) शुरू कर सकते हैं उसमें वह निजी प्रैक्टिस कर सकते हैं। या फिर वह किसी प्राइवेट हॉस्पिटल या फिर सरकारी अस्पताल में काम कर सकते हैं। इसके साथ ही वह लेक्चर के लिए अप्लाई कर सकते हैं। फार्मासिस्ट बनकर आयुर्वेदिक मेडिकल खोल सकते हैं।