इस पहल का असर केवल भावनात्मक नहीं, बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी दिख रहा है।
Greater Noida West: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और बदलते सामाजिक ढांचे के बीच जहां बुजुर्ग (Elderly) अक्सर खुद को अकेला महसूस करते हैं, वहीं ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के इस सोसायटी के सीनियर सिटीजन (Senior Citizen) ने एक अनूठी मिसाल पेश की है। उनकी यह पहल न केवल उन्हें ऊर्जा से भर रही है, बल्कि पूरे समाज को एक पॉजिटिव संदेश भी दे रही है।

सुबह-शाम योग और ‘चाय पर चर्चा’
ग्रेटर नोएडा के सेक्टर जीटा-1 स्थित एसोटेक स्प्रिंगफील्ड सोसायटी (Assotech Springfield Society) में 65 वर्ष से अधिक आयु के सीनियर सिटीजन का एक समूह हर रोज सुबह और शाम दो-दो घंटे योग, व्यायाम और ‘चाय पर चर्चा’ करता है। यह सिलसिला अब उनकी दिनचर्या से आगे बढ़कर एक सामूहिक जीवनशैली बन गया है। यहां हर सदस्य को अपनापन, दोस्ती और परिवार जैसा माहौल मिलता है।
जन्मदिन मनाना बनी परंपरा
समूह की सबसे खास बात यह है कि यहां हर सदस्य का जन्मदिन सामूहिक रूप से मनाया जाता है। केक काटा जाता है और पुराने अनुभव साझा किए जाते हैं। इसी परंपरा को 4 सितंबर को भी निभाया गया, जब निवासी दिलीप सिंह के 72 वर्षीय पिता का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया।
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साथियों की बधाई ने भरा जीवन में रंग
दिलीप सिंह भावुक होकर बताते हैं ‘जब मेरे पिताजी को सोसायटी के बुजुर्ग साथियों ने जन्मदिन पर गले लगाकर बधाई दी और केक कटवाया, तो वो पल उनके लिए अनमोल था। घर लौटते समय उनके चेहरे पर जो मुस्कान और आंखों की चमक थी, उसने एहसास कराया कि यह पहल केवल रूटीन नहीं, बल्कि उनके जीवन में नई ऊर्जा का संचार है।’
बच्चों के पास समय की कमी, समूह बना सहारा
समूह के सदस्यों का कहना है कि हममें से कई लोग अपने बच्चों के साथ रहते हैं, लेकिन व्यस्तता के कारण उनके पास हमारे लिए समय की कमी होती है। ऐसे में यह समूह हमारी भावनात्मक जरूरतों को पूरा करता है और हम एक-दूसरे का सहारा बन जाते हैं।
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मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार
इस पहल का असर केवल भावनात्मक नहीं, बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी दिख रहा है। नियमित योग और व्यायाम से बुजुर्गों की सेहत में सुधार हो रहा है, वहीं आपसी संवाद और मेलजोल से अकेलापन और अवसाद जैसी समस्याएं भी दूर हो रही हैं।

