अमेरिका और वेस्टइंडीज की मेजबानी में भारत ने साउथ अफ्रीका को 7 रनों से हराकर 17 साल बाद टी20 विश्वकप की ट्रॉफी अपने नाम कर लिया। 34 रन पर भारत के 3 विकेट गिरने के बाद 76 रनों की पारी खेलने और टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले किंग कोहली (Virat Kohli) ने विश्वकप ट्रॉफी दिलाने के साथ ही टी20 क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। फाइनल मैंच में कोहली प्लेयर ऑफ द मैच बने थे। कोहली ने कहा कि संन्यास का ऐलान उन्होंने इसलिए किया ताकि नए प्लेयर्स को मौका मिल सके।
बारबडोस में खेले गए फाइनल में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 7 रन से हरा दिया और इसके साथ ही 17 साल के बाद टीम इंडिया ने दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रच दिया. कोहली ने फाइनल में टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा 76 रन बनाए और इसके दम पर टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई. कोहली को इस प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड भी दिया गया।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में टीम इंडिया ने पहले बैटिंग करते हुए 176 रन का स्कोर बनाया. कोहली ने मुश्किल हालातों में एक दमदार पारी खेली. उन्होंने 59 गेंदों में 76 रन बनाए, जिसमें 6 चौके और 2 छक्के शामिल थे. इसके बाद जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या और अर्शदीप सिंह ने टीम इंडिया की जबरदस्त वापसी करवाते हुए साउथ अफ्रीका को 169 रनों पर रोक दिया और 7 रन से टीम इंडिया को चैंपियन बना दिया।
ट्रॉफी जीतने के बाद विराट ने कहा कि अब अगली पीढ़ी को कमान संभालने का समय आ गया है.यह मेरा आखिरी टी20 विश्व कप था, यह बिल्कुल वही है जो हम हासिल करना चाहते थे. एक दिन आपको लगता है कि आप रन नहीं बना सकते और ऐसा हो जाता है, भगवान महान है. बस मौका, अभी या कभी नहीं जैसी स्थिति. यह भारत के लिए खेलते हुए मेरा आखिरी टी20 मैच था. हम वह कप उठाना चाहते थे. चाहते थे हां मैंने उठाया है, यह एक खुला रहस्य था. ऐसा कुछ नहीं जिसे मैं हारने पर भी घोषित नहीं करने वाला था. अगली पीढ़ी के लिए टी20 खेल को आगे ले जाने का समय आ गया है. हमारे लिए यह एक लंबा इंतजार रहा है, एक आईसीसी टूर्नामेंट जीतने का इंतजार. आप रोहित जैसे किसी व्यक्ति को देखें, उसने 9 टी20 विश्व कप खेले हैं और यह मेरा छठा है. वह इसका हकदार है. चीजों (भावनाओं) को रोक पाना मुश्किल रहा है और मुझे लगता है कि यह बाद में समझ में आने वाला है.