Vastu Tips: बुध की कमजोर स्थिति को मजबूत करने के लिए करें ये उपाय
Vastu Tips: जिन लोगों की कुंडली में कुंडली में बुध कमजोर होते हैं उन्हें आर्थिक तंगी, मान सम्मान, यश में कमी, पढ़ाई में मन ना लगने जैसी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अगर आपके भी कुंडली में बुध कमजोर हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लीजिए। आपको बता दें कि हर साल सावन माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि के अगले दिन कामिका एकादशी (Kamika Ekadashi) मनाई जाती है। इस बार कामिका एकादशी 31 जुलाई को है। यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विधिवत रूप से पूजा करने का विधान है। जिन लोगों की कुंडली (Kundali) में बुध कमजोर हो उन्हें भगवान विष्णु का ध्यान करना चाहिए।
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इस दिन व्रत रखने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। ज्योतिष शास्त्र के जानकार बताते हैं कि सावन माह अपने आप में बेहद शुभ माना जाता है, जिसके चलते इस दौरान पड़ने वाले सभी पर्व का महत्व और भी बढ़ जाता है। इस महीने पड़ने वाली एकादशी (Ekadashi) भी बहुत विशेष मानी जा रही है।
यह दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है। जो लोग इस दिन कठिन व्रत का पालन करते हैं, उन्हें दो गुना पुण्य मिलता है। साथ ही श्री हरि और भोलेनाथ का आशीर्वाद भी मिलता है। भगवान विष्णु और महादेव की करें उपासना, बिगड़े काम सुधरेंगे कामिका एकादशी के दिन जो भी व्यक्ति व्रत रखता है, उसे सभी पापों से छुटकारा मिल जाता है।
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इस व्रत को करने से जीवन के सभी दुखों से भी छुटकारा मिल जाता है। साथ ही इस व्रत को करने से भगवान विष्णु की असीम कृपा भी बरसती है और हर मनोकामना पूरी होती है। सावन के महीने में पड़ने के कारण इस एकादशी का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। इस एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु के साथ ही भगवान शिव की पूजा करने से सारे बिगड़े काम बनते हैं।
कामिका एकादशी (Kamika Ekadashi) का व्रत करने से जीव कुयोनि में फिर से जन्म नहीं लेता है। ऐसे में इस दिन भगवान विष्णु की विधि के मुताबिक पूजा करें और उन्हें फूल, फल, तिल, दूध, पंचामृत आदि पूजन की सामग्री अर्पित करें। इसके साथ ही जो लोग व्रत कर रहे हैं वे आठों प्रहर के लिए निर्जल उपवास रखें। साथ ही मन ही मन नारायण का ध्यान करते रहें।
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इस दिन गरीबों को भोजन कराने से भी विशेष फल मिलता है। जिन जातकों का बुध कमजोर है वह स्टील की कटोरी में हरि मूंगी और ध्रुवा भगवान गणेश जी को चढ़ाए। इससे सफलता, कारोबार में तेजी आएगी और जिन बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता उनके लिए भी ये विशेष उपाय है।
पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6:42 से लेकर रात 9:20 तक है। सावन के महीने की पहली एकादशी 31 जुलाई को सुबह 5:42 से शाम 10:52 तक रहेगी। जबकि पूजा का समय सुबह 6:42 से लेकर रात 9:20 तक रहेगा। शास्त्र में ध्रुव योग को बेहद शुभ माना गया है। इस योग में श्रीहरि की पूजा करने से व्यक्ति को मनचाहे वर प्राप्त कर सकता है और साथ ही शुभ कार्यों में सिद्धि प्राप्त होती है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का भी संयोग बन रहा है। हालांकि 31 जुलाई को सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन रहेगा।