NCR में यहां बनेंगे 1.5 लाख सस्ते फ़्लैट..प्लॉट भी सस्ता मिलेगा

ग्रेटर नोएडा- वेस्ट दिल्ली NCR नोएडा

NCR News: दिल्ली NCR में अगर आप भी फ्लैट खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो यह खबर आपको खुश कर देने वाली है। आपको बता दें कि दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र यानी न्यू नोएडा (New Noida) में मास्टर प्लान 2041 (Master Plan 2041) के तहत 1.5 लाख नए फ्लैट बनेंगे। यहां 6.33 लाख लोगों के लिए मकान बनाए जाएंगे। इसमें आबादी के क्षेत्र के विकास की भी तैयारी है। योजना के तहत कई प्रकार के आवास (Residence) का निर्माण होना है। मास्टर प्लान के अनुसार, आबादी का क्षेत्र 1425.98 हेक्टेयर में होगा, जो कुल क्षेत्र का 6.82 प्रतिशत है।
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इसी तरह से योजनागत आवासीय क्षेत्र 1384.54 हेक्टेयर में तैयार होगा। यह कुल क्षेत्र का 6.62 प्रतिशत हिस्सा होगा। इस प्रकार कुल 2810.52 हेक्टेयर में विकास होगा। यह कुल क्षेत्र का 13.44 प्रतिशत होगा। औद्योगिक आवासीय क्षेत्र के 757.88 हेक्टेयर को जोड़ने पर यह 17.06 प्रतिशत होगा, यानी इतने क्षेत्र में आवासीय विकास किया जाएगा। इससे पहले 2011 की जनगणना के अनुसार आबादी के क्षेत्र में 6308 घरों की पहले से ही कमी है।

78 प्रतिशत में होगा ग्रुप हाउसिंग

मास्टर प्लान के अनुसार आवासीय सेक्टर (Residential Sector) के लिए कुल क्षेत्र का 6.62 प्रतिशत यानी 1384 हेक्टेयर जमीन तय की गई है। इसमें से 42 प्रतिशत यानी 581 हेक्टेयर में योजनागत आवास का निर्माण होगा। इसमें से 78 प्रतिशत क्षेत्र में ग्रुप हाउसिंग परियोजना लाई जाएगी। इसके अंतर्गत हाईराइज सोसाइटी होगी। वहीं, 22 प्रतिशत में प्लॉट काटकर घर बनाए जाएंगे।

इतने वर्गमीटर से छोटे नहीं हो सकते प्लॉट

मास्टर प्लान के अनुसार कम से कम 40 वर्गमीटर तक के प्लॉट होंगे। सस्ते मकान की श्रेणी में प्लॉट के साइज को अलग रखा गया है। ग्रुप हाउसिंग परियोजना के लिए कम से कम 5000 वर्गमीटर तक के प्लॉट का आवंटन किया जाएगा। ग्रुप हाउसिंग परियोजना के लिए कोऑपरेटिव सोसाइटियों के साथ ही शहरी विकास प्राधिकरण और हाउसिंग बोर्ड को भी तरजीह दी जाएगी। ग्रुप हाउसिंग परियोजनाओं में पार्किंग, पार्क, दुकानें और अन्य संसाधन का भी निर्माण होगा।

औद्योगिक परिसर में बनेगें प्लैट

आर्थिक विकास और निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए वर्क-प्लेस-नेबरहुड मॉडल को अपनाते हुए औद्योगिक प्लॉट के सीमित क्षेत्र में आवासों का निर्माण किया जाएगा। यही वजह है कि औद्योगिक सेक्टर को इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप के तौर पर विकसित होगा। इसी कड़ी में इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल एरिया टाउनशिप स्कीम और यूपी प्राइवेट इंडस्ट्रियल एरिया पार्क स्कीम लाई जाएगी, जिससे औद्योगिक सेक्टरों में आवासीय पॉकेट किया जा सकेगा।

ग्रेनो और यीडा क्षेत्र को भी होगा फायदा

न्यू नोएडा के विकास होने पर ग्रेनो और यमुना विकास प्राधिकरण (Yamuna Development Authority) क्षेत्र का भी बड़ा फायदा होगी। इसके बनने के बाद ग्रेनो के साथ ही यीडा के प्रस्तावित टाउनशिप में भी भविष्य में लोग रहने आएंगे। यही नहीं, रोड नेटवर्क बेहतर होने की स्थिति में गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली, फरीदाबाद और भिवाड़ी क्षेत्र को भी खासा फायदा होगा। यहां के ग्रुप हाउसिंग में रहने वाले लोग न्यू नोएडा आ-जा सकेंगे। इसके आसपास के क्षेत्रों में जो फ्लैट वर्तमान समय में बिक नहीं पा रहे हैं। उसकी बिक्री भी हो सकेगी।